RE: Kamukta kahani मेरे हाथ मेरे हथियार
वह जंगलों में नीचे बनी सुरंग का एक अंधियारा हिस्सा था ।
उस पतली सी सुरंग में इस वक्त एक चटाई बिछी हुई थी और उस चटाई पर दो साये आपस में बुरी तरह गुंथे हुए थे ।
दोनों निर्वस्त्र थे ।
जिस्म पर कपड़े की एक धज्जी तक नहीं ।
लड़की नीचे थी ।
पुरुष ऊपर !
तभी पुरुष के हाथ सरसराते हुए लड़की की दोनो जांघों पर पहुँच गये ।
जांघे, जो धधककर अंगारा बनी हुई थीं ।
“क्या कर रहे हो ?” लड़की कुलबुलाई ।
“क्यों, क्या तुम्हें मालूम नहीं?”
लड़की हंसी ।
उसकी हंसी खनकती हुई थी ।
मादकता से भरी ।
वह दोनों ‘सैक्स’ का भरपूर आनंद लूट रहे थे ।
तभी पुरुष ने अपने धधकते हुए होंठ लड़की की मांसल उरोजों पर रख दिये ।
सनसनी सी मचती चली गयी लड़की के शरीर में ।
उसके मुँह से तीव्र सिसकारी छूटी और उसने अपनी दोनों मुट्टियों में पुरुष के कंधे कसकर जकड़ लिये ।
“ओह मारकोस, तुम मुझे पागल बना देते हो । बिल्कुल पागल ।” लड़की ने उसका एक गरमा-गरम चुम्बल ले डाला ।
“और डार्लिंग, क्या तुम भी मेरा यही हाल नहीं करतीं ।” पुरुष बोला- “तुम भी तो मुझे दीवाना बना डालती हो ।”
दोनों हंसे ।
वह दोनों खतरनाक योद्धा थे और सपोर्ट ग्रुप के मैम्बर थे ।
लड़की का नाम ‘बार्बी’ था ।
बार्बी, जो जापानी थी और जूडो कराटे की जबरदस्त एक्सपर्ट थी । यूं तो उसका असली नाम यून ही सून था, मगर ज्यादातर लोग उसे बार्बी के नाम से ही जानते थे ।
पुरुष का नाम ‘ली मारकोस’ था ।
ली मारकोस, जबरदस्त समुराई फाइटर, वो बार्बी की तरह ही जापानी था और समुराई फाइटिंग में उसे ‘ग्रेंड मास्टर’ जैसी उच्च उपाधि हासिल थी ।
वह दोनों एक-दूसरे से प्यार करते थे ।
सिर्फ प्यार ही नहीं करते थे बल्कि उनका सपना भी था, जब वह सभी बारह यौद्धा मिलकर पूरे बर्मा पर कब्जा करने में कामयाब हो जायेंगे, तो वह दोनों उसी दिन शादी भी कर लेंगे ।
ली मारकोस ने अब अपने होंठ बार्बी के उरोजों पर रख दिये और फिर वह बिल्कुल बच्चा बन गया ।
अबोध शिशु ।
बार्बी की नस-नस में अंगारे भरते चले गये ।
हालांकि ली मारकोस समुराई फाइटर था, जिन्हें संयम बरतने की खास ट्रेनिंग दी जाती है ।
लेकिन जब बार्बी जैसी नवयौवना बाहो में हो, तो भला कौन संयम बरत सकता है ?
वही हाल इस समय ली मारकोस का था ।
वह बड़े दीवानागार आलम में बार्बी के चुम्बन लेता चला गया ।
ढेरों चुम्बन !
उसके जिस्म का ऐसा कोई हिस्सा न था, जहाँ ली मारकोस ने अपने होंठों की मुहर न लगाई हो ।
फिर उसकी दृष्टि बार्बी की जांघों पर जाकर केन्द्रित हो गयी ।
बार्बी मुस्करायी ।
वह उसका इरादा भांप गयी ।
अगले क्षण तूफानी थे ।
जबरदस्त तूफानी ।
बार्बी के मुंह से हल्की चीख उबल पड़ी और उसके बाद सब कुछ शांत होता चला गया ।
बिल्कुल शांत ।
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