RE: bahan sex kahani कमसिन बहन
मंजू का घर पहले आता था , इसलिए उसे रास्ते मे उतारने के बाद दोनो भाई बहन अपने घर की तरफ चल दिए...
अब अपने भाई से चिपकने की बारी नेहा की थी...
और शायद इसी बात का विक्की को भी इन्तजार था.
जैसे ही नेहा ने अपनी बाहे विक्की की कमर से बाँधी, उसने बाइक की स्पीड तेज कर दी और नेहा ने गिरने से बचने के लिए विक्की को और ज़ोर से जकड़ लिया...
और इस प्रक्रिया मे उसके नन्हे चूजे विक्की की कमर में धंसते चले गये...
विक्की को लगा जैसे रुई के दो गोले उसके कमर की मसाज कर रहे है.
विक्की को पकड़े-2 नेहा ने उसके कान के पास अपनी गर्म साँसे छोड़ते हुए कहा : "भैय्या , मैं आपसे बहुत नाराज़ हूँ , आपने आज फिर से मंजू को चोकोबार लेकर दी और मुझे वो सड़ी हुई सी बर्फ वाली आइस्क्रीम...''
विक्की जानता था की वो ऐसा बोलने वाली है, इनफॅक्ट हारने के बाद वो हर बार ऐसे ही अपनी शिकायत किया करती थी..शायद हार बर्दाश्त नही थी उसे...
विक्की : "नेहा, तुझे तो पता है ना, मैने पहले ही बोल रखा है की जो जीतेगा उसे ही चोकोबार मिलेगी...अब तू आज हार गयी तो इसमे मैं क्या कर सकता हूँ ...''
बेचारी अपने भाई की बात सुनकर मायूस सी हो गयी,
उसकी पकड़ भी ढीली पड़ गयी...
ये देखते ही विक्की ने अपना पासा फेंका
वो बोला : "वैसे तुझे चोकोबार खानी है तो वो मैं तुझे अलग से भी खिला सकता हूँ ....''
ये सुनते ही नेहा के शरीर में जैसे एक बार फिर से जान आ गयी...
उसकी पकड़ भी तेज हो गयी और मुम्मो को और ज़ोर से उसकी कमर में धँसाते हुए वो बोली : "ओ वाउ....तो खिलाओ ना...''
विक्की तो पहले से ही प्लानिंग करके बैठा था..
वो बोला : "ऐसे नही...इसके बदले तुझे भी मेरा एक काम करना होगा..''
नेहा : "वो क्या....? ''
विक्की : "आज रात को जब माँ पिताजी सो जाए तो मेरे रूम में आ जाना, आइस्क्रीम भी मिल जाएगी और काम भी वहीं बता दूँगा...''
उसने बड़ी मासूमियत से पूछा : "आ तो जाउंगी ..पर...माँ पिताजी के सोने के बाद ही क्यूँ ..पहले क्यों नही...''
विक्की ने थोड़े कड़क लहजे में कहा : "आइस्क्रीम खानी है ना....फिर ये बेकार के सवाल क्यों पूछ रही है''
वो सकपका सी गयी....
और एकदम से चुप हो गयी...
शायद इस डर से की कहीं उसके भाई का मन ना बदल जाए आइस्क्रीम खिलाने का..
विक्की उसकी हालत देखकर बोला : "अर्रे पगली, डरती क्यों है...वो मैं इसलिए बोल रहा हूँ की माँ पिताजी हमेशा गुस्सा करते है ना रात को आइस्क्रीम खाने के लिए...की दाँत खराब हो जाएगे...ये हो जाएगा...वो हो जाएगा...इसलिए बोल रहा हूँ ...वरना मुझे क्या, उनकी डांट खानी है तो पहले ही आ जाइयो...''
नेहा :"ओह्ह .....इसलिए आप बाद में आने के लिए कह रहे थे....मुझे डांट से बचाने के लिए...थॅंक्स भैय्या ....उम्म्म्मममाआअ''
इतना कहते हुए उसने बाइक पर बैठे-2 ही उसके गालो के पास एक गीला सा चुंबन दे दिया...
उसके नर्म होंठो की किस्स वो कई बार महसूस कर चुका था...
पर आजकल वो थोड़ा और सेनुसुअल फील करवाती थी.
घर पहुँचकर वो सीधा बाथरूम में घुस गयी और विक्की अपने रूम में , जो फर्स्ट फ्लोर पर था....
वहां पहुँचते ही उसने अपने सारे कपड़े निकाल फेंके और अपने 7 इंच के लंड को पकड़कर उपर नीचे करने लगा...
ऐसा करते हुए उसकी आँखे बंद थी और बंद आँखो से वो उन्ही पलों को फिर से याद कर रहा था जो कुछ देर पहले घटे थे...
मंजू के नर्म मुम्मे और उसकी पकड़ को महसूस करके उसने 8-10 घिस्से ज़ोर से मारे...
और फिर जब नेहा के बारे में सोचना शुरू किया तो उसके हाथों की गति बढ़ती चली गयी...
उसके नर्म मुम्मे के स्पर्श से लेकर उसकी किस्स तक और घर पहुँचने के बाद उसका बाथरूम में जाकर कपड़े उतारकर नंगे होने तक को भी उसने इमेजीन कर लिया
और जब उसे बंद आँखो मे अपनी नंगी बहन दिखाई दी तो उसके लंड की पिचकारियां पूरे कमरे में तितर बितर होकर फैल गयी
''आआआआआआआआआआाअगगगगगगगगगगगगघह..... साली हरामजादीया...........''
अपने लॅंड की आख़िरी बूँद तक को अपनी बहन और उसकी सहेली के नाम कुर्बान करने के बाद वो उठा और अपनी टी शर्ट से नीचे के फर्श को सॉफ किया और उसे बास्केट में डाल दिया धोने के लिए...
और कपड़े पहन कर वो बाहर निकल गया अपने दोस्त से मिलने.
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