RE: ये कैसी दूरियाँ( एक प्रेमकहानी )
“शीतल,तुम्हारी शादी हो चुकी है और तुम्हारा जय के साथ इस तरह से घूमना अच्छी बात नही है। लोग क्या कहेंगे?”शीतल की माँ ने कहा।
“मम्मी,जय मेरा दोस्त है और कुछ नही। मुझे समझ है की क्या ग़लत है और क्या सही?”शीतल ने बहुत हल्के में अपनी मम्मी की बात लेते हुए कहा।
“तुम राज को धोखा दे रही हो,राज के भरोसे को तोड़ रही हो,” शीतल की माँ ने कहा।
“मैं किसी को धोखा नही दे रही हूँ,मम्मी,” शीतल ने कहा और वहाँ से हट कर दूसरे कमरे में जहाँ जय था चली गयी।
जय की वजह से शीतल ने सुषमा से भी बोलना कम कर दिया था। शीतल सुबह ऑफिस जय के साथ ही जाती थी और वापस भी जय के साथ आती थी। सुषमा ने उसे कई बार जय के साथ कॉफी शॉप में देखा था । उस समय शीतल जीन्स या फिर किसी और वेस्टर्न में होती थी जबकि वो घर से सलवार-सूट में ऑफिस आती थी और जब घर जाती थी तो भी सलवार सूट में आती थी।
शीतल ने रात में जाग कर पढ़ना भी बंद कर दिया था। उसके सारे सपने साकार हो रहे थे। बचपन से जिन खुशियों की आश में वो जीती थी,वो सब पूरे हो रहे थे। राज के व्यवहार से उसे कुछ दुख तो होता था पर जय की वजह से उन्हें भूल जाती थी।
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एक दिन राज लैपटॉप चला रहा था कि किसी ने दरवाजा खटखटाया दिन के 1 बज रहे थे। राज ने दरवाजा खोला तो देखा की सुषमा थी। राज ने उसे अंदर आने को कहा तो वो अंदर आ गयी।
“तुम आज ऑफिस नही गयी,” राज ने सुषमा को पानी देते हुए कहा।
“आज ऑफिस बंद है,” सुषमा ने कहा।
“शीतल तो गयी है,” राज ने कहा।
“राज तुम्हे पता नही शीतल कहाँ है?”
“नही,मैंने सोचा ऑफिस जा रही होगी इसलिए नही पूछा,”राज ने कहा।
“शीतल,जय के साथ है। वो हर रोज़ जय से मिलती है,उसके साथ होटल,बार ……… जाती है। वो तुम्हे धोखा दे रही है। वो घर से सूट में निकलती है और बाहर वेस्टर्न ड्रेस में दिखती है। तुम उस पर ध्यान क्यों नही देते हो?उसका जय की तरफ लगाव का कारण शायद तुम्हारा रूखा व्यवहार है। तुम कुछ करते क्यों नही?घर बैठे शीतल की कमाई खा रहे हो। उसे जय से वो सब कुछ मिल रहा जो वो चाहती है और तुमसे उसे कुछ भी नही मिलता। मुझसे ये मत कहना की जय सिर्फ़ शीतल का दोस्त है और कुछ नही। शीतल ने मुझसे कहा है की जय ठीक वैसा है जैसा पति वो चाहती थी,उसमें वो सारी खूबियाँ हैं जो वो अपने पति में चाहती थी। अगर तुम दोनों एक-दूसरे के साथ खुश नही हो तो ये रिश्ता ख़त्म कर दो। इस तरह से एक-दूसरे की जिंदगी बर्बाद ना करो………राज जॉब नही कर रहे तो कम से कम अपनी पत्नी को संभालना ही सीख लो। सिर्फ़ अच्छाई से जिंदगी नही जी जाती,कुछ करना भी होता है,इस तरह से घर बैठे नही रहा जाता। तुम अब पूरी तरह से ठीक हो गये हो………,” सुषमा ने कहा और पानी बिना पिए ही उठकर चली गयी।
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