RE: bahan sex kahani कमसिन बहन
रास्ते में मंजू ने विक्की को रात की शादी के बारे में बताया और ये भी कहा की नेहा भी आ रही है...
हो सके तो वो भी किसी तरह से वहां आ जाए ताकि बाकी का बचा हुआ काम वहां निपटाया जा सके.
आग दोनो में इतनी लगी हुई थी की विक्की ने बिना कुछ सोचे समझे हां कर दी...
अब तो बस सभी को रात की शादी का इंतजार था..
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शाम होते-2 नेहा ने तैयार होना शुरू कर दिया...
सजना संवरना तो उसका फ़ेवरेट काम था
इसलिए अपने कमरे में घुसकर उसने दरवाजा किया अंदर से बंद और शुरू हो गयी शादी में जाने की तैयारियों में.
सबसे पहले तो उसने अपने सारे कपड़े निकाल फेंके...
और अपनी बाँहों और पैरों पर वीट क्रीम लगाकर उन्हे चिकना किया...
चेहरे पर भी उसने ढेरो क्रीम लगाई और उसे चमकदार बना दिया...
सुंदर तो वो थी ही, पिंक लिपस्टिक और उसी रंग की छोटी सी बिंदी लगाकर उसका चेहरा राजकुमारियों की तरह खिल उठा...
बालों की भी उसने अच्छे से प्रेस्सिंग की..
कुल मिलाकर नहा धोकर जब वो आईने के सामने आकर नंगी खड़ी हुई तो खुद को देखकर उसे खुद पर ही ढेर सारा प्यार आ गया...
उसने सोचा की काश इस वक़्त उसका भाई वहां होता तो उसे इस रूप में देखकर क्या हाल होता उसका...
अपने हुस्न पर इतराते हुए उसने घूम-घूमकर अपने जिस्म के हर अंग को अच्छे से देखा और हर बार उसकी आँखो की चमक बढ़ती ही चली गयी.
फिर उसने अपना फ़ेवरेट पिंक कलर का सूट निकाला जो उसे आज शादी में पहन कर जाना था...
इसका गला काफ़ी डीप था, जिसमे से उसकी नन्ही ब्रेस्ट का उभार सॉफ दिखाई देता था...
पर उस उभार को दिखाने के लिए वो उसे बिना ब्रा के ही पहनटी थी..
और ब्रा से तो वैसे भी नेहा को एलेर्जी थी..
इसलिए अक्सर स्कूल में भी वो बिना ब्रा के ही जाया करती थी.
पूरी तैयार होकर जब वो कमरे से बाहर निकली तो विक्की सामने ही दिख गया, उसकी आँखे एक पल के लिए फटी रह गयी...
इतना सैक्सी कोई कैसे हो सकता है यार....
और वो भी उसकी बहन...
पर जो भी था, उसके लंड ने खड़े होकर सलामी ठोकी नेहा के हुस्न को, जिसे नेहा ने सॉफ महसूस किया
वो मुस्कुराती हुई उसकी बगल से निकलकर अपनी माँ की तरफ चल दी...
जाते-2 उसने अपने नाज़ुक हाथों से उसके लंड के उभार को भी सहला दिया,
जिसे महसूस करके विक्की की आँखे मुंद सी गयी और उसके मुँह से आह निकल गयी..
माँ ने उसे अच्छे से समझाया बुझाया और विक्की को उसे मंजू के घर तक छोड़कर आने को कहा...
विक्की : "ठीक है माँ ...और हाँ, मैं भी घर पर बोर नही होना चाहता, मैं अपने दोस्त के घर चला जाऊंगा , वहां हमने घर पर मूवी देखने का प्रोग्राम बनाया है, वो ख़त्म होते ही मैं रात को नेहा को लेकर एक साथ ही वापिस आऊंगा ...''
उसकी माँ ने भी कुछ नही कहा...
क्योंकि वो जानती थी की उसे मना करने का कोई फायदा तो है नही...
जो काम उसे करना है वो उसे करके ही रहता है.
खैर, नेहा को बाइक पर बिठाकर वो मंजू के घर की तरफ चल दिया...
रास्ते में उसने नेहा को इस बात की भनक भी नही पड़ने दी की वो भी शादी में चुपके से पहुँच जाएगा, क्योंकि ऐसा करने के लिए मंजू ने ही उसे माना किया था
शायद नेहा के लिए वो विक्की के रूप में एक सर्प्राइज़ रखना चाहती थी...
मन तो नेहा का बहुत कर रहा था इस वक़्त की विक्की को कसकर दबोच ले..
उसे रास्ते में रोककर अच्छे से स्मूच करे पर शादी के कपड़े और मेकअप को वो खराब नही करना चाहती थी...
पर हाँ ,रात को आने के बाद वो रुकने वाली नही थी...
इसलिए शादी में जाकर क्या-2 करना है और वापिस आकर विक्की के रूम में जाकर क्या करना है ये सब सोचते हुए वो आख़िरकार मंजू के घर पहुँच ही गयी...
मंजू और उसके मम्मी पापा पहले से ही तैयार थे,
वो सब उनकी कार में बैठकर शादी वाली जगह की तरफ चल दिए..
और विक्की भी बीच के थोड़े बहुत टाइम को काटने के लिए अपने एक दोस्त के घर चला गया..
शादी में पहुँचकर दोनो सहेलिया अपने में मस्त हो गयी और मंजू के माँ बाप अपने रिश्तेदारों में ...
बारात आ चुकी थी, और उन दोनों को काफी भूख भी लगी थी इसलिए नेहा और मंजू ने जमकर स्नैक्स खाए...
और फिर DJ पर भी खूब डांस किया...
डांस करते हुए बरातीयों के साथ आए कुछ छिछोरे लड़के उनके पीछे ही पड़ गये...
पर उनसे पीछे छुड़वाने के बजाये उन्होंने भी जमकर उनसे मज़े लिए ,
कोई उनकी कमर पे तो कोई नितंबो पर हाथ मारकर दोनो के अंदर की आग को बड़ा रहा था,
शादी की भीड़-भाड़ में कोई ये सब बाते ज़्यादा नोट नही करता, इसलिए उन्हे भी भीड़ में ऐसा करवाने में कोई परेशानी नही हो रही थी...
पर उनके हर टच के साथ दोनो के शरीर मे एक अजीब तरह की आग भी लगती जा रही थी..
मस्ती का माहौल भी बन रहा था...
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