RE: Kamukta kahani प्रेम की परीक्षा
नास्ता करने के बाद मैं घर से निकला ही था कि रामु फिर मेरे घर की तरफ आता है दिखा तो मैंने सोचा कि आज रामु से बात कर ही लेता हु की वो मेरे घर पर ना आये नही दीदी के कारण मुझे उससे अपनी दोस्ती तोड़नी पड़ेगी मैं यही सब सोच रहा था ।कि रामु तब तक मेरे पास आ गया
रामु•प्रेम कहा था सुबह से आज सुबह से ही तुम्हें खोज रहा था
प्रेम•यार आज लेट सो कर उठा हु और बताओ किस लिएखोज रहे थे
रामु •कल जो मैंने दीपा के साथ किया उस कारण से माफी मांग लेते है नही तो घर पर बोल देगी
प्रेम •अब क्या फायदा वह घर पर बोल दि है यार तेरे से एक बात बोलनी थी बुरा मत मानना
रामु•यार तेरी बात का कभी बुरा माना है जो आज मानूँगा बोल
प्रेम •यार तू मेरे घर पर मत आया कर आज दीदी तेरे बारे में न जाने क्या क्या बोल रही थी बोल रही थी कि तुमसे दोस्ती खत्म कर लूं नही तो वो बापू से मेरी शिकायत कर देंगी
रामु•ठीक है कोई बात नही वैसे कहा जा रहा है तू
प्रेम •कही नही यार बस वो लाला के दुकान पर जा रहा था वो बापू को कल वेतन मिला ना तो आज हिसाब करना है।
चल ठीक है बाद में मिलता हु तेरे से
और मैं वह से चला आया मेरे जाने के बाद रामु का एक दोस्त उसके पास आया उसका नाम गोविंद था
गोविंद •यार रामु तू तो बोलता था कि वो तेरा खास दोस्त बन गया है और जल्द ही तू उसकी बहन दिया को पटा लेगा पर वह तो तेरे से उसके घर आने से ही मना कर दिया अब क्या करोगे
रामु •यार यही तो मेरे भी समझ मे नही आ रहा लगता है कि ककल दीपा के साथ जो किया उसकी शिकायत वह दिया से कर दी है तभी तो वो प्रेम को बोल रही है मेरे से दोस्ती तोड़ने को ।
गोविंद• हा यार वैसे दीपक व मस्त माल है कैसी मस्त बड़ी बड़ी चुचिया है उसकी और गांड तो बहुत ही मस्त है मन करता है पकड़ कर साली का रेप कर दे पर क्या करे यार जो मजा मर्जी से करने में वो मजा रेप में कहा
रामु •यार अब तेरे से क्या छुपा है मैं तो बहुत पहले से दिया के पीछे पडा था ।पत नही यह साला कहा से मरने के लिए आ गया नही तो अबतक तो इसको चोद चुका होता
गोविंद •अच्छा ये सब छोड़ कहि कोउ जुगाड़ हो तो बोल यार बहुत मैन कर रहा है चोदने का
रामु•चल आजा तू भी क्या याद करेगा
इधर मैं लाला के दुकान पर पहुचा जंहा से पूरे गांव का राशन जाता है सभी यही कहते है कि लाला बहुत ठग है और वह सबके हिसाब में गड़बड़ी करता रहता है
लाला अपने दुकान पर बैठा मेरे चाचा जो कि उसके दुकान पर जाम करते है और लाला का खबरी भी है दोनों आपस मे कुछ बात कर रहे थे । मेरे को देखते ही शांत हो गए । लाला मेरे से बोला
लाला •आओ बेटा प्रेम कहा रहते हो आज कल दिखाई नही दे रहे हो
प्रेम •चाचा (मैं लाला को चाचा ही बोलता था)आज कल खतो में काम था तो इधर आना नही हुआ ।चाचा आप हिसाब कर दो आज ।
लाला अपना पोथी खोल कर हिसाब करता है ओर मैं हिशाब देकर चल दिया घर को तो रास्ते मे दीपा स्कूल जाते हुए दिखती ह तो पहले ही जा कर पूल के पास खड़ा हो गया क्यूंकि मैं जानता था दीपा को स्कूल जाने लिए ये पूल पार करना होगा यंहा बहुत सुन शान रहता ह अक्सर बहुत कम लोग ही इधर आते है ।दीपा जब पास मेंआयी तो मैं उससे बोला
मैं• दीपा मुझे माफ़ कर दो आगे से ऐसी गलती दुबारा नही होगी मैं तुम्हरे काज हाथ जोड़ता हु।
दीपा •देखो प्रेम मेरा रास्ता रोकने की कोशिश मत करो नही तो मैं तेरी दीदी से तेरी शिकायत कर दूंगी।
मैं •दीपा तुम मुझे माफ़ कर दो मैं कभी तुम्हे अपना मुंह नही दिखाऊंगा।
दीपा •ठीक है मैं तुम्हे माफ् किया अब मेरा रास्ता छोड़ दो और अपना काम करो
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