RE: Sex kahani किस्मत का फेर
समीर का फडकता हुआ लंड पैंट के भीतर से ही काम्या की जांघ में रगड़ खा रहा था ।
काम्या अपना एक हाथ नीचे ले जाकर समीर के लंड को फील करती है और थोड़ा अँगुलियों से उसको दबाती है ।
समीर दोनों चूचियों और उनके निप्पलों को बारी बारी से चूसने में लगा हुआ है ।
काम्या समीर का मुंह अपनी चूचियों से हटा देती है । फिर मादक मुस्कान बिखेरते हुए समीर के कान में बोली ,
“अब अपना पैंट उतार दो , मुझे तुम्हारे लंड के साथ खेलना है । “
समीर पैंट उतारकर सोफे पे बैठ जाता है और काम्या उसके पैरों को फैलाकर उनके बीच फर्श में बैठ जाती है ।
धीरे धीरे उसका अंडरवियर उतारकर फनफनाते लंड को बाहर निकल लेती है ।
“आह... तुम्हारा लंड तो बहुत मस्त है , मेरी टाइट चूत को बहुत मज़ा आएगा “
काम्या मुंह ऊपर करके समीर की तरफ देखकर शरारती मुस्कान से बोली
और फिर अपने हाथ से उसके लंड में ऊपर नीचे करके मुठ मारने लगी । उसका दूसरा हाथ समीर की गोलियों को सहलाने लगा ।
फिर काम्या ने समीर के लंड में मुंह लगाकर सुपाडे को किस किया और अपनी जीभ निकालकर उसको चाटने लगी ।
फिर मूतने के छेद को जीभ से कुरेदने लगी और फिर अपने मुंह को खोलकर जितना हो सके लंड को मुंह में भर लेती है
और मुंह में लंड को अंदर बाहर करने लगी । समीर पूरी तरह से आनंद के सागर में डूब गया और काम्या के सर को अपने हाथों से
पकड़कर अपनी आँखे बंद करके कमर उचकाते हुए उसका मुंह चोदने लगा ।
“ चूस काम्या चूस मेरे लंड को “ उसके गले तक लंड घुसाते हुए बोला।
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