RE: Kamukta kahani प्रेम की परीक्षा
दीपा : दीदी आप इस बात की चिंता ना करे वह मैं देख लुंगी |
अन्नू :पर कैसे तुम मुंबई कैसे जाओगी |
दीपा ;- दीदी वहां पर मेरे रिलेशन वाले रहते हैं इसलिए मुझे वहां पर आने जाने में कोई दिक्कत नहीं है और रही बात पापा की तो जब मैं वहां पर अपने रिश्तेदार कहां जाऊंगी तो उनका कुछ पूछने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है|
ज्योति ;- चलो ठीक है दीपा हम चलते हैं और यह लो मेरा नंबर तुमने जब भी बात करने का मन करें तो मुझे कॉल कर लेना मैं कैसे भी करके उनसे बात करा ही दूंगी |
,, इसके बाद वहां से सभी लोगों विदा लेकर के अन्नू और ज्योति प्रेम को लेकर अन्नू के घर पर चल दी |
अन्नू के घर पर उसके माँ और पिता ही थे | अन्नू अपने माँ बाप की दो बेटियाँ ही थी उसके और कोई भी भाई नहीं था | अनु की एक बहन थी जिसका नाम था शालिनी और वह दिया कि बहुत ही खास सहेली थी|
अनु और ज्योति प्रेम को लेकर के अनु के घर पर पहुंचे एंबुलेंस का आवाज सुनकर के अनु की मां घबरा उठी वह यह सोचने पर मजबूर हो गई थी कि कहीं मेरी बेटी को चोट और तो नहीं आ गई या कुछ एक्सीडेंट तो नहीं हो गया ना|
वह बिल्कुल भी नहीं चाहती थी कि मेरी बेटी yh पुलिस का काम करे प्रणति अन्नू बचपन से ही पुलिस बननी चाहती थी यह उसके बचपन का सपना था जिसे वह हर हालत में पूरी करना चाहती थी और वह पूरी की जिसका नतीजा यह था कि आज इसके जैसी बहादुर पुलिस वाली पूरे डिपार्टमेंट में नहीं थी उसने बहुत से खतरनाक देशों को सॉल्व किया था|
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