RE: Kamukta kahani मेरे हाथ मेरे हथियार
जैक क्रेमर चिंतित था ।
परेशान !
कमाण्डर करण सक्सेना की उन खौफनाक जंगलों में घुसने वाली खबर ने उसकी नींद उड़ा दी थी । खासतौर पर जब से उसे हूपर के मरने की सूचना मिली थी, तब से तो वह कुछ ज्यादा ही डरा हुआ था । इस समय वो अपने आलीशान शयन कक्ष में आराम कुर्सी पर बैठा था और दुनिया की सबसे कीमती ‘थ्री डब्ल्यू पीटरसंस’ शराब का पैग बनाकर पी रहा था ।
उस एक शराब की बोतल की कीमत लगभग सत्तर हजार रूपये होती है ।
आहट सुनकर उसने दरवाजे की तरफ देखा ।
वहाँ हिटमैन खड़ा था ।
“आओ हिटमैन !”
हिटमैन धीरे-धीरे कदमों से चलता हुआ उसके करीब आया और फिर सामने पड़ी एक दूसरी कुर्सी पर बैठ गया ।
“क्या जंगल से कोई खबर आयी है ?”
“नहीं, अभी तक कोई सूचना नहीं है ।”
“हूँ ।”
जैक क्रेमर ने धीरे से हुंकार भरी तथा फिर हिटमैन के लिए ‘थ्री डब्ल्यू पीटरसंस’ का एक पैग तैयार करने लगा ।
“नहीं ।” हिटमैन ने उसे टोका- “मेरी इच्छा नहीं है ।”
“एक पैग ले लो ।”
हिटमैन खामोश रहा ।
इस बीच जैक क्रेमर ने उसके लिए एक पैग तैयार कर दिया था, जिसे फिर हिटमैन ने उठा लिया ।
“मैं आपसे एक बहुत खास विषय पर बात करने आया हूँ सर !” हिटमैन बोला ।
“किस विषय पर ?”
“आपको शायद मालूम नहीं है ।” हिटमैन ने शराब का एक घूंट भरा- “कि कल नारकाटिक्स (नशीले पदार्थ) की एक बहुत बड़ी खेप रंगून के लिए रवाना होने वाली है ।”
“फिर क्या प्रॉब्लम है ?”
“प्रॉब्लम कहीं कुछ नहीं है सर ! रंगून जो खेप जाने वाली है, वह खेप पूरी तरह तैयार है । इसके अलावा वो जंगली लोग भी तैयार हैं, जो हमारे नशीले पदार्थ अपने खच्चरों पर लादकर तथा जड़ी-बूटियों की आड़ में छिपाकर जंगल में बाहर ले जाते हैं और फिर बर्मा सरकार की आँखों में धूल झोंककर रंगून तक पहुँचाते हैं । बस प्रॉब्लम एक ही जगह है सर, और बहुत बड़ी प्रॉब्लम है ।”
“क्या ?”
“हमारी वो खेप जिस रास्ते से होकर रंगून जाने वाली है, वो जंगल का वही रास्ता है, जिस पर इस समय कमाण्डर करण सक्सेना मौजूद है ।”
“ओह !”
“सर !” हिटमैन थोड़ा आगे को झुक गया और उसने शराब के दो घूंट भरे- “अगर इत्तेफाक से वो खेप कमाण्डर करण सक्सेना की निगाह में आ गयी, तो वो हमारी उस पूरी नारकाटिक्स खेप को तबाह कर सकता है, जो हमारे लिए बड़ा नुकसान होगा ।”
“क्या वो खेप जंगल के किसी और रास्ते से होकर रंगून तक नहीं पहुँच सकती है ?” जैक क्रेमर ने अपना जाम खाली करके टेबिल के ऊपर रखा ।
“आप तो जानते ही हैं सर, दूसरे रास्ते की तरफ विशाल डरावनी नदी बहती है और वो नदी भी आगे जाकर अवरुद्ध हो गयी है, इसलिए उस तरफ से भी जाना मुमकिन नहीं है ।”
“हूँ ।”
जैक क्रेमर के माथे पर चिन्ता की गहरी लकीरें खिंच गयी ।
समस्या वाकई जटिल थी ।
“फिर तो बस एक ही तरीका है ।”
“क्या?”
“फिलहाल नारकाटिक्स खेप को रंगून भेजे जाने का प्रोग्राम पोसपोण्ड कर दो ।”
“लेकिन कब तक के लिए ?”
“जब तक कमाण्डर करण सक्सेना मार नहीं दिया जाता । जब तक दहशत का वो माहौल खत्म नहीं हो जाता, जो कमाण्डर के जंगल में आने की वजह से बना है ।”
“परंतु अगर इस मिशन के पूरा होने में ज्यादा लम्बा समय लग गया, तो फिर क्या होगा ?” हिटमैन ने भी अपना पैग खाली करके सामने टेबिल पर रखा- “जरा सोचिये, नारकाटिक्स का कारोबार ही हम तमाम यौद्धाओं की असली ताकत है । इसी कारोबार के बल पर हम दौलत इकटठी कर रहे हैं और एक दिन पूरे बर्मा पर कब्जा करने के अपने सपने को साकार रूप दे रहे हैं । अगर हमारा यही कारोबार बंद हो जायेगा, तो फिर हम क्या करेंगे ?”
“बेवकूफो की तरह बात मत करो हिटमैन !” जैक क्रेमर ने अपने सन जैसे सफेद बालों को झटका देकर कुर्सी के हत्थे पर घूंसा मारा और फिर खड़ा हो गया- “यह कोई ऐसी समस्या नहीं है, जो हमेशा रहने वाली है । हो सकता है, आज की रात ही कमाण्डर के जीवन की आखिरी रात हो ।”
“लेकिन... !”
“प्लीज हिटमैन, फिलहाल हमें अपना सारा ध्यान कमाण्डर की तरफ लगाना चाहिये । इस वक्त नारकाटिक्स खेप भेजे जाने की कोई बात मत करो ।”
“ओके सर ।”
हिटमैन भी अपनी कुर्सी छोड़कर खड़ा हो गया ।
“कोई और सूचना ?”
“नहीं सर ! इस वक्त मैं रेडियो रूम में जा रहा हूँ । देखता हूँ, शायद वहाँ कमाण्डर से संबंधित कोई खबर आयी हो ।”
“बेहतर है ।”
हिटमैन वहाँ से चला गया ।
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