RE: Kamukta kahani मेरे हाथ मेरे हथियार
मास्कमैन, हिटमैन और डायमोक- वह तीनों योद्धा जंगल में कमाण्डर करण सक्सेना को बुरी तरह तलाश करते घूम रहे थे ।
तमाम हथियारबंद गार्ड उनके साथ थे ।
जंगली भी साथ थे ।
मगर इसके बावजूद जंगल में भटकते-भटकते हताश होने लगे थे ।
“मुझे तो लगता है ।” हिटमेन बोला- “हम लोग खामखाह जंगल में भटक रहे हैं ।” कमाण्डर करण सक्सेना को जरूर मालूम हो गया है कि अब कितने सारे लोग उसके पीछे हैं, इसीलिए मैं समझता हूँ कि वो जंगल छोड़कर भाग खड़ा हुआ है ।
“बेवकूफों की तरह बात मत करो ।” मास्कमैन गुर्राया ।
“इसमें बेवकूफी जैसी क्या बात है भाई !”
“तुम शायद नहीं जानते, कमाण्डर करण सक्सेना जैसा आदमी इतनी आसानी से मैदान छोड़कर भागने वाला नहीं है । फिर इस मिशन के शुरू होने में ही वो जितने आदमियों की लाशें बिछा चुका है, उससे तो उसके हौंसले और भी ज्यादा बढ़े हुए होंगे ।”
“बिल्कुल ठीक बात है ।” डायमोक ने भी कुबूल किया- “वाकई कमाण्डर करण सक्सेना भागने वाले लोगों में नहीं है । वो अभी जंगल में ही कहीं है ।”
चलते-चलते जब वह लोग थक गये, तो उन्होंने जंगल में ही एक जगह डेरा डाल दिया ।
तभी मास्कमैन की रिस्टवॉच में से ब्लिप-ब्लिप की आवाज निकलने लगी । जरूर हैडक्वार्टर से कोई सम्पर्क करना चाहता था ।
मास्कमैन ने फौरन ट्रांसमीटर स्विच ऑन किया ।
“हैलो मास्कमैन स्पीकिंग ।”
“मैं हैडक्वार्टर से जैक क्रेमर बोल रहा हूँ ।”
“यस सर !”
“कमाण्डर करण सक्सेना के बारे में क्या रिपोर्ट है ?”
“अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं है सर !” मास्कमैन तत्पर भाव से बोला- “पिछले दो दिनों से हम उसे लगातार जंगल में तलाश करते हुए घूम रहे हैं । लेकिन हम निराश नहीं हैं । हमें उम्मीद है कि बहुत जल्द कमाण्डर करण सक्सेना हमसे कहीं-न-कहीं जरूर टकरायेगा और वही क्षण उसकी जिंदगी का आखिरी क्षण होगा ।”
“कोई और रिपोर्ट ?”
“पिछले दो दिन से जंगल में भी पूरी तरह अमन शांति है ।” मास्कमैन बोला- “कहीं से भी तो खून-खराबे की कोई सूचना नहीं मिली है ।”
“यानि जंगल में सिर्फ कमाण्डर करण सक्सेना ही गायब नहीं है बल्कि वो सारे चिन्ह भी गायब है, जो कमाण्डर करण सक्सेना की जंगल में मौजूदगी दर्शाते हैं ।”
“यस सर !”
“यह एकाएक गया कहाँ ?”
“मेरे भी कुछ समझ नहीं आ रहा है सर ! परन्तु मुझे लगता है कि यह खामोशी बहुत ज्यादा लम्बे समय तक रहने वाली नहीं है ।”
“जैसे ही कमाण्डर के बारे में कोई जानकारी मिले, मुझे तुरंत इन्फॉर्म करना ।”
“जरूर सर ।”
मास्कमैन ने ट्रांसमीशन स्विच बंद कर दिया ।
तभी उसकी निगाह हिटमैन पर पड़ी । हिटमैन उस समय एक जीप का पेट्रोल टैंक चैक कर रहा था । पेट्रोल टेंक चैक करने के बाद वह दो हथियारबंद गार्डों से कहने लगा था कि वो उसके साथ चलें ।
“तुम कहाँ जा रहे हो ?” मास्कमैन हैरानीपूर्वक बोला ।
“कमाण्डर करण सक्सेना को तलाश करते-करते तो अड़तालीस घण्टे से भी ऊपर हो चुके हैं भाई !” हिटमैन बोला- “अब सोचता हूँ कि थोड़ा मौज-मस्ती का भी प्रोग्राम बनाया जाये ।”
“कैसी मौज मस्ती ?”
“मैं जंगल में से हिरन मारकर लाता हूँ, फिर उसे भूनकर खायेंगे ।”
“तुम पागल हो गये हो ।” मास्कमैन गुर्राया- “जंगल में कमाण्डर करण सक्सेना जैसा हमारा खतरनाक दुश्मन मौजूद है और तुम्हें शिकार की सूझ रही है ।”
“यह सिर्फ आप ही कह रहे हैं भाई, कमाण्डर जंगल में मौजूद है, मुझे तो अभी भी इस बात पर यकीन नहीं है और फिर वैसे भी हिरन का शिकार करने के लिए कोई दस-बीस मील दूर थोड़े ही जाऊंगा । बस यहीं आसपास हूँ ।”
दो हथियारबंद गार्ड तब तक जीप में बैठ चुके थे । हिटमैन ने भी जीप की ड्राइविंग सीट पर बैठकर फौरन जीप स्टार्ट कर दी ।
“लेकिन... ।”
उसने जीप स्टार्ट करके उसे फुल स्पीड से दौड़ा दी ।
“जल्दी ही वापस आना ।” मास्क मैन गला फाड़कर चिल्लाया ।
“हद से हद एक घण्टे में वापस आता हूँ ।”
जीप तूफानी गति से दौड़ती हुई चली गयी । जल्द ही वो नजरों से ओंझल हो चुकी थी ।
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