RE: Kamukta kahani प्रेम की परीक्षा
तब कल्लू आगे आया और प्रेम को समझाते हुए बोला
कल्लू •देख रामु मैं लाख बुरा इन्शान सही पर आज मैं सुधर गया हूं और अपनी बीवी बच्चों के साथ सुख से रह रहा हु इसका पूरा श्रेय मैडम को जाता है इसलिए जो सच है वो बता दे नही तो तेरी रक्षा कोई भी नही कर पायेगा।
इतनी देर से खड़ी सुमित्रा को कुछ भी समझ मे नही आ रहा था यह हो क्या रहा है और सब रामु से किस गलती की बात कर रहे है तब वह पूछी
सुमित्रा• दरोगा साहिबा आप किस गलती की बात कर रही है मैं कुछ समझ नही पा रही हु कृपया मुझे सारी बात समझाए।
डाली जो इतनी देर से सर को नीचे करके बैठी थी कुछ बोल नही रही थी वह अन्नू की तरफ देख कर उसे अपनी माँ से कुछ भी ना बताने की गुहार की पर अन्नू ने उसे अनदेखा करते हुए उसकी मां की तरफ देखने लगी ।यह देख कर डाली को कुछ भी नही सुझा तो वो अन्नू के पैर पकड़ ली और अपने किये की माफी मागने लगी। क्योंकि डाली को यह समझ मे आ चुकी थी कि जो भी हमने किया है प्रेम के साथ वह सब इनको मालूम हो चुका है अगर यह बात माँ को पता चला कि मेरे भाई के साथ जिस्मानी सम्बन्ध है तो माँ को बहुत दुख होगा इसलिए वह अन्नू से यह बात नही बताने के लिए सिफारिश करती है और अन्नू से बोलती है कि
डाली•मैडम मुझे माफ़ करदे मुझसे गलती हो गयी अब आगे से ऐसी गलती नही करूँगी।
अन्नू• अभी शान्त हो जाओ नही अभी यंही पर सारी गर्मी उतार लुंगी तुम्हारी।तुम्हारे जैसे लड़की के कारण आज सरीफ लड़के भी बदनाम हो रहे है ।आज उस लड़के की ये हालत है कि उसके साथ कुछ भी हो सकता है वह पागल भी हो सकता है और शायद मर भी सकता है।
अभी तक शान्त रामु बोलता है कि
रामु•मैडम हमारी कोई ऐसी मनसा नही थी मैं तो सिर्फ यही चाहता था कि वह इस गांव से चला जाये ताकि मेरा रास्ता साफ हो जाये
सुमित्रा•उसकी ऐसी हालत करके तेरा कोंन सा मतलब सिद्ध हो रहा था अगर उस लड़के को कुछ भी हुआ तो ठीक नही होगा तेरे लिए और तुम दोनों ने मिलकर उस प्रेम को झूठा फसाया है।और तू बता कलमुँही तुझे ऐसा झूठ बोलते सरम नही आई
अन्नू•अभी तो आप कुछ भी नही जानती है अगर आप अपने बच्चों की करतूत सुनेंगी तो आप को बहुत दुख होगा।
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