RE: Kamukta kahani मेरे हाथ मेरे हथियार
जीप के नीचे पहुँचते ही कमाण्डर ने अपने हैवरसेक बैग में-से नारंगी रंग की एक गेंद निकाली ।
गेंद, जो बहुत शक्तिशाली टाइम-बम था ।
“अब यह टाइम-बम तुम्हें जहन्नुम का रास्ता दिखायेगा दोस्तों !”
कमाण्डर करण सक्सेना ने उस टाइम-बम में ठीक दो मिनट बाद का टाइम सैट किया ।
फिर उसकी उगलियां जीप के कुछ पुर्जों के साथ छेड़छाड़ करने लगीं ।
जल्द ही उसने वो टाइम-बम जीप के कलपुर्जों के बीच फिट कर दिया ।
“अलविदा दोस्तों ! गुडबाय !”
कमाण्डर करण सक्सेना पिछली साइड से ही जीप से बाहर निकला और दौड़कर वापस झाड़ियों में समां गया ।
तभी कमाण्डर को बार्बी नजर आयी, वह बड़ी चौकन्नी और घबराई हुई मुद्रा में जीप की तरफ चली आ रही थी ।
“दुश्मन का पता चला ?” जैकब ने ड्राइविंग सीट पर बैठे-बैठे पूछा ।
“नहीं, दुश्मन का तो कुछ पता नहीं चला ।” बार्बी बोली- “लेकिन एक बड़ी भारी गड़बड़ हो गयी है ।”
“कैसी गड़बड़ ?”
“मेरे साथ जो दो गार्ड गये थे और जो मेरे पीछे-पीछे चल रहे थे, वह न जाने कहाँ गायब हो गये हैं, मैं उन्हें सब जगह तलाश चुकी हूँ । मगर उनका कहीं कुछ पता नहीं ।”
“वो कहाँ चले गये ?”
“खुद मेरे कुछ समझ नहीं आ रहा ।”
अब बार्बी के साथ जैकब और दोनों गार्ड भी घबराये हुए नजर आने लगे ।
स्थिति वाकई जटिल थी ।
जंगल में जो भी आगे जा रहा था, वही गायब हो रहा था ।
बार्बी भी जीप में बैठ गयी ।
“अब क्या करना है ?”
“जीप आगे बढ़ाओ ।” बार्बी बोली ।
जैकब ने जीप को आगे बढ़ाया ।
जीप अभी मुश्किल से थोड़ी ही दूर गयी होगी, तभी उसके नीचे लगा टाइम-बम फट पड़ा और एक बहुत प्रचण्ड धमाका हुआ ।
तत्काल पूरी जीप की धज्जियां बिखर गयीं ।
आकाश की तरफ भीषण आग के शोले उठते नजर आये ।
जैकब और दोनों गार्ड तो फौरन मारे गये । अलबत्ता बार्बी जीप के अंदर बहुत चौकन्नी मुद्रा में बैठी थी, जैसे ही धमाका हुआ, उसने बहुत आनन-फानन जीप से बाहर छलांग लगा दी । इसीलिए वो बच गयी ।
फिर भी जख्मी काफी हुई ।
वो दूर झाड़ियों में जाकर गिरी थी । झाड़ियों में गिरते ही बार्बी ने बिल्कुल चीते की तरह कलाबाजी खाई । सबसे अच्छी बात ये हुई कि राइफल अभी भी उसके हाथ में थी ।
उसने राइफल अपने आगे तान दी ।
कोई आसपास नहीं था ।
बम-विस्फोट में उसके कपड़ों के चीथड़े बिखर गये थे, वह अपनी टांग को काफी जख्मी महसूस कर रही थी और उसके बायें कंधे में-से भी खून रिस रहा था ।
वहीं झाड़ियों में पड़े-पड़े बार्बी ने ट्रांसमीशन स्विच ऑन किया और जल्दी हैडक्वार्टर से सम्पर्क स्थापित करने के प्रयास में जुट गयी ।
“हैलो-हैलो !” वह बड़े दहशतनाक अंदाज में ट्रांसमीटर पर चिल्ला रही थी- “कैन आई स्पीक टू जैक क्रेमर ?”
“कैन आई स्पीक टू जैक क्रेमर ?”
जल्द ही उसका जैक क्रेमर से सम्पर्क स्थापित हो गया ।
“हैलो बार्बी !” फौरन ही दूसरी तरफ से जैक क्रेमर की आवाज आयी- “यह रेडियो बोर्ड पर बार-बार धमाके की आवाज कैसे नोट की जा रही है ? तुम ठीक तो हो न बार्बी ?”
“यहाँ कुछ भी नहीं बचा सर !” बार्बी ने आर्तनाद किया- “मारकोस मारा जा चुका है । हमारे तमाम साथी मारे जा चुके हैं । कमाण्डर करण सक्सेना ने जंगल में भारी तबाही बरपा कर रखी है । मैं भी इस वक्त काफी जख्मी हूँ ।”
“माई गॉड ।” जैक क्रेमर की सख्त आवाज- “ली मारकोस भी मारा गया ।”
“यस सर !”
“तुम्हारी अब क्या पोजिशन है ?”
“मैं फिलहाल यहाँ बिल्कुल अकेली हूँ और मुझे लग रहा है, कमाण्डर अब बस किसी भी क्षण मेरे सामने आने वाला है ।”
“तुम्हारे पास कोई हथियार है ?”
“हाँ, एक राइफल मेरे पास है ।”
“वैरी गुड ! अगर कमाण्डर करण सक्सेना तुम्हारे सामने आये, तो वह बचना नहीं चाहिये । उसे पहली गोली से ही शूट करना ।”
“ऐसा ही होगा सर, वो बस एक बार मेरे सामने आ जाये ।”
“चिन्ता की क्या बात है बेबी !” तभी कोई जोर से हंसा- “कमाण्डर करण सक्सेना तुम्हारे सामने खड़ा है ।”
बार्बी ने झटके के साथ गर्दन ऊपर उठाई ।
उससे थोड़ा ही फासले पर सचमुच कमाण्डर करण सक्सेना खड़ा था ।
उसके हाथ में अपनी पसंदीदा कोल्ट रिवॉल्वर थी । बार्बी के गर्दन ऊपर उठाते ही उसने रिवॉल्वर अपनी अंगुलियों के गिर्द फिरकनी की तरह घुमाई ।
धांय-धांय !
लेकिन बार्बी ने बिना कोई क्षण गंवाये असाल्ट राइफल का ट्रेगर दबा दिया ।
कमाण्डर बिल्कुल किसी तेदुंए की तरह ऊपर उछला, गोलियां उसके नीचे से गुजर गयीं ।
फौरन ही उसने भी अपनी रिवॉल्वर का ट्रेगर दबाया ।
धांय !
गोली सीधे बार्बी की असाल्ट राइफल में जाकर लगी ।
चीखी बार्बी !
राइफल उसके हाथ से उछलकर दूर जा गिरी ।
परन्तु अगले ही क्षण बार्बी एकदम जबरदस्त एक्शन की मुद्रा में आ गयी थी ।
वह मुंह से चीत्कार निकालते हुए उठी और कमाण्डर के सामने टाइगर क्लान के एक्शन में खड़ी हो गयी ।
कमाण्डर मुस्कराया ।
रिवॉल्वर एक बार फिर उसकी उंगलियों के गिर्द फिरकनी की तरह घूमी ।
“तुम्हारी केस फाइल भी मैंने काफी अच्छी तरह पढ़ी है बार्बी ।” कमाण्डर करण सक्सेना बोला- “मैं जानता हूँ, तुम मार्शल आर्ट की जबरदस्त योद्धा हो और तुमने जूडो के अंदर बारहवां दन, ताइक्वांडो में आठवां, कराटे में दसवां दन और बर्मी बॉक्सिंग सवाटे के अंदर सातवां दन प्राप्त कर रखा है । चिन्ता मत करो बार्बी, मैं तुम्हें निराश नहीं करूंगा । मैं तुम्हें भी उसी हथियार से मारूंगा, जिसमें तुम्हें महारथ हासिल है ।”
कमाण्डर ने रिवॉल्वर वापस अपनी जेब में रख ली ।
फिर उसने बार्बी और अपने चारों तरफ एक बहुत बड़ा ‘ऐरीना’ बनाया ।
“अब हम दोनों के बीच इस ‘ऐरिना’ के अंदर फाइट होगी । देखता हूँ, तुमने भी मार्शल आर्ट के कौन-कौन से गुर सीख रखे हैं ।”
कमाण्डर करण सक्सेना के मुंह से अभी वो शब्द निकले ही थे, तभी बार्बी ने कुंगफू के स्नैक हैंड का जबरदस्त प्रहार कमाण्डर के चेहरे पर कर दिया ।
चीख निकल गयी कमाण्डर करण सक्सेना की ।
प्रहार वाकई बहुत जबरदस्त था ।
वह संभलता, उससे पहले ही बार्बी ने कराटे के एक और एक्शन हिजागिरी का प्रयोग किया ।
“मूर्ख आदमी, अभी तो तुम्हें मार्शल आर्ट का पहला ही सिद्धांत याद नहीं है ।” बार्बी जहरीली नागिन की तरह फुंफकारी- “दुश्मन को कभी मौका मत दो ।”
फिर बार्बी ने बॉक्सिंग का लैफ्ट पंच उसके पेट में जड़ा तथा फिर जूडो का थ्री एक्शन दिखाने के लिए उसकी तरफ झपटी ।
लेकिन उसी क्षण चूक गयी ।
कमाण्डर ने तभी कावासिकीगिरी का प्रयोग कर दिया था ।
कावासिकीगिरी- यह कराटे का एक खास एक्शन है, इसमें दुश्मन को पहले इस तरह धोखा दिया जाता है, जैसे हमला होने वाला है । परन्तु हमला फौरन होने के बजाय रूककर होता है ।
बार्बी जैसी यौद्धा भी एक क्षण के लिए उस ‘चाल’ में फंस गयी ।
कमाण्डर ने जैसे ही कावासिकीगिरी का एक्शन दिखाया, बार्बी ने फौरन उस हमले को रोकने के लिए हाथ से ब्लॉक लगाना चाहा ।
परन्तु हमला हुआ ही नहीं था ।
अगर उसी क्षण हमला हो जाता, तो बिना शक बार्बी उस हमले को ब्लॉक करने में कामयाब हो जाती ।
जैसे ही बार्बी का हाथ आगे बढ़ा, फौरन सेकेण्ड के सौवें हिस्से की देरी से कमाण्डर करण सक्सेना की टांग ने एक्शन दिखाया । वह भड़ाक से सीधे बार्बी के मुंह पर पड़ी ।
हलक फाड़कर चिल्ला उठी बार्बी !
वह कलाबाजी खाकर नीचे गिरी ।
“अभी मुझे नहीं बल्कि तुम्हें मार्शल आर्ट के सिद्धांत सीखने की जरूरत है बार्बी डार्लिंग ।”
परन्तु बार्बी गजब की दुस्साहसी थी ।
जख्मी होने के बावजूद वह नीचे गिरते ही एकदम स्प्रिंग लगे खिलौने की भांति जम्प लेकर वापस खड़ी हो गयी ।
दोनों योद्धा पुनः आमने-सामने थे ।
आमने सामने आते ही वह दोनों एकदम टाइम क्लान के एक्शन में आ गये ।
“तुम आज मेरे हाथों से बचोगे नहीं कमाण्डर करण सक्सेना ।” बार्बी फुंफकारी ।
“यही शब्द थोड़ी देर पहले ली मारकोस ने भी कहे थे । मगर उसी की समुराई उसके दिल के आर-पार गुजर गयी ।”
“मारकोस ने शायद तुम्हें बचने का मौका दे दिया होगा, लेकिन मैं तुम्हें कोई मौका नहीं देने वाली हूँ ।”
बार्बी का हाथ तुरंत शुगी के एक्शन में उसकी तरफ झपटा ।
परन्तु सावधान था कमाण्डर करण सक्सेना ।
उसने तुरंत अपने हाथ से शुगी के उस एक्शन को ब्लॉक कर दिया और उस एक्शन को ब्लॉक करते ही कमाण्डर की राउण्ड किक घूमी ।
बार्बी चीखते हुए नीचे गिरी ।
लेकिन फौरन ही वो पुनः जम्प लेकर खड़ी हो गयी ।
खड़े होते ही उसने कमाण्डर के ऊपर उरेकान का इतना जबरदस्त प्रहार किया कि उसकी आँखों के गिर्द चांद-तारे नाच गये । फिर उसने लोअर कट ओर अपर कट के एक्शन दिखाये ।
वह सचमुच बहुत फुर्तीली थी ।
बहुत खतरनाक ।
मगर तभी कमाण्डर करण सक्सेना ने रेसलिंग की आर्म अण्डर डाइव दिखा दी थी ।
जिसे ‘कला जंग’ भी कहते हैं ।
बस एकाएक ही बार्बी के हाथ कमाण्डर करण सक्सेना के हाथ में आ गये थे । उसने तुरंत आर्म अण्डर डाइव का एक्शन दिखाया और अपना दूसरा हाथ बार्बी की दोनों टांगों के बीच में डालकर उसे अपने सिर से ऊपर उठा दिया ।
“न... नहीं ।”
बार्बी के मुंह से भयप्रद चीख निकली ।
“जानती हो बार्बी डार्लिंग, मैं अब क्या करने जा रहा हूँ ।” कमाण्डर करण सक्सेना बोला- “मैं अब तुम्हारे उसी दांव से तुम्हें मारने जा रहा हूँ, जिसमें तुम्हें सबसे ज्यादा महारथ हासिल है ।”
कमाण्डर ने फौरन बहुत जोर से उसे वहीं रखे एक पत्थर पर पटक मारा ।
जैसे ही बार्बी का सिर पत्थर से जाकर टकराया, वह बिल्कुल तरबूज की तरह फट पड़ा ।
बार्बी के मुख से एक और बहुत मर्मांतक चीख उबली तथा फिर वहाँ खामोशी छाती चली गयी ।
बार्बी के सिर से अब थुल-थुल करके खून बाहर निकल रहा था ।
वो मर चुकी थी ।
यही वो क्षण था, जब गुफा के अंदर फिट डायनामाइट की छड़ें भी एकाएक बहुत प्रचण्ड धमाके के साथ फटीं ।
डायनामाइट फटते ही उस पूरी गुफा की खील-खील होकर धज्जियां बिखरती चली गयीं ।
उसमें जितने गार्ड कैद थे, वह सब मारे गये ।
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