RE: Desi Porn Kahani विधवा का पति
"तू...तू हत्यारा है—कमीने....पापी....मैं तुझे कच्चा चबा जाऊंगी।" दोनों हाथों से युवक का गिरेबान पकड़े उसे झंझोड़ती हुई रश्मि चीखे चली जा रही थी— “बहुत बड़ा जालसाज है तू—पुलिस ठीक ही कहती थी—तूने मुझे ठग लिया है—मैं लुट गई , मेरा बच्चा भी तूने मुझसे छीन लिया—मेरा वीशू....मेरा बेटा लौटाकर दे मुझे।"
इस खबर से युवक को भी शॉक-"सा लगा था कि रूपेश विशेष को ले गया है। अवाक् और जड़वत्-सा खड़ा रह गया था वह—बूढ़ी मां एक तरफ पड़ी दहाड़े मार-मारकर रो रही थी।
“बोलता क्यों नहीं हत्यारे—बोल , मैं कहती हूं बोल कि मेरे वीशू को लाएगा या नहीं ?" पागलों की तरह चीखती हुई रश्मि ने उसे झंझोड़ा , मगर तब भी युवक की तंद्रा भंग न हुई।
रश्मि पुन: चीखी—"अब बोलता क्यों नहीं, बहुरूपिए—अब कह कि तूने किसी रूबी की हत्या नहीं की थी—किसी रूपेश को जिन्दा नहीं जलाया था तूने।"
"प्लीज रश्मि , 'शाही कोबरा ' की साजिश को समझने की कोशिश करो—मैंने कहा था कि वह कोई भी चाल चल सकता है , मेरे और तुम्हारे बीच दरार पैदा करने वाली चाल भी—उसने वही किया है—छिड़ी हुई जंग में मेरे द्वारा किए गए हमलों से वह चीखता गया है—मैं उनके बहुत-से रहस्य जान चुका हूं, रश्मि—मुझ पर उनका वश न चला तो अब वीशू को उठा ले गए हैं—केवल इसीलिए कि कहीं मैं सारे राज पुलिस को न बता हूं।"
"म...मैं कुछ नहीं जानती—मुझे वीशू चाहिए—वीशू को वे तभी छोड़ेंगे जब तू खुद को उनके हवाले कर देगा—मगर वीशू तेरा लगता ही कौन है? उसकी जान बचाने के लिए तू भला खुद को उनके हवाले क्यों करने लगा ?"
जाने क्यों युवक की आंखें भर आई थीं , बोला—“मैं मांजी की कसम खाकर कहता हूं रश्मि कि खुद अपनी जान दे दूंगा , मगर वीशू को कुछ नहीं होने दूंगा।"
रश्मि अवाक्-सी युवक को देखती रह गई।
"मैं वापस आ सकूं या न आ सकूं, रश्मि—मगर ये वादा रहा कि वीशू यहां जरूर आएगा—मैं उसका बाल भी बांका नहीं होने दूंगा , मगर...।"
"मगर ?" आग का एक भभका-सा रश्मि ने उसकी तरफ फेंका।
"जरा शांति के साथ रूपेश द्वारा छोड़े गए इस पत्र को पढ़ लो।"
रश्मि ने पत्र लिया , पढ़ा—
"हम विशेष को ले जा रहे हैं—अगर तुमने पुलिस को कमरा नम्बर पांच-सौ-पांच या 'शाही कोबरा ' के हैडक्वार्टर के बारे में हल्की-सी भी जानकारी देने की कोशिश की तो हम विशेष को मार डालेंगे—अगर तुम्हें विशेष को जीवित पाना है तो तुरन्त 'मुगल महल ' में आ जाओ।
— 'शाही कोबरा '।"
पत्र पढ़कर रश्मि के रोंगटे खड़े हो गए। युवक ने कहा— “अब तुम समझ सकती हो कि रूपेश का सम्बन्ध मेरे द्वारा किए गए किसी हत्याकाण्ड से नहीं , बल्कि 'शाही कोबरा ' से छिड़ी मेरी वर्तमान जंग से है—मेरी तलाश में किसी भी क्षण पुलिस यहां आ सकती है। वीशू की बेहतरी के लिए तुम उससे कुछ नहीं कहोगी।"
|