RE: Kamukta kahani प्रेम की परीक्षा
दीपा यह सुन कर खामोश हो गयी और उसकी आँखों मे आँशु की धारा फुट पड़ी और वह रोने लगी। मुझे कुछ समझ मे नही आया कि क्या हुआ ये रो किस लिए रही है।जब मुझे कुछ समझ मे नही आया तो मैंने उससे पूछा अब तुम्हे क्या हुआ तुम किस लिए रो रही है।
दीपा•प्रेम मैं तुमसे प्यार करने लगी हु और तुम मुझे स्वीकार नही कर रहे हो तो क्या करूँ मैं। आज के बाद यह दिल सिर्फ तुम्हारे लिए ही धड़केगा अगर काल तक तुमने मुझे स्वीकार नही किया तो मैं अपने आपको खत्म कर लुंगी
अब मैं क्या बोलू मुझे कुछ समझ मे नही आ रहा था ।
मैं•देखो दीपा मैं एक अनाथ हु और मुझे इतना प्यार की आदत नही है।बचपन से जब से मैन होश संभाला है तबसे मैंने खुद को लोगो द्वारा हरामी कुत्ता ओर भी ना जाने क्या क्या बोलते थे और मैं ज्यादा दिन यहा पर नही रहूंगा एक ना एक दिन चला जाऊंगा।
दीपा•तो क्या हुआ जंहा व चलोगे साथ मे ले चलो मुझे बस तुम्हारे साथ ही रहना है और मुझे कुछ व नही चाहिए।
मैं•दीपा यह सब पागलो वाली बात मत करो एशा नही हो सकता ।मैं तुझे अपने साथ नही रख सकता यह तुम समझती क्यू नही मेरी बातों को।
दीपा •मुझे जो कुछ भी कहना था मैं कह चुकी हूं और मुझे न कुछ कहना है ना ही कुछ समझना है।मैं कल शाम तक तुम्हारा इतंजार करूँगी।
मैं अभी जा रही हु मुझे देर हो रही है माँ घर पर इंतजार कर रही होगी पापा भी आने वाले होंगे ।मैं कल इनतजार करूँगी
दीपा आगे बढ़कर मेरे होंठो को चूम लिया और मैं वही पर खड़ा ठगा सा उसे देखता रह गया उसके बाद वह 1 मिनट भी रुकी और वहाँ से भाग गई।
उसके बाद मैं व घर की तरफ चल दिया कि रास्ते मे चम्पा मिल गयी वी कहि से आ रही थी वह मुझे बहुत परेशान करती रहती है बराबर मैं जल्दी जल्दी घर की तरफ जाने लगा कि वह मुझे देख ना ले पर फूटी किस्मत उसने मुझे देख लिया और दौड़ कर मेरे पास आई ।वो हांफ रही थी जीके कारण उसकी पहाड़ के माफिक चुचिया यूजर नीचे हो रही थी लगता है उसने अंदर ब्रा नही पहनी थी जिसके कारण उसके निपल कपड़े के ऊपर भी महशुस हो रहे थे उसे इस हालत में देखकर मेरे लण्ड पूरा मौसम में आ गया और वह खड़ा हो गया जो कि पैंट के ऊपर महशुस हो रहा था मैने देखा चम्पा चम्पा उसे देख कर हस रही थी
चम्पा •कहा से आ रहे हो प्रेम ।
मैं •कहि से नही बस ऐसे ही घूम रहा था।
चम्पा •झूठ मत बोल मैं जानती हूं तू दीपा से मिलने गया था
मैं• नही ऐसी कोई बात नही है मैं ऐसे ही घूम रहा था तो मील गयी थी तो थोड़ी बहुत बाते हो गयी ।
चम्पा •चल कोई बात नही ये पैंट में छुपा रखा है (इसका लण्ड तो बहुत मस्त लग रहा अगर इससे चुद लू तो मजा आजये)
मैं•कुछ भी तो नही छुपाया हु
तबतक चम्पा आगे आकर मेरे लण्ड को पैंट के ऊपर से पकड़ लिया और दबाने लगी मुझे बहुत ही अच्छा लगा और मुह से शिष्कारी फुट पड़ी।
चम्पा •कभी मुझसे भी बाटे कर लिया कर मैं तुम्हे जवानी की असली मजा दूंगी।
मैं भी जोश में आकर उसके चुचियों को काशकर दबा दिया इतना जोर से दबाया की वो दर्द से चीख उठी औऱ उसनें मेरे लण्ड को कस कर दबा डियातो मेरे भी आहे निकल गयी।
फिर मैंने उसके बाल को पकड़ कर खिंचा तो उसके होंठ खुल गए तो मैंने अपने होठ उसके होठ से जोड़ दिया और उसके नीचे वाले होठ को चूसने लगा तबतक उसने अपना जीभ मेरे मुह में अपना जीभ डाल दिया और मैं उसके जीभ को चूसने लगा और मेरे होंठो को ये किस करीब 5 मिंट तक चला जब हमने एकदूसरे को छोड़ा तो हमारी सासे उखड़ी हुई थी ।हम दोनों अपनी सांसे अव ठीक कर ही रहे थे मेरे कानों में एक आवाज पड़ी जिसे सुनकर मेरी बुरी तरह गांड फट गयी।
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