Incest Porn Kahani चुदाई घर बार की
04-29-2020, 01:23 PM,
#43
RE: Incest Porn Kahani चुदाई घर बार की
मुझे नहीं जाना कहीं भी और ना ही मुझे आप के किसी काम से कोई मतलब है आप जाओ यहाँ से मुझे नींद आ रही है सोना है मुझे तो बाजी मेरे पास बैठ गई और बोली अलेलएलएलएलएलएले मेरा राजा भैया नाराज़ हो गया है अपनी बाजी से चलो मैं अपनी भाई को खुश करती हूँ

मैने अब कोई जवाब नहीं दिया और मुह फूला के लेटा रहा तो बाजी ने मेरा हाथ पकड़ लिया और मुझे चारपाई से उठा दिया और अपने साथ नीचे की तरफ ले चली और मेरे रूम की तरफ जाने की ब्ज़ाएे फरजाना के रूम की तरफ चल दी तो मेरे दिल की धड़कन तेज़ होने लगी

फरजाना के रूम की तरफ बाजी के जाता देख के थोडा बोखला गया और बाजी को वहीं रोक दिया और बोला बाजी कुछ मुझे भी तो बताओ क आप की फरजाना के साथ क्या बात होई है और अब मुझे क्या करना है

बाजी रुक गई और मेरी तरफ देखते हो बोली भाई उसे मैने अपने और तुम्हारे बारे मैं सब कुछ बता दिया है लेकिन अम्मी और अबू का अभी नहीं ब्टाया क्यों क मैं नहीं चाहती थी क फरजाना अम्मी अबू का सुन के घबरा जाए तो बाकी अब वो खुद भी तैयार है

तुम से छुड़वाने के लिए क्यों क मैने उसे अच्छी तरह समझा दिया है क अगर वो मज़ा लेना चाहती है तो तुम्हारे साथ कर ले क्यों क इस से घर की बात घर मैं ही रह जाए गी और इज़ात दर भी बनी रहे गी

मैं बाजी की बात सुन के खुश हो गया और बोला वेसे बाजी आप हो बड़ी हरामी चीज़ ये कोई मैं आप के मुह पे तारीफ नहीं कर रहा बलके ये ही सच है और हंस दिया तो बाजी का मुह बन गया मेरी बात सुन के और वो अपना मुह फूलटे हो बोली अच्छा

बचु जी ये बात है तो फिर ठीक है मैं भी अभी जा के फरजाना को मना कर देती

हूँ फिर देखों गी मैं क तुम फरजाना के नज़दीक भी कैसे जाते हो अब तुम उस से बात भी ना कर सको गे

अरे अरे बाजी मैं तो आप से मज़ाक कर रहा था आप तो सच मच की नाराज़ हो गई हैं तो

बाजी भी हंस दी और बोली तो मैं कों सा सच मैं बोल रही थी मज़ाक ही कर रही थी अब यहाँ खड़े बताईं ही किए जाओ गे फरजाना के पास नहीं जाना है क्या और मुझे रूम की तरफ ढाका दे दिया

मैं नहीं हिला अपनी जगा से और बाजी के हाथ पकड़ के बोला लेकिन बाजी मैं बोलोंगा क्या फरजाना से जा के क्या बात करूगा कुछ तो बता दो मुझे
तो बाजी हल्की आवाज़ मैं हहेहेहहे कर क हँसी और बोली भाई मैने बता तो दिया है क मैने उस को सारी बात बता भी और समझा भी दी है अब वो तुम्हें कुछ नहीं कहेगी

मैं समझ सकती हूँ की तुम्हारी फॅट रही होगी
इस वक़्त लेकिन ऐसा करो क रूम मैं चले जाओ वो इंतजार कर रही है तुम्हारा अगर हिम्मत ना हो रही हो तो कुछ मत बोलना बस अपना काम कर लेना जिस के लिए जा रहे हो वो तुम्हें कुछ नहीं कहे गी और ना ही मना करेगी मेरे भोले राजा

मैं बाजी की बात सुन के फरजाना के रूम की तरफ चल दिया सच पौछ तो उस वक़्त मेरा दिल इस तरह धड़क रहा था क जैसे सीना चियर के बाहर निकल आए गा और पावं भी काँप रहे थे

मुझे इस तरह क़दम बधता देख के बाजी ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली कुछ नहीं होता भाई और मुझे फरजाना के रूम के दरवाजे तक ले गई और दरवाजे खोलते हो बोली दरवाजे अंदर से बंद कर लेना और मुझे अंदर धकील दिया

बाजी के ढके से मैं जैसे ही रूम मैं इन हुआ तो देखा के सामने मेरी छोटी बेहन फरजाना पूरी तैयारी से बेती होई थी और मुझे दरवाजे से अंदर आते हो ही देख रही थी

तो फरजाना को इस तरह सज़ा सँवरा देख के मैं वहीं जैसे जाम सा गया और अपनी बेहन पे सदके वारी जाने लगा
जैसे ही हम दोनो की नज़रै आपस मैं मिल्ली तो फरजाना का फेस मैं शरम से लाल होता देखा और उस ने अपना सर भी झुका लिया और अपनी फिंगर मरौड़ने लगी तो
मैने पीछे मूड के देखा तो वाहा अब कोई भी नहीं था तो मैने दरवाजे बंद किया और फरजाना की तरफ देखने लगा

फरजाना को इस तरह बेता देख के मुझे ऐसा लग रहा था की जैसे आज मेरी और फरजाना की गैर रस्मी सी सुहागरात हो क्यों की फरजाना के बिस्तेर की साइड पे रखे टेबल पे मुझे दूध और कुछ फ्रूट भी रखा हुआ नज़र आ रहा था

अब मैं आगे बढ़ा और फरजाना के पास जा के बैठ गया तो मुझे कुछ समझ नहीं आ रही थी की आख़िर करू तो क्या और सही मीनिंग मैं मुझे अब पता चल रहा था क किसी कुँवारी लड़की के पास बैठ के उस से बताईं करना वो भी ऐसे मोका पर कितना मुश्किल होता है

अब मुझे हल्का पसीना भी आ रहा था और अपनी इस हालत पे मुझे हेरनी भी हो रही थी क्यों की मैं आज कोई पहली बार किसी लड़की को छोड़ने नहीं जा रहा था मैं पहले भी चुदाई कर चुका था और वो भी अपनी सग़ी अम्मी और बेहन की बेहन की तो मैं सील भी तोड़ चुका था लेकिन तब मुझे याद आया क अम्मी और फरी बाजी ने खुद पेश क़दमी की थी लेकिन यहाँ मुआंला और था

अभी मैं इन ख्याल मैं ही था की मेरे सामने एक ग्लास आ गया जिस मैं के दूध था मैने ग्लास की तरफ से नज़र हटा के फरजाना की तरफ देखा तो वो अब भी अपना सर झुका के बैठी थी लेकिन उस के एक हाथ मैं दूध का ग्लास था जो क उस ने मेरे सामने कर रखा था

मैने दूध ले लिया और आधा ग्लास दूध खुद से पी लिया और बाकी फरजाना की तरफ बड़ा दिया तो उस ने ग्लास पकड़ लिया और सवालिया नज़रों से मेरी तरफ देखने लगी

तो मैने अब हिम्मत की और बोला ये बाकी दूध तुम पियो इस से हुमारा प्यार और भी बढ़ेगा

मेरी बात सुन के फरजाना का रंग जो की शर्म से अब भी हल्का लाल था और भी लाल होने लगा तो उस ने नज़र झुका ली लेकिन कुछ देर बाद आहिस्ता आहिस्ता बाकी का दूध पी गई तो मैने अब अपनी पेश क़दमी शरू की क्यों क मैं समझ रहा था क चाहे सारी रात ऐसे ही गुज़र जाए फरजाना ना तो कुछ बोले गी और ना ही कोई हिम्मत करे गी जो भी करना है मुझे ही करना है

अब मैं अपनी टांगे बिस्तेर के ऊपर रख के बैठ गया और फरजाना की थोड़ी(चीन) के नीचे अपना हाथ रखा और उसे ऊपर उठा दिया तो उस का फेस मेरे सामने आ गया लेकिन उस ने अब भी अपनी आखेँ नहीं उठाई

मैं अब फरजाना का फेस उठाये बड़े ही प्यार से देखे जा रहा था की फरजाना शरमाते हो अपना फेस घुमा गई
आ मैने फरजाना के दुपते को पकड़ा और खींच के हटा दिया लेकिन उस ने मेरा हाथ नहीं रोका तो मैं उठ के थोडा फरजाना के करीब हो गया और उस के कंधों पे अपना हाथ रखते हो थोडा अपनी तरफ खींच लिया तो फरजाना बे जान अंदाज़ मैं मेरे सीने से आ लगी

अब मैने बिना बात किए फरजाना की तरफ देख तो उस के लीपस लराज़ रहे थे जिन्हाइन देखते ही मैं बेचैन हो गया

मैने आगे को फरजाना के ऊपर झुकते हो अपने लीपस को फरजाना के लीपस पे रख दिया और अपनी ज़ुबान उस के मुह मैं घुसा के किस करने लगा जिस मैं फरजाना भी मेरा साथ तो दे रही थी लेकिन कुछ ख़ास्स नहीं

थोड़ी देर किस करने के बाद मैं फरजाना के बूबस पे हाथ मारा और हल्का सा दबा दिया तो फॉरन फरजाना का हाथ अपने बूबस पे रखे मेरे हाथ पे आया और मेरा हाथ पकड़ लिया लेकिन किस करती रही

फिर फरजाना ने अपने हाथ से जिस से मेरा हाथ अपने बूबस पे रोक रखा था मेरे हाथ को हल्का सा दबा दिया तो मैं अपने हाथ को उस के नरम और सॉफ्ट कुंवारे बूबस जिन पे आज तक किसी मर्द के हाथ नहीं पौहनचे थे दबाने और हल्के हल्के मसालने लगा

मेरे इस तरह बूबस को दबाने से फरजाना थोडा बेचैन होती जा रही थी जिस का अंदाज़ा मुझे उस की किस से भी होता जा रहा था क्यों क अब वो बुरी तरह मेरे लीपस को चूस रही थी मेरे बलों मैं भी अपनी उंगलियाँ घुमा रही थी

अब मैने अपना हाथ फरजाना की क़मीज़ के गले पे रखा और उस की क़मीज़ के बटनों झतका मार के तोड़ दिए( जो क़मीज़ फरजाना ने पहन रखी थी उस मैं सामने 3 4 बातों लगे हो थे) और फरजाना को अपने साथ नीचे को गिरते हो खुद उस के ऊपर गिर गया और किस करने लगा

मैने आगे को फरजाना के ऊपर झुकते हो अपने लीपस को फरजाना के लीपस पे रख दिया और अपनी ज़ुबान उस के मुह मैं घुसा के किस करने लगा जिस मैं फरजाना भी मेरा साथ तो दे रही थी लेकिन कुछ ख़ास्स नहीं

थोड़ी देर किस करने के बाद मैं फरजाना के बूबस पे हाथ मारा और हल्का सा दबा दिया तो फॉरन फरजाना का हाथ अपने बूबस पे रखे मेरे हाथ पे आया और मेरा हाथ पकड़ लिया लेकिन किस करती रही फिर फ्रज़ना ने अपने हाथ से जिस से मेरा हाथ अपने


मैं अब फिर से फरजाना के पास बैठ गया और फरजाना की आँखों मैं झँकते हो फरजाना की क़मीज़ मैं हाथ डालने लगा तो फरजाना ने मेरे हाथ अपने हाथों से पकड़ लिए और लरज़ती होई आवाज़ मैं बोली नहीं भाईईईईई पल्ल्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ ये बौहत बड़ा है आप का

फरजाना की बात सुनते ही मैं बोला नहीं मेरी जान ये बड़ा नहीं है लड़कों के तो इस से भी बड़े होते हैं और वेसे भी तुम्हें डरना नहीं चाहिए क्यों क मैं जो भी करूगा

तुम्हारी मर्ज़ी और खुशी से ही करूगा अगर तुम देखो क दर्द हो रहा है और बर्दाश्त नहीं कर सको गी तो बता देना हूँ नहीं कराईंगे

फरजाना मेरी बात सुन के कुछ सोच मैं पड़ गई लेकिन उस की नज़र अब भी मेरे तगड़े लंड पे ही टिकी होई थी और
जुब मैने देखा क अब वो कुछ नहीं बोल रही है तो मैने उस की क़मीज़ को ऊपर करने की कोसिस की तो उस ने कोई रुकावट नहीं डाली क़मीज़ उतरने मैं क़मीज़ के बाद मैने उस की एलस्टिक वाली सलवार को पकड़ के नीचे खींच दिया और पैरों से निकल के साइड मैं फैंक दिया तो फरजाना मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और पनटी मैं रह गई
अब मैने फरजाना को बिस्तेर पे सीधा लिटा दिया और खुद उस की पनटी के पास बैठ गया और अपनी फिंगर अपनी सब से छोटी और प्यारी सी बेहन की पनटी मैं फँसा दी और हल्का सा नीचे कर दिया तो

उसकी सॉफ और चिकनी बिना बलों वाली चुत के उपरी हिस्से को देखते ही पागल होने लगा
अभी मैं पूरी तरह फरजाना की पनटी उतार भी नहीं आया था क फरजाना ने अपनी टांगे खींच के साथ जौड़ लीं और उठ के अपना सर अपने घुटनों मैं घुसा के बैठ गई

फरजाना के इस तरह बैठ जाने से मैं अपनी जगा छोड के उठा और फरजाना के बलों मैं अपनी फिंगर घूमते हो बोला क्या हुआ मेरी जान क्या अच्छा नहीं लग रा था जो उठ के बैठ गई हो

लेकिन फरजाना कुछ नहीं बोली और ऐसे ही अपना सर घुटनों मैं दिए बेती रही तो

मैने उसे एक बार फिर से लिटा दिया जिस मैं उस ने कोई मुज़हमत नहीं की लेकिन जुब मैं फिर से उस की पनटी उतरने लगा तो
फरजाना अब की बार साइड पे करवट ले गई लेकिन मैने अब की बार उस की पनटी ज़रा ज़ोर लगा क उतार ही दी पनटी उतरते ही जुब मेरी नज़र फरजाना की कोमल और कुँवारी चुत पे गई तो मेरा और मेरे लंड दोनो का हाल्ल बुरा होने लगा फ्रज़ना की चुत देख के

अब मैं और ब्रदाश्त नहीं कर पाया और फरजाना की टाँगों को पकड़ के खोल दिया और खुद दरमियाँ मैं लेट गया और अपनी ज़ुबान फरजाना की गीली और पिंक चुत पे रख के हल्का सा घुमा दिया

ज़ुबान के चुत से टच होते ही फ्रज़ना का जिस्म एक बार अकड़ गया और फिर उस के मुह से उन्म्मह सस्स्सीईईईईई क्या कर रहे हो भाईईईईईईईईई पल्ल्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ ऐसा नहीं करो मुझे कुछ हो रहा हाईईईईईईईईईईईईईईईईईई आअहह की आवाज़ैईन निकालने लगी और साथ ही वो मचल भी रही थी

मैने अपनी ज़ुबान फरजाना की चुत से हटा ले और सर उठा के फरजाना की तरफ देखते हो बोला

क्या होमे जान मज़ा नहीं आ रहा क्या जो मना कर रही हो तो फरजाना ने अपनी आखेँ बंद कर लीं और आहिस्ता से बोली भाई पल्ल्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ ऐसा नहीं करो ये गंदी होती है

मुझे फरजाना की बात पे हँसी आ गई और मैं हंसते हो बोला मेरी भोली बहना इस से अच्छी और प्यारी तो कोई चीज़ हो नहीं सकती और सच ब्ताना क्या तुम्हें मज़ा नहीं आया

क्या तुम्हारा दिल नहीं चाह रहा क मैं अपनी प्यारी सी गुड़िया बेहन की चुत को अच्छे से चाटू.

फरजाना अब की बार कुछ नहीं बोली और अपनी आखेँ बंद किए लेती रही तो मैं फिर से फरजाना की चुत पे झुक गया और अपनी ज़ुबान बाहर निकल के फरजाना की चुत पे ऊपर से नीचे तक घूमने लगा

अब फरजाना मुझे मना नहीं कर रही थी बस अपनी चुत को मेरे मुह की तरफ हल्का हल्का दबा के मज़ा ले रही थी और साथ आअहह भाईईईईईईईईईईई उन्म्मह अच्छा लग रहा है पल्ल्ल्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ भाई ऐसे ही चटूऊऊऊऊओ ऊऊहह भाईईईईईईईईईईईईईईई

आप कितने आचे हूऊऊऊओ की आवाज़ निकल रही थी और पागल होती जा रही थी जैसे जैसे मैं अपनी ज़ुबान को तेज़ी से फरजाना की चुत पे घुमा के चाट रहा था और साथ ही केभी कभी हल्का सा काट भी देता था

मेरी इन हरकतों से मेरी छोटी बेहन और भी मचल उठती और आअहह भाईईईईईई पल्ल्ल्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ काटूऊऊओ नैईईईईईईई ऊऊहह भाईईईईईईई मुझे कुछ हो रहा हाईईईईईईईईईईईई उनम्म्मममह भाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ऊऊहह की आवाज़ क साथ ही फरजाना की चुत मैं से पानी का सेलाब बह निकला जो के सारा मेरे मुह के ऊपर गिरा और कुछ मेरे मुह मैं चला गया जिसे मैं पी गया और बाकी चाट के सॉफ कर दिया
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RE: Incest Porn Kahani चुदाई घर बार की - by hotaks - 04-29-2020, 01:23 PM

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