RE: Free Sex Kahani जालिम है बेटा तेरा
घर के पिछवाड़े बेचन बीड़ी सुलगा कस लेता हुआ सोच रहा था की थोड़ा लेट जाऊंगा, तब तक अम्मा भी सोने चली जायेगी ।
बेचन करीब 1 घंटे बाद घर में घुसता हैं, घर में अन्धेरा था, और उपर से उसने चढा भी रखी थी ।
वो धीरे से सीमा के बिस्तरे के करीब जाता हैं, और रजाई हटा कर बिस्तरे में घुस जाता हैं .......।
सुगना कस्मसाई, की ये कौन हैं ......तभी उसके कानो के बगल में बहुत धीरे से आवाज़ आती हैं ।
सीमा बेटी तेरा बाप आ गया, तुझे कली से फूल बनाने ।
लेकीन बेचन को शायद ये नही पता था की, वो जिसे अपनी बेटी समझ रहा है वो उसकी अम्मा हैं ।
खैर सुगना की हालत तो ये सुनसुनकर ही खराब हो जाती हैं की एक बाप अपने बेटी को चोदने आया था , लेकीन कही ये अपनी अम्मा ही ना चोद दे ।
लेकीन सुगना भी कुछ4नही बोलती, क्युकी बगल में उसकी बहु जो लेती थी ।
बेचन का हाथ सुगना की चुचियो को पकड़ कर जोर जोर से मस्लना शुरु कर दीया था ।
इतनी जोर जोर से मसलने पर सुगना की चुचियो में दर्द होने लगा तो उसने अपने मुह में रजाई ठूंस लिया ।
शराब के नशे में धुत्त बेचन सुगना के उपर आ गया, और उसको होठो को अपने मुह में भर जोर जोर से चूसने लगा ।
बेचन का जोश इतना था की एक 60 साल की औरत का भी भोस्ड़ा फुदकने लगा, और वो औरत कोई और नही उसकी खुद की अम्मा थी ।
शायद अब सुगना की भी बची खुची जवानी रंग लाई, उसने भी सोहन को कस कर अपनी बाहो मे भर लिया, और अपने मुह का कमाल दिखाने लगी ।
बेचन हवस मे इतना पागल हो गया था की, वो खाट पर खड़ा हो गया और, अपना 6 इंच का लंड सुगना के मुह में डाल कर उसका बाल जोर जोर से पकड़ उसका मुह चोदने लगा, जैसे वो बुर चोद रहा हो
सुगना की सांसे अटक जाती जब बेचन का लंड अन्दर तक घुसता । खप्प खप्प की आवाज़ इतनी जोर दार थी की झुमरी की आंखे खुल गई ।
और ईधर सुगना अपना मुह खोले बचन का लंड मजे से मुह में ले रही थी ।
तभी बेचन ने सुगना का पैर उपर उठाया उसकी साडी सरक कर कमर तक आ गई, सोहन ने अपना लंड सुगना के बुर पर रख जोरदार धक्का मारा?, लंड आराम से सरकता सुगना के बुर पुरा घुस गया ।
सुगना--- आह, उह ......।
की आवाज़ से चदाई के मज़े लेने लगी । पुरे 20 साल बाद उसके बुर में लंड घुसा था, और बेचन भी हुमच हुमच कर उसको चोद रहा था ......खाट तो इतनी जोर जोर से चरर मरर कर रही थी की झुमरी ये जान चुकी थी की किसी की चदाई हो रही है .......lekink kiski?
अभी तक तो सिर्फ खाट की आवाज़ रही थी लेकीन अब सुगना के बुर से भी फच्च फच्च की आवाज़ आने लगी ।
सुगना की बुर एक दम पानी से भर चुकी थी जिसके वजह से जब बेचन का लंड उसमे घुसता तो फच्च फच्च की आवाज़ आती ।
सुगना जोश में बेचन को अपने तरफ़ खींच लेती हैं और कहती है,
सुगना ---- चोद मदर्चोद, अपनी बुढ्ही अम्मा, को चोद मज़ा आ रहा है, मदर्चोद पहले क्यूँ नही चोदा ।
अपनी अम्मा का आवाज़ सुन कर बेचन का जोश ठंढा पड़ जाता है, और ईधर झुमरी भी आवक रह जाती हैं की उसका मरद अपनी अम्मा को ही चोद रहा हैं ।
सुगना का पारा तब गरम हो जाता है जब बेचन उसको चोद्ते चोद्ते रुक जाता है ।
सुगना ने खींच कर एक थप्पड़ बेचन के गाल पर मारा .......चोद मधर्चोद, चोदने आया था ना , चोद अपनी अम्मा को ।
ये सुनते ही बेचन जोश में आता है और जोर जोर से उसकी बुर में अपना लंड पलने लगता है ।
बचन---- ले मदर्चोद अपने बेटे का लंड, साली फाड़ दूंगा तेरी बुर मैं भोस्ड़ी ।
सुगना--- आह .........चोद, और अन्दर डाल मदर्चोद, इतने से ही .....आह अपनी मा का भोस्ड़ा फाड़ेगा ।
बेचन और तेज तेज धक्के मारने लगता है .....लेकीन जितना लंड है उतना ही जायेगा ना ।
|