RE: XXX Hindi Kahani अलफांसे की शादी
“आप किस नतीजे पर पहुंचे अंकल?”
“मैं तो ये समझता हूं कि आशा के किसी भी तरफ अब कोई 'स्पाई' नहीं है।” अशरफ ने कहा—“उस पर किसी भी माध्यम से कोई नजर नहीं रखी जा रही है, शायद उसने अपने व्यवहार से म्यूजियम की सिक्योरिटी और बॉण्ड को आश्वस्त कर दिया है और उन लोगों ने इसे साधारण जापानी पर्यटक समझकर वॉच करना बंद कर दिया है।”
“सारे दिन की जांच-पड़ताल के बाद मेरा भी यही ख्याल है।” विकास ने कहा।
“इसका अर्थ यही निकलता है कि तुम्हारे द्वारा संगआर्ट के प्रदर्शन से जो अनुमान विजय ने लगाया था, वह सौ प्रतिशत सही नहीं है, बॉण्ड का ध्यान ब्यूटी के आशा होने पर नहीं गया है।”
“तो अब आपकी राय क्या है?”
“किस बारे में?”
“क्यो न आज आशा आण्टी को एलिजाबेथ से अपने साथ पीटर हाउस ले चलें?” विकास ने कहा—“फिलहाल तो बॉण्ड का ध्यान भी उनकी तरफ नहीं है, यदि कल चला गया तो मुसीबत खड़ी हो जाएगी।”
“इस बारे में यदि हम विजय की राय के बाद कल ही कुछ करें तो ज्यादा अच्छा होगा।”
“जैसी अपनी मर्जी, वैसे मेरे ख्याल से तो ऐसी खतरे वाली कोई बात नहीं है।”
“आशा के आसपास तो खतरे जैसी कोई बात नजर नहीं आती।” अशरफ ने कहा—“मगर आज मुझे स्मिथ स्ट्रीट पर खतरा जरूर नजर आ रहा है, सोच रहा हूं कि पीटर हाउस जाएं या न जाएं।”
“ऐसा क्यों?”
“अरे, क्या तुम भूल गए—बताया तो था कि सुबह मुझे और विजय को अपनी बालकनी से एक बच्चे ने उस वक्त देख लिया था जब मैं पाइप के सहारे नीचे उतरने की कोशिश कर रहा था।”
“छोड़िए भी अंकल, आप एक बच्चे से डर रहे हैं?”
“बात बच्चे की नहीं विकास, हालात की है। उस बच्चे को शायद मुझे पाइप पर लटका देखकर अच्छा लगा और इसीलिए उसने खुश होकर हैलो की—मगर सच तो ये है कि उस क्षण मेरे हाथ-पांव ठण्ठे और सुन्न पड़ गए थे, खुदा का ही शुक्र है कि मैं वहीं से नीचे नहीं गिर पड़ा और अब....!”
“अब?”
“यदि उसने अपने मम्मी-डैडी या अन्य किसी बड़े से कह दिया होगा कि उसने वहां दो आदमियों को देखा है तो जरा सोचो—क्या मुसीबत नहीं आ सकती—सारी स्मिथ स्ट्रीट को मालूम है कि पीटर हाउस बिल्कुल खाली पड़ा है—उसकी खिड़की या पाइप पर किन्हीं व्यक्तियों की मौजूदगी का क्या अर्थ है?”
“आपके ख्याल से क्या हो सकता है?”
“स्मिथ स्ट्रीट के लोग इकट्टे होकर उस बच्चे के बयान पर थाने में रिपोर्ट लिखवा सकते हैं, ऐसी स्थिति में सम्भव है कि आज रात पीटर हाउस की निगरानी पुलिस करे या....!”
“या?”
“सम्भव है कि उस बच्चे के मां-बाप बच्चे द्वारा देखा गया दृश्य पीटर के किसी लड़के को बता दें, अगर ऐसा हो गया तो बखेड़ा ही खड़ा हो सकता है—वे एक-दूसरे पर उस खिड़की को 'मुख्य द्वार' बनाकर पीटर हाउस को इस्तेमाल करने का आरोप लगा सकते हैं—उनके आरोपों की जांच के लिए अदालत चाबी पुलिस को सौंपकर पीटर हाउस की भीतरी स्थिति की रिपोर्ट मांग सकती है।”
“और पीटर हाउस के एक कमरे में चैम्बूर की लाश है!”
“उसी की वजह से तो मैं ज्यादा चिंतित हूं और उसी की वजह से आज की रात पीटर हाउस जाना भी बहुत जरूरी है, यदि आज रात लाश ठिकाने न लगाई गई तो कल से उसमें बदबू उठने लगेगी और फिर वह बदबू हमारे लिए मुसीबत बन जाएगी, पीटर हाउस के पड़ोसियों के नथुनों तक बदबू पहुंच गई तो समझ लो कि हम सब बेभाव में ही लद जाएंगे।”
“इन सब बातों का तो एकमात्र यही हल है अंकल कि आज हम बहुत ज्यादा सावधानी के साथ पीटर हाउस में दाखिल हों, पहले अच्छी तरह वॉच करें कि कहीं कोई असाधारण बात तो नहीं है।”
“मजबूरी है, जानना तो होगा ही।” अशरफ ने बड़बड़ाकर मानो स्वयं ही से कहा।
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