RE: bahan sex kahani कमसिन बहन
विक्की ने तो अपनी बाइक की स्पीड फुल कर दी, लंड उसका खंबे की तरह अकड़ कर खड़ा हो चुका था, जिसे अब मंजू ही ठंडा कर सकती थी...
कुछ ही मिनट में विक्की की बाइक उसके घर के सामने पहुँच गयी...
उस से इतना भी सब्र नही हो रहा था की मंजू अपनी कमर मटकाते हुए दरवाजे तक जाए और ताला खोले,
उसने झट से उसके हाथ से चाबी छीनी और एक सेकेंड में ताला खोलकर उसे अंदर खींच लिया और दरवाजा बंद कर दिया...
मंजू उसके इस उतावलेपन पर हँसती रह गयी...
पर उसकी हँसी उसी पल गायब हो गयी जब विक्की उसकी तरफ पलटा और उसके होंठो पर होंठ लगाकर उसे जोरों से किस्स करने लगा...
मंजू के कंधे से उसने स्कूल बेग लेकर एक कोने में रख दिया और उसके पूरे जिस्म पर हाथ फिराते हुए उसे सहलाने लगा और उसके रसीले होंठों का रसपान करता हुआ उसके मुम्मो को शर्ट के उपर से ही मसलने लगा..
किस्स करते-2 दोनो नीचे बने बेडरूम में आ गये, जो मंजू के माँ पिताजी का था..
वो तो इतना आतुर था की वो खींच कर उसकी शर्ट फाड़ने पर आ गया, वो तो मंजू ने बड़ी मुश्किल से उसके हाथो को पीछे किया और खुद ही अपनी शर्ट के बटन खोलकर अपने मुम्मे उसके आगे परोस दिए, वरना उसकी स्कूल की शर्ट की धज्जियाँ उड़ जानी थी...
मुम्मे बाहर निकलते ही कमरे में जैसे 100 वॉट के 2 बल्ब जल गये,
उनकी दूधिया रोशनी से पूरा कमरा जगमगा उठा..
उसने गोर से उसके मोटे मुम्मो को देखा और फिर धीरे से अपनी जीभ निकाल कर उसके निप्पल को गीला कर दिया...
कड़क निप्पल उसकी थूक में नहा कर और ज्यादा अकड़ गये..
और फिर उसने अपना पूरा मुँह खोलकर उसके दाँये मुम्मे को मुँह में लिया और उसे जोरों से चूसने लगा...
''म्म्म्ममममममममममममम...... अहह.......... मजाअ आआआआआआअ गया विक्कीईईईईईईईईई''
आज शायद पहली बार था जब उसने भैय्या ना बोलकर सिर्फ़ उसे विक्की नाम से बुलाया था...
और ये उसे पसंद भी आया.
और उसे डबल मज़ा देने के लिए उसने दूसरे मुम्मे को भी अपने मुँह में लेकर उसी अंदाज में चूसा, चुभलाया.....
विक्की के पैने दाँत अपने मुम्मो पर महसूस करते हुए वो उसके सिर को पकड़ कर बुरी तरह से कराह रही थी....
और साथ ही साथ वो अपनी चूत वाला हिस्सा उठाकर उसके खड़े लंड पर भी मार रही थी,
शायद उसे नीचे कुछ ज़्यादा तकलीफ़ थी जिसका इलाज इस वक़्त सिर्फ़ विक्की के पास ही था...
विक्की भी उसका इशारा समझ कर उसके मुम्मो को छोड़कर नीचे की तरफ हो लिया,
कमर पर बँधी उसकी स्कर्ट को उसने खोलकर नीचे खिसका दिया,
कच्छी तो दोनो सहेलियाँ ही नही पहनती थी, इसलिए अगले ही पल उसकी चूत पूरी नंगी होकर उसके सामने आ गयी
अपने ही रस में नहाई हुई उसकी कच्ची चूत अलग ही लिश्कारे मार रही थी..
|