RE: non veg kahani कभी गुस्सा तो कभी प्यार
गुड्डू बोला “तेरी बात और है जान, तू बहुत मजेदार है.” पूनम फिर से बोली “कितनी लड़कियों के साथ किये हो?” गुड्डू बोला “बोल न क्या किये हो?” पूनम की चूत गीली हो चुकी थी. उसकी ऊँगली पूरी तरह से अन्दर बाहर हो रही थी. वो ऊपर के कपडे भी निकाल दी थी और पूरी नंगी होकर बेड पे टाँगे फैलाये लेटी हुई थी.
वो बोली “कितनी लड़कियों को चोदे हो?” बोलते ही पूनम की चूत थोड़ी और गीली हो गयी. उसकी चूत में जैसे कुछ करंट सा लगा था. गुड्डू बोला “आह जान, कितना मज़ा आया. क्या चोदा हूँ?” पूनम को चिढ भी हो रही थी और मज़ा भी आ रहा था. बोली “फिर... बोलो न.” गुड्डू बोला “बोल न जान, प्लीज़ बोल न. बहुत मज़ा आ रहा है.”
पूनम फिर से बोली. कल वो बोल चुकी थी और अब उसे ज्यादा परेशानी नहीं हो रही थी. बोली “कितनी लड़कियों की चूत चोदे हो. खुश! अब जवाब दो.” गुडू बोला “आह्जान.... मज़ा आ गया. तेरे मुँह से जब चुत और चोदने की बात सुनता हूँ की लण्ड टाइट हो जाता है जैसे अभी ही तेरी चुत फाड़ देगा। मस्त माल है तू। बोल न, फिर से बोल न।" पूनम को भी मज़ा आ रहा था गुड्डू के साथ इस तरह बात करने में। वो सोच रही थी की इसलिए ये लोग इतनी लड़कियों को चोद चुके हैं। जब मैं ऐसी हो गयी हूँ जो इन्हें देखना भी पसंद नहीं करती थी, तो बाँकियों की तो बात ही और होगी।
पूनम बोली "नहीं बताना है तो मत बताओ। मुझे भी नहीं सुनना।" गुड्डू पूरी तरह गिड़गिड़ाता हुआ बोला "प्लीज़ जान प्लीज़, बोल न। तू बोलती है तो बहुत मज़ा आता है। अभी पूरा नंगा हूँ और लण्ड पूरा टाइट है। बोल न प्लीज़।" पूनम मुस्कुराने लगी। वो भी तो पूरी नंगी है और उसकी भी चुत पूरी गीली है। पूनम बोली "अभी तक कितनी लड़कियों की चुत चोदे हो?" गुड्डू को सच में बहुत मज़ा आ रहा था। उसने भले ही बहुत सारी चुतों का बाजा बजाया था, लेकिन पूनम की बात ही और थी। ये तो लड़कियों में कोहिनूर थी। बोला "आहः जान, मस्त... फिर से प्लीज़ फिर से. बस लास्ट बार." पूनम को भी चुत और चुदाई बोलने में मज़ा आ रहा था। उसकी चुत पूरी गीली हो गयी थी। बोली "तुम पागल हो क्या। अब नहीं बोलूंगी मैं।"
गुड्डू बोला "प्लीज़ जान, बस लास्ट बार।" पूनम को मज़ा तो बहुत आ रहा था, लेकिन साथ में शर्म भी उतना ही लग रहा था। बोली "तुम न पागल हो। कितनी लड़कियों की चुत चोदे हो? खुश !!! और बोलूं। कितनी लड़कियों की चुत चोदे हो। चुत... चुत... चुत चोदे हो कितनी लड़कियों की? अब तो खुश न। पागल!" पूनम को बहुत मज़ा आया इस तरह बोलकर।
गुड्डू भी पूरा मज़ा ले रहा था। बोला "बहुत मज़ा आया। मस्त! बहुत सारी लड़कियों और औरतों की चूत चोदा हूँ जान. उनकी गांड मारा हूँ. उन्हें अपना वीर्य पिलाया हूँ. उनके चूत और गांड में वीर्य भरा हूँ.”
पूनम को अब और मज़ा आ रहा था. बोली “किसी को कुछ हुआ नहीं. जैसे प्रेग्नेंट हो गयी हो या कोई बीमारी हुई हो.” गुड्डू को उम्मीद हो रही थी की बस अब कुछ ही दिनों में उसकी चिड़िया उसका लण्ड खा लेगी। वो पूनम को और खोलना चाहता था. जितनी जल्दी पूनम जितनी खुल कर बात करती, उतनी जल्दी उसके लंड के नीचे आती. बोला “क्या करने से?”
पूनम ऐसे बोली की उसका बोलने का मन नहीं है. “प्लीज़.... इतनी बार बोली न” गुड्डू भी बोला “नहीं, अच्छे से बोलेगी, तभी मैं भी आगे बताऊंगा. बोल न जान, मज़ा आता है. तुम्हे मज़ा नहीं आ रहा क्या? ” गुड्डू बोला "झूठ मत बोलो। अगर तुम्हे मज़ा नहीं आ रहा होता तो तुम अभी नंगी होकर अपनी चुत नहीं सहला रही होती।" गुड्डू को पूरा यकीन था कि जो उसने बोला है, वो 100% सही होगा। कोई लड़की आधी रात में अकेले में उससे बात कर रही है और चुत और चुदाई बोल रही है और इतने इंटरेस्ट से चुदाई के बारे में पूछ रही है, तो ऐसा कैसे हो सकता है कि वो नंगी न हो और चुत में ऊँगली न कर रही हो।
पूनम कुछ नहीं बोली। गुड्डू बोला "बोलो, मैं गलत कह रहा हूँ क्या? मैं भी पूरा नंगा हूँ जान और लण्ड पूरा टाइट है। तुम हाँ कहो तो अभी तुम्हारे ऊपर चढ़ कर तुम्हारी कमसिन चुत में अपना लौड़ा पेल दूँ।" पूनम क्या बोलती। उसकी चुत तो पूरी गीली थी। वो नंगी होकर दोनों पैर फैलाये हुए सीधी लेटी हुई थी और चुत में ऊँगली अंदर बाहर कर रही थी। गुड्डू इस तरह बोला की ऊपर चढ़ कर तो पूनम इमैजिन करने लगी की गुड्डू उसके ऊपर चढ़ कर उसकी गीली चुत में अपना टाइट लण्ड डाल रहा है। गुड्डू का लण्ड वो पिक में पहले देख चुकी थी।
गुड्डू बोला "बोल न? नंगी है कि नहीं?" पूनम अब विरोध करने के स्थिति में नहीं थी. सेक्स की नदी में डूबी हुई सी उसकी मादक आवाज़ निकली "हूँ." गुड्डू फिर से बोला "चुत में ऊँगली कर रही की नहीं." पूनम उसी तरह मदहोशी के आलम में बोली "हाँ." गुड्डू चिड़िया को पूरी तरह से जाल में फंसाते हुए बोला "तो फिर अच्छे से खुलकर बोल न जान. और मज़ा आएगा।"
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