RE: Kamukta kahani प्रेम की परीक्षा
मैं दीपा से माफ कर देने पर उसका सुक्रिया किया और उसे जाने को कहा पर तब तक मेरी नजर उसकी उठी चुचियों पर पड़ी बहुत मस्त साइज़ था उसकी चूची की उसकी साइज एकदम नारंगी की तरह थी ।वैसे दीपा दिखने में एकदम मस्त थी ।गोरा रंग और उसकी भूरी आंखे जो बड़ी बड़ी थीउसे देख कर मन करता था कि उसकी आंखों में डूब जाए और उसके होंठ तो तो एकदम लाल गुलाबकी पंखुड़ी की तरह थी उसके शरीर पर कहि से भी ऐसा नही थी जिसे एक्स्ट्रा कहा जा सके ।मैं उसके अनकही में खोया हुआ था और वो मुझे देखे जा रही थी । मैं तो उसकी खूबसूरती में कहि खो सा गया था । तब वह मुझे हिला कर जगाई ।
दीपा •क्या देख रहे हो ऐसा लगता ह जैसे आज पहली बार देख रहे हो मुझे
दीपा को देख कर इतना खो से गया था मुझे कुछ एहसास भी नही रहा की मैं उसे क्या बोलू ।मैं बस इतना ही बोल पाया किसी तरह से
मैं • दीपा आज तुम बहुत खुबसुरुत लग रही हो । मैं तुम्हे पसन्द करने लगा हु।
दीपा •पागल हो तुम मुजजे लेट हो रहा है मैं स्कूल जा रही शाम को मिलूंगी।
फिर वो वहा से चली गयी ।जाते ह उसके गांड जब हिल रहे थे तो बहुत ही मस्त लग रहे थे ।
दीप अपने स्कूल जाकर अपनी सहेली चम्पा से बोली जो कि प्रेम की चाचा की लड़की थी जो रंडी टाइप की लड़की थी ।ना जाने कितने लंड से चुद चुकी थी ये तो इसे भी नही पता था । चम्पा का साइज़ 34d 28 36 पुरे गांव में अपनी उम्र में सबसे बड़ी गांड इसकी ही है । ये चूत से ज्यादा तो गांड मरवाती है।
दीपा• लगता है प्रेम को मुझसे प्यार हो गया है ।आज मैं बहुत खुश हूं।
चम्पा• क्या हुआ जो तू ऐसा बोल रही कहि उसने तेरी बुर में लण्ड डाल कर फाड् तो नही दीया।
दीपा •चुप कर पागल तुझे तो बस यही सूझता है।वो तेरा भाई है काम से कम तू उसे तो दे कहि ऐसा तो नही तूने उसे भी नही छोड़ा।
चम्पा •काहे का भाई वो तो बड़े पापा ने गोद लिया उसे ।मौका मिला तो पहले मैं ही उसे फाश लुंगी।ओर चुद भी जाउंगी।
दीपा वह से चली गयी ।मन में बड़बड़ाती है(तू क्या उसे फासेगी मैं आज हु जाकर उसे बोप दूंगी की मैं उससे प्यार करती हूं।)
इधर मैं घर पहुँच कर मा को बता दिया कि मैंने लाला को पैसे दे दिए ह और ननहाने के लिए कपड़ा लिया और बाथरूम में घुस गया ।वह पर मैन देखा कि दीदी ने पानी पैंटी ओर ब्रा वही पास के बाल्टी में दाल दिया है मुझे उसे देख कर उसे चूमने की इच्छा हई तो मैन पैंटी उठा लिया और जो भाग बुर के पास हो त है उसे चुम लिया फिर मैंने जीभ निकल कर छत तो मुझे उसका टेस्ट कुछ नमकीन से लगा मैं उसे चाटने लगा और अपना लण्ड निकल कर उसे हिलाने लगा मेरा लैंड जो कि 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है उसे हिलाने लगा क्क़रीब 20 मिंट हिलाने बाद मेरा पानी छूटा जो सब पानी दीदी की चढ़ी में निकल गया तो मैं दर कर उसे वही छिपा दिया और मैं नह कर निकल आया ।और खाना खाकर मैं सो गया
दीदी शक़म को मुझे उठाने आयी तो मुझे बहुत अजीब नजर से देख रही थी ।मैं दर गया और उठ कर भाग लिया नीचे जाकर चाय पी और दीपा के घर तरफ चल दिया।वहां जाकर देखा तो वो अपनी छोटे भाई के साथ बैठी थी मुझे देखी तो मुझे पोखरे पर जकने का इशारा किया और खुद वही जाने लगी । जब मैं वहा पहुचा तो बोली मुझे तुमसे कुछ बात करनी है
दीपा• तुम सुबह क्या कह रहे थे कि तुम मुझे पसंद करते हो
मैं • हा दीपा मैं तुमसे बहुत प्यार करता हु पर मैं यह भी जानता कि तुम कभी भी मेरी नही हो सकती इसलिए ही मैंने आज तक अपने प्यार का इजहार तुमसे नही किया ।
दीपा • क्या बोल रहे हो तुम मुझे कुछ भी समझ ने नही आ रही है खुल कर बताओ जबसे तुम मझसे प्यार करते हो।
मैं•जब मैंने दिया दीदी की इज्जत बचाई थी उन गुंडो से तो दीदी ओर बापू ने मुझे आनाथ आश्रम से लेकर घर आये तो तुम और तुम्हारी मम्मी दीदी को देखने आए तो तुम काले रंग की सूट पहन कर आई थी और मैं तुमसे टकरा गया था तो तुमने मुझे झापड़ मार था और मैं तुम्हारी तरफ देखता रह गया था तबसे मैं तुमसे प्यार करता हु । मैं 3 सालो से लगातार जहाँ भी तुम जाती हो मैं वहाँ वहाँ तक तुम्हरा पीछा करता हु पर मैं यह भी जनतक तुम्हारे पापा इस गांव के प्रधान है और बहूत पैसा है उनके पास वो मुझ जैसे अनाथ से तुम्हारी शादी नही कराएंगे
दीपा •तो क्या हुआ मैं भी तुमसे ऑयर करने लगी हु तुम चाहो तो मैं तुम्हारे साथ भाग कर भी शादी करने को तैयार हूं
मैं •नही मैं ऐसा नही कर सकता मैं नही चाहता कि मेरे कारण इस परिवार को कोई कुछ कहे जो मुझ अनाथ को आश्रय दिया मैं अगर ऐसा करूँगा तो तुम्हारे पापा पूरे परिवार को तबाह कर देंगे मुझे माफ़ कर दो और मुझे भूल जाओ
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