RE: non veg kahani कभी गुस्सा तो कभी प्यार
ऐसा नहीं था कि सिर्फ पूनम ही इस तरह तैयार हुई थी, बाँकी और औरतें और लडकियाँ भी तैयार हो गयी थी और सबके कपड़े इसी तरह के थे जिसमे उनका बदन झलक ही रहा था, लेकिन पूनम की तो बात ही अलग थी। पूनम ज्योति के पास ही बैठी थी। तभी 'बारात आ गयी' का शोर हुआ और ज्योति के आस पास के सारे लोग बाहर जा कर बारात देखने लगे। पूनम भी दौड़ कर बाहर जाने लगी तो ज्योति उसे बोली “देख कर तू तुरंत आ जाना, बताना कितनी देर है बारात आने में।” पूनम तुरंत ही वापस आ भी गयी क्यूँ की उसकी दुल्हन बहन अकेली थी और वो उसके साथ ही रहना चाहती थी।
पूनम बताई की "बारात होटल से थोड़ी ही दूर है, पूरा डांस कर रहे हैं बाराती, सब बाहर जा रहे हैं बारात के स्वागत में।" ज्योति पूनम का हाथ पकड़ ली और बोली “एक काम और कर देगी?” पूनम बोली “बोलो” ज्योति बोली “अभी बंटी आ रहा है। तू यही रुक जा थोड़ी देर।" पूनम शॉक्ड हो गयी. उसे यकीन नहीं हुआ की ज्योति अभी भी बंटी से मिलने की सोच रही है, वो भी तब जब उसकी बारात बाहर रोड पे आ चुकी है।
बोली “दी, तुम पागल हो गयी हो क्या? बारात कभी भी आ जाएगी। कभी भी कोई भी आ जायेगा यहाँ तुझसे मिलने, तुझे देखने। थोड़ी ही देर में तुम्हारा जय माला होना है, तुम पागल हो क्या?” ज्योति बोली “कुछ नहीं होगा. तू मदद कर दे बस. बस आखिरी बार और तू हमारे लिए पहरेदारी कर दे।” पूनम कुछ बोलती उससे पहले ही बंटी वहाँ आ पहुँचा। बंटी को देखते ही दुल्हन बनी ज्योति उठी और अपनी चूड़ी, पायल खनकाती हुई उसके सीने से लग गयी। बंटी भी उसे खुद से चिपकाकर उसकी पीठ सहलाता हुआ उसके माथे पे हाथ फेरने लगा और प्यार से उसके माथे को चूम लिया।
पूनम को बंटी पे बहुत गुस्सा आ रहा था, लेकिन वो भला किसे क्या बोलती। दोनों बेवकूफों वाली हरकत कर रहे थे। बंटी तो लड़का है, उसे तो चुत मिल रही है तो उसे क्या परेशानी है। अभी न उसे समझ है और न ही ज्योति को। अभी तक जो की वो अलग बात है, लेकिन इस कुछ पल की वजह से उसकी जिंदगी बर्बाद हो सकती है। पूनम गुस्से और परेशानी में ही दरवाज़े के पास आ गयी ताकि कोई उन दोनो को देख न ले. वो पीछे पलटी तो ज्योति उसे कुछ बोलती उससे पहले ही पूनम गुस्से और चिढ़ में बोली “जल्दी ख़तम करो यार तुमलोग अपनी प्रेम कहानी।"
ज्योति उसी तरह बंटी के सीने से लगी हुई ही बोली "थैंक्स मेरी प्यारी बहना।" बंटी भी तुरंत बोला "थैंक्स मेरी प्यारी साली।" बंटी से तो पूनम को और ज्यादा नफरत हो रही थी। कल तक उसने ज्योति के साथ जो किया, वो उनका अपना व्यक्तिगत मामला है, लेकिन आज जिस तरह से उसने पूनम के साथ किया और फिर अभी जिस तरह वो ज्योति के साथ है, पूनम को उस पे बहुत गुस्सा आ रहा था। अगर वो लोग पकड़े गए तो उसका कुछ नहीं होना था लेकिन ज्योति की जिंदगी बर्बाद हो जानी थी।
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