RE: Incest Porn Kahani चुदाई घर बार की
मुझे इस तरह फ़रज़ाना की गांड को घूरता, बाजी ने भी देख लिया और फ़रज़ाना से बोली चल फ़रज़ाना जा यहाँ से और बाकी का काम ख़तम कर तब तक मैं तेरे डाइजेस्ट निकल के रखती हूँ बाद मैं ले लेना
फ़रज़ाना बाजी की बात सुनके बुरे बुरे मुँह बनाती रूम से निकल गई तो बाजी मुझे बड़ी गहरी नज़र से देखती हुए बोली लगता है हमारे भाई को शहर वालों ने काफ़ी ज़्यादा जवान कर दिया है
मैं बाजी की बात सुन क थोडा घबरा गया और बोला ज..जीए बाजी क्या मतलब मैं समझा नहीं कुछ
बाजी मेरी बोखलाहट से थोडा लुत्फ़ लेते हो बोली यार मेरा मतलब था की शहर से काफ़ी हॅंडसम (सोहना ) होके आया है और हहेहेहेहेहहे कर के हँसने लगी और फिर मेरे सामने चारपाई पे बैठ गई और बेग मैं से समान निकालने लगी जो की मैं लाया था अपने साथ
मैने बाजी की तरफ डरते हो देखा (की मुझे लग रहा था की बाजी ने मुझे फ़रज़ाना की गांड को घूरता देख लिया है) और बोला बाजी फ़रीदा कहाँ हैं नज़र नहीं आ रही कहीं
बाजी ने सर उठा के देखा और बोली की कोई खास काम है फ़रीदा के साथ वैसे वो साथ वालों के घर गई है अभी आ जाएगी
मैं बाजी से नज़र नहीं मिला पा रहा था इस लिए उठा और बाजी को बोला के आप देखो सामान,
मैं ज़रा नहा के आता हूँ और रूम से निकल गया और बात रूम मैं जा घुसा और नहाने लगा
जब मैं नहा के आया तो फ़रीदा बाजी भी आ चुकी थी और जैसे ही मैं वापिस रूम मैं आया तो फ़रीदा बाजी भी मुझे लिपेट गई और साथ ही मेरे गालों पे किस भी कर दी (एक बहिन की तरह )
फरी बाजी जो की ये सब देख रही थी बड़े अजीब से अंदाज़ मैं हँसने लगी जिस की मुझे कुछ खास समझ तो नहीं आयी लेकिन मैने जल्दी से बाजी फ़रीदा को खुद से अलग किया और चारपाई पे बैठ के उनसे बात करने लगा .
दोपहर को खाने के समय अम्मी भी घर आ गई और फिर उनसे मिल के मैने खाना खाया और सोने के लिए लेट गया कोई 4.30 पे उठा तो तब तक मेरी बहने भी जाग चुकी थी मैने भी फिर से नहा के कपड़े बदले किए और खेतों की तरफ चल दिया
मैं अभी तक अपने अबू से नहीं मिला था उन से भी मिलना था और साथ ही थोडा टाइम भी पास हो जाता
खेतों मैं जाके मैं अबू से मिला और उनके हाल चाल लिया उसके बाद खेतों मैं घुमा फिरा,काफ़ी टाइम के बाद मैं अपने गांव मैं आया था
इसलिए और फिर वहाँ से शाम क 5.30 पे वापिस निकालने लगा तो अबू से डरते हो कहा अबू अगर आप इजाज़त दें तो मैं थोड़ी देर गांव मैं घूम फिर के आऊं . उसके बाद घर चला आ जाऊंगा
अबू ने मुस्कुराते हो मेरी तरफ देखा और बोले ठीक है बेटा लेकिन गांव मैं किसी क साथ ज़्यादा बोलने की या दोस्ती की ज़रूरत नहीं है
मैने हाँ मैं सर हिला दिया और खेतों से निकल के सलीम के घर की तरफ चल दिया और जब मैं उस क घर पहुंच तो देखा की वहाँ ताला लगा हुआ था और घर मैं कोई भी नहीं था
मैं जब वहाँ से वापिस निकालने लगा तो साथ की दुकान वाले ने कहा क्या तुम सलीम से मिलने आए थे तो मैने हाँ मैं सर हिला दिया तो वो बोला की तुम ऐसा करो खेतों मैं चले जाओ वो मुझे बोल गया था की उसका की दोस्त आये तो खेतों मैं भेज देना और फिर से अपने काम मैं लग गया
दुकान वाले की बात सुनके मैं सलीम के खेतों की तरफ चल दिया जो की हमारे खेतों से नज़दीक ही थे और जब मैं वहाँ पहुंच तो सलीम किसी के साथ बतिया रहा था .
मुझे आता देख के सलीम खड़ा हो गया और मेरे नज़दीक आते ही बोला क्या बात है आ गया तो वैसे मुझे उमीद नहीं थी की तेरे घर वाले तुझे घर से निकालने देंग चल आ जा बैठ यहाँ
मैं आगे बढ़के चारपाई पे ही बैठ गया तो सलीम ने अपना हाथ मेरी जांघ पे रख के हल्का सा दबा दिया और बोला इस से मिल ये भी अपना यार है और आज का मज़ा भी ये ही ही करवाईएगा
मैने साथ की चारपाई पे बैठे 22 23 साल के लड़के की तरफ देखा और अपना हाथ उस की तरफ बडा दिया मिलने के लिए तो उस ने जल्दी से मेरा हाथ थाम लिया और बोला जी बड़ी खुशी हुयी आप से मिल कर
मैं थोडा सा घबरा भी रहा था उस वक़्त इस लिए कुछ नहीं बोला तो सलीम जो की मेरी हालत को समझ रहा था बोला यार विकी ये नॉमी है अपने ही गावँ का है लेकिन है एक नम्बर का हरामी साला अपनी बहिन को खुद भी चोदता है और धंदा भी करवाता है ये हरामी
सलीम की बात सुनते ही जैसे मुझे झटका सा लगा और मैने अपना सर घुमाके एक बार नॉमी और फिर सलीम की तरफ देखा तो सलीम हंस पड़ा और नॉमी की तरफ देख के बोला चल जा अब मेरा यार आ गया है जल्दी से लेके आजा अपनी बहिन को
फिर मेरी तरफ देख के बोला चल विकी इसे 5,00 दे दे
मैने कोई बात नही की और खामोशी से नॉमी को 5,00 पकड़ा दिए तो वो खड़ा हो गया और बोला बस 15 मिनट मैं ले के आता हूँ आप लोग यहाँ ही बैठो और जल्दी से वहाँ से खिसक गया
नॉमी के जाते ही मैने सलीम की तरफ देखा और बोला यार ये अभी तो क्या बोल रहा था की ये अपनी ही बहिन से..................
सलीम... मेरी जांघ पे ज़रा ज़ोर से हाथ मारते हुए बोला मेरे भोले बादशाह तू कौन से ज़माने मैं जी रहा है आज कल तो हर लड़की अपने घर मैं ही लण्ड का मज़ा लेने की कोशिश करती है और उसके बाद बाहर की तरफ निकलती है फिर घर वालों का डर ख़तम हो जाता है
मैं... नहीं यार सलीम ऐसा भला कैसे हो सकता है की एक भाई अपनी ही सग़ी बहिन के साथ (ये सब बोलते वक़्त मुझे फ़रज़ाना की गांड का जो नज़ारा मिला था आज भले ही सलवार मैं ही उसकी याद आ गई और मेरा लण्ड खड़ा होने लगा) जिसे सलीम भी महसोस कर चुका था
सलीम.... देख यार मेरा तो ये मानना है की लड़की चाहे बहिन हो या बेटी जब जवान हो जाए तो उसे अपने ही लण्ड का मज़ा देना चाहिए अगर हम नहीं चोदेंगे तो वो बहार से चुदवागी और हमारा लण्ड खरा कर के चली जायेगी बाकी दुनिया की माँ की आँख
मैं... लेकिन फिर भी यार सलीम भला कौन इतनी हिम्मत कर सकता है की अपनी बहिन के साथ नहीं यार मैं नहीं मान सकता
सलीम... छोड़ यार किन बातों मैं लग गया तू भी नॉमी आ जाता है तो खुद ही देख लेना किस तरह वो अपनी बहिन को नंगा करके हम से अपने सामने चुदवायेगा.
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