RE: Maa Sex Kahani माँ का मायका
चाची को मैं चोद नही सकता था तो अम्मा मेरे लण्ड पर कब्जा कर ली।वो धीमे से जाके उसपर बैठ गयी और चूतड़ उठा उठा के चुदने लगी।चाची भी गर्म हो गयी तो।उसने चुत को मेरे मुह में लगा दिया।उनके चुत से लाव्हा रस बाहर आ रहा था।मैं उनके चुत के लब्जो को चूसने लगा,चाटने लगा।धिमेसे उंगली डाल के जीभ को जितना अंदर जाए उतना घुसेड़ने लगा।चाची भी धीमे से आगे पीछे होते हुए जीभ से चुत चुदवाने लगी।
अम्मा हमेशा की तरह झड़ कर लन्ड पे ही बैठ गयी।उसके कुछ पल बाद मेरे मुह में चुत रस की नदी बह गयी।चाची भी अभी झड़ गयी थी। वो बाजू हो कर सो गयी ।मैने अम्मा को बाजू किया और अपना लन्ड उनके मुह में दाल दिया।और गांड हिला के उनका मुह चोदने लगा।और सारा पानी उनके मुह में छोड़ दिया।पूरी रात मैं उन दो नंगी परियो के साथ रासलीला करता रहा।आखिरी दिन था तो पूरे मजे लूट लिए।
सुबह को जब उठा तो 9 बज गए थे।मैं बाथरूम जेक फ्रेश होकर नहाकर तैयार हुआ औऱ नाश्ता करके चाचा की राह देख रहा था।जैसे ही चाचा आया मैं नाना के घर निकल गया।मेरे जाने से चाची अम्मा बहोत रो रही थी।
Season 1 over.....
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