RE: XXX Hindi Kahani अलफांसे की शादी
रॉल्स वापस यानी पहाड़ी सड़क पर उतर रही थी।
लड़की ने अपना नाम इर्विन स्टेनले बताया था—और बताया था कि इन लोगों ने उसका अपहरण एक सुनसान सड़क से किया था—अलफांसे के दिलो-दिमाग पर अब इर्विन के सौन्दर्य का कोई प्रभाव नहीं था, जबकि वह महसूस कर रहा था कि इर्विन निरंतर काफी देर से उसे एकटक देख रही है।
अलफांसे महसूस कर रहा था कि उन हीरे जैसी नीली आंखों में उसके लिए विशेष भाव हैं, कुर्बान हो जाने जैसे भाव—किन्तु प्रत्यक्ष में वह पूरे ध्यान से कार ड्राइव करता महसूस हो रहा था। इर्विन से वह पूछ चुका था कि उसे कहां जाना है, इर्विन ने कहा था—‘डिफेन्स स्ट्रीट’—और ये हकीकत है कि अलफांसे बगल में बैठी इर्विन की मौजूदगी के कारण अजीब-सी असुविधा महसूस कर रहा था, वह जल्दी-से- जल्दी इर्विन को ‘डिफेन्स स्ट्रीट’ पर छोड़ देना चाहता था।
यही वजह थी कि वह कार काफी तेज गति से चला रहा था।
एकाएक इर्विन ने पूछा—“क्या आप वाकई अलफांसे हैं?”
“ज...जी...जी हां—मगर आपको मेरा नाम कैसे मालूम?”
“आपने उस गुण्डे से कहा था न कि वह बोगान से कह दे कि...।”
“ओह!”
“क्या आप वही अलफांसे हैं जिसका नाम बचपन में ‘टाइगर’ था—बचपन के प्रसिद्ध फाइटर और आज के अन्तर्राष्ट्रीय मुजरिम— सारी दुनिया की पुलिस को उंगलियों पर नचाने वाले—क्या आप ही ने यह दावा कर रखा है कि दुनिया की कोई भी जेल आपको, आपकी इच्छा के विरुद्ध कैद नहीं रख सकती?”
“आप मेरे बारे में इतना सब कुछ कैसे जानती हैं?”
“अखबार पढ़ने वाला शायद ही ऐसा कोई हो जो आपको न जानता हो!” इर्विन ने कहा—“मगर आपने जवाब नहीं दिया। क्या आप सचमुच वही अलफांसे हैं?”
“जी हां!”
“कमाल है!”
धीमें से मुस्कराते हुए अलफांसे ने पूछा—“कैसा कमाल?”
“सुना है कि उस वक्त आप केवल अट्ठारह वर्ष के थे जब अकेले ही माफिया से टकरा गए—टकराए ही नहीं, बल्कि दुनिया के उसे सबसे बड़े अपराधी संगठन की नींवें तक हिला डाली थीं आपने और अपनी उम्र के साथ बेहद खतरनाक होते चले गए—आपके बारे में मैंने बहुत कुछ सुना है, मगर...।”
“मगर...?”
“यकीन नहीं कर पा रही हूं कि वह आप ही हैं।”
“क्यों?” अलफांसे के होंठों पर दिलचस्प मुस्कान उभर आई।
“इस क्यों का जवाब तो सिर्फ ये है कि आपको देखकर ऐसा नहीं लगता कि वह सच है, जो आपके बारे में पढ़ा या सुना है—आप तो बेहद खूबसूरत हैं, खतरनाक नहीं हो सकते।”
“दरअसल ‘खूबसूरती’, 'खतरनाक' शब्द का ही पर्यायवाची है।”
“शायद हो, लेकिन मैं यकीन नहीं कर पा रही हूं कि आप वही अलफांसे हैं—या तो वह कोई और है या मैं आपके बारे में गलत पढ़ती और सुनती रही हूं। अच्छा—क्या आप मेरे एक सावाल का जवाब देंगे?”
“पूछो!” अलफांसे को उसकी बातें अच्छी लग रही थीं।
“जब आप अन्तर्राष्ट्रीय मुजरिम हैं, सारी दुनिया की पुलिस आपके पीछे पड़ी रहती है तो फिर आप इस तरह सारी दुनिया में स्वतंत्रतापूर्वक कैसे घूमते रहते हैं?”
“तुमने एक ऐसा टेढ़ा सवाल किया है इर्विन, जिसका जवाब काफी लम्बा और चक्करदार है, सुनने के बाद भी समझ नहीं सकोगी—संक्षेप में तुम यह मान सकती हो कि पूरी दुनिया में किए गए मेरे अपराधों की सूची हर मुजरिम से लम्बी है, मैं घोषित अन्तर्राष्ट्रीय अपराधी हूं, परन्तु किसी भी मुल्क की सरकार या पुलिस के पास मेरे एक भी अपराध को प्रमाणित करने के लिये कोई सबूत नहीं है।”
“कमाल है!” इर्विन का लहजा हैरानी में डूबा हुआ था।
अलफांसे कुछ बोला नहीं, केवल मुस्कराकर रह गया।
तत्काल इर्विन भी कुछ नहीं बोली—उनके बीच खामोशी छा गई—कार के अन्दर केवल इंजन की हल्की-सी आवाज गूंज रही थी—रॉल्स इस वक्त भीड़ भरी सड़क से गुजर रही थी और उसे ड्राइव करता हुआ अलफांसे महसूस कर रहा था कि इर्विन अपनी नीली आंखों से निरन्तर उसे देख रही है।
बहुत ही प्यार से—प्रशंसात्मक भाव लिए—बलिहारी हो जाने वाली दृष्टि से।
दृष्टि चुभन को अलफांसे निरन्तर महसूस कर रहा था और साथ ही महसूस कर रहा था अजीब-सी बेचैनी—दर्द और एक ऐसी अनुभूति जैसी उसने पिछले जीवन में कभी महसूस नहीं की थी।
इसमें शक नहीं कि माफिया के चीफ की आंखों में आंखें डालकर माफिया से खुली जंग का ऐलान करने वाले अलफांसे के मस्तक पर इस वक्त पसीने की नन्हीं-नन्हीं बूंदें उभर आई थीं—सिंगही की आंखों में आंखें डालकर चुनौतियां देने वाला इस वक्त इर्विन की हीरे जैसी आंखों से आँखें नहीं मिला पा रहा था—मौत के बहुत करीब होने पर भी उसका दिल कभी इस कदर नहीं धड़का था, जिस कदर इस वक्त धड़क रहा था।
‘डिफेन्स स्ट्रीट’ के चौराहे पर उसने कार रोकते हुए कहा—“डिफेन्स स्ट्रीट आ गई।”
“ओह!” इर्विन चौंकी, लहजा ऐसा था जैसे उसे दुख हुआ हो बोली—“इधर दाईं तरफ मोड़िए—कुछ ही आगे जाकर हमारी कोठी है।”
पांच मिनट बाद ही उसने इर्विन के कहने पर गाड़ी रोक दी।
जब अलफांसे ने ध्यान से उस स्थान को देखा जहां गाड़ी रुकी थी तो उसके चेहरे पर चौंकने के भाव एक क्षण के लिए बरबस ही उभर आए, इर्विन एक शानदार कोठी के मुख्य द्वार की ओर संकेत करके कह रही थी—“गाड़ी अन्दर पोर्च में ले लीजिए।”
अलफांसे का दिल ध़ड़क उठा, गाड़ी को गियर में डालते हुए उसने पूछा—“क्या तुम यहां रहती हो?”
“हां, लेकिन आप चकित क्यों हैं?”
“यह कोठी तो मिस्टर गार्डनर स्टेनले की है।”
“ओह, क्या आप उन्हें जानते हैं?”
“उन्हें कौन नहीं जानता?”
“वो मेरे डैडी हैं।” कहते वक्त इर्विन की गरदन तनिक गर्व से तन गई थी।
“ओह!” अलफांसे के मुंह से एकमात्र यही शब्द निकल सका, उसके चेहरे पर अजीब-से भाव और आंखों में बड़ी ही अनोखी चमक उभर आई थी—गाड़ी उसने पोर्च में रोक दी।
वहां मौजूद एक गार्ड ने ससम्मान दरवाजा खोल दिया।
इर्विन बाहर निकलकर बोली—“आइए मिस्टर अलफांसे, मैं आपको अपने डैडी से मिलाऊं।”
“ओह नो, फिलहाल मैं चलता हूं।”
“ऐसा कैसे हो सकता है?” कहती हुई इर्विन ने स्वयं अगला दरवाजा खोल दिया—“मैं आपको चाय पिए बिना नहीं जाने दूंगी।”
“फिर कभी सही, इस वक्त मैं जल्दी में हूं।” अलफांसे ने कहा, परन्तु उसका वाक्य पूरा होने तक इर्विन लगभग जबरदस्ती हाथ पकड़कर उसे कार से बाहर निकाल चुकी थी और फिर लगभग खींचती हुई ही वह अलफांसे को कोठी के अन्दर ले गई।
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