RE: Hindi Kamuk Kahani एक खून और
केन ने आँखें खोलीं।
कमरे में अंधेरा था।
पलभर को उसे लगा कि वह अपने घर में अपने बैडरूम में अपनी बीवी के साथ था।
फिर यकायक उसे याद आया।
उसने लम्बी साँस छोड़ी और उसी अंधेरे में टटोलकर बैड साईड लैम्प का स्विच ढूँढकर उसे ऑन किया। रोशनी हुई तो उसने अपने बगल में निगाह डाली।
कॉरेन।
क्या लड़की थी!
क्या कमाल की लड़की थी!!
ऐसी कि उसने केन को बेट्टी से बेवफाई करने पर मजबूर कर दिया था।
केन बिस्तर से नीचे उतरा तो कॉरेन ने भी आँखें खोल दीं।
केन ने घड़ी पर निगाह डाली।
आठ बजकर बीस मिनट
कॉरेन के संसर्ग ने उसे निचोड़कर रख दिया था। कॉरेन ने उसके साथ जो हंगामाखेज, हैरतअंगेज, कलाबाजियाँ खाई थीं, उसकी उसने कल्पना तक नहीं की थी।
क्या लड़की थी!
क्या कमाल की लड़की थी!!
केन ने लम्बी साँस छोड़ी और सोचने लगा कि अगर वो अब बेट्टी के पास पार्टी में पहुँचा तो उसे खामाखां का शक होगा। वहाँ जाने के लिए अब बहुत देर हो चुकी थी।
यकायक उसे कॉरेन के प्रति अरुचि हो आई।
“हे भगवान”—उसने सोचा—“ये मैं किस पचड़े में पड़ गया।”
“अच्छा सुनो”—प्रत्यक्षतः केन ने कहा—“मुझे जाना होगा। बहुत वक्त गुजर गया है।”
“अरे—घबरा क्यों रहे हो....वक्त तो देखो कितना बढ़िया गुजरा।”
लेकिन केन मानो उसकी बात सुन ही नहीं रहा था। वह अपने कपड़े पहनते हुए सोच रहा था कि यहाँ आकर उसने वाकई बड़े पागलपन का काम किया था। कॉरेन उसे अब ऐसी हाहाकारी नहीं लग रही थी कि उसमें कोई उत्तेजना पैदा कर पाती। इस वक्त तो वो लड़की उसे एक अमीर बाप की बिगड़ी हुई औलाद से ज्यादा कुछ न लगी।
अगर वह फौरन फोर्ट लाडरडेल के लिए निकल जाए तो शायद आतिशबाजी शुरू होने से पहले वहाँ पहुँच सकता था।
“मुझे निकलना होगा”—वह बोला—“मेरी बीवी मेरे इंतजार में होगी।”
“हम्म....जाना ही चाहते हो तो ठीक है लेकिन इतने परेशान क्यों लग रहे हो।”
केन तब तक कपड़े पहनकर दरवाजे की ओर बढ़ गया था।
“केन”—कॉरेन की सर्द आवाज ने उसे टोका तो वह ठिठक गया—“गुड बाई नहीं कहोगे?”
“मुझे यह सब नहीं करना चाहिए था....हम पागल हो गये थे।”
कॉरेन बिस्तर से बाहर निकल आई।
अपने पैदाईशी लिबास में।
लेकिन उसका वह अंदाज अब केन को उत्तेजित करने में नाकाम था।
“किसी काम को जानबूझकर कर लेने के बाद उस पर पछतावा करना बेवकूफी होती है केन”—कॉरेन ने कहा— “हासिल मौकों का फायदा उठाना इंसानी फितरत है—इसमें पछतावा कैसा?”
केन ने मानो उसकी बात सुनी ही नहीं। अब उस पर केवल बेट्टी के पास पहुँचने का भूत सवार था।
“मैं जा रहा हूँ।”
“अंधेरा हो गया है, क्या तुम ऐसे में अपनी गाड़ी ढूँढ लोगे?”
“ढूँढ ही लूँगा।”
“ठहरो”—कॉरेन ने एक शक्तिशाली टार्च उठाकर उसे देते हुए कहा—“तुम्हें इसकी जरूरत है।”
केन ने टार्च ले ली लेकिन कहा कुछ नहीं।
“यकीन जानो केन”—वह बोली—“तुम वाकई में गजब के प्रेमी हो....पसंद आए तुम मुझे।”
कॉरेन की बात अनसुनी कर केन केबिन से बाहर निकला और झुरमुट की ओर दौड़ गया।
उसे केवल एक चिन्ता थी—फोर्ट लाडरडेल पहुँचना।
उसने टार्च ऑन कर ली थी और उसी की शक्तिशाली रोशनी में अपनी कार की ओर दौड़ा जा रहा था। अभी उसने कोई आधा रास्ता ही तय किया था कि अचानक उसे किसी चीज के सड़ने की बदबू आई। उसे लगा कोई जानवर वहीं कहीं मरा पड़ा था। उसने टार्च की रोशनी को पगडंडी पर केन्द्रित रखा और आगे बढ़ता रहा लेकिन जैसे-जैसे वह आगे बढ़ता गया वह बदबू भी बढ़ती चली गई। आखिरकार हालात ऐसे हो गए कि मारे बदबू के उसका सारा खाया-पिया मुँह को आने लगा।
वह रुका नहीं।
वह अब भी आगे बढ़ता रहा।
हालांकि अब वह दौड़ नहीं रहा था बल्कि धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा था। अपनी वर्तमान परिस्थिति से वह कतई खुश नहीं था—लेकिन उसकी जो भी हालत थी—उसके लिए वो खुद ही जिम्मेदार था।
तभी टार्च की रोशनी पगडंडी पर पड़ी एक इंसानी लाश के ऊपर गिरी। केन का दिल जोरों से धड़का।
उसके मुँह में कड़वाहट सी भर गई और जिस्म बर्फ की मानिंद ठण्डा पड़ गया।
सामने पड़ी नंगी लाश किसी लड़की की थी लेकिन फिर अगर वो सिर्फ एक लाश होती तो शायद कोई बात न होती। वो तो एक वीभत्स तरीके से मार डाली गई लड़की की लाश थी। ऐसी जिसमें उसके जिस्म की पसलियों के निचले भाग से लेकर टांगों के जोड़ तक मानो चीर डाला गया था और जैसे इतना ही काफी न हो। पास ही खून के गड्ढे में उसकी आँतें निकली पड़ी थीं।
केन ने अपनी आँखें बंद कर लीं।
उसकी साँसें किसी धौंकनी की तरह दौड़ रही थीं। वह बुरी तरह घबरा उठा और मुड़कर वापिस चलने लगा।
उसने अभी-अभी जो कुछ देखा था, उसने उसकी हालत बेहद खराब कर दी थी। वह आतंकित था—बेहद आतंकित।
तभी वह रुका और पेट पकड़कर उल्टियाँ करने लगा। रह-रहकर उसकी आँखों के आगे, पीछे छुटी लाश लहरा रही थी और केन धड़ाधड़ उल्टियाँ करता रहा।
कुछ मिनटों बाद जब उसकी हालत कुछ स्थिर हुई तो अपने चेहरे से पसीना पोंछते, लड़खड़ाते कदमों के साथ वो वापिस केबिन पहुँचा।
दरवाजा धकेलकर उसने भीतर कदम रखा।
कॉरेन, जिसने अपना जिस्म अब एक चादर से ढँक लिया था, उसे देखते ही हैरान रह गई।
केन का चेहरा आतंक की अधिकता से फट पड़ने को तैयार था।
“क्या हुआ।”—कॉरेन ने पूछा।
“वहाँ बाहर किसी लड़की की लाश पड़ी है। किसी ने बड़े ही वीभत्स तरीके से उसकी हत्या की है।”—केन ने खुद को एक कुर्सी में धंसाते हुए कहा—“उसका पेट फाड़ा गया है और बेहद भयानक दृश्य है।”
“क्या बकते हो?”—उसने केन के नजदीक जाकर कहा।
“सुना नहीं तुमने—वहाँ बाहर एक लड़की को मार डाला गया है और हमें पुलिस को खबर करनी चाहिए।”
केन के कांपते हाथों और पसीने से तर चेहरे को देखकर कॉरेन ने सबसे पहले उसको स्कॉच का एक तगड़ा पैग दिया जिसे केन ने एक सांस में खींचा और गिलास हाथों से निकलकर नीचे कालीन पर गिर जाने दिया।
एल्कोहल के उस तगड़े डोज ने उसे कुछ स्थिर किया।
“खुद को सम्भालो”—कॉरेन ने उससे कहना शुरू किया—“उस लाश से तुम्हारा या मेरा कोई सम्बंध नहीं है। तुम अपनी बीवी के पास चले जाओ।”
“मैं अपनी कार तक नहीं पहुँच सकता। उस लाश के नजदीक से होकर गुजरना मेरे बस का मामला नहीं।”
“तुम दूसरी ओर—सागर तट की राह पकड़ लो। बस वो रास्ता जरा लम्बा ही तो है।”—कहकर उसने चादर उतारी और स्वीमिंग सूट पहनकर बोली—“मैं तुम्हारे साथ चलती हूँ।”
केन ने अपनी कलाई घड़ी पर निगाह डाली।
पौने नौ बज रहे थे।
“अब देर हो चुकी है....मैं वक्त रहते फोर्ट लाडरडेल नहीं पहुँच सकता।”
“अक्ल से काम लो। अपनी बीवी को फोन करके बोलो कि रास्ते में तुम्हारी कार खराब हो गई है, और तुम वापिस घर जा रहे हो।”—कॉरेन ने नीचे कालीन पर गिरे गिलास को उठाकर दोबारा भरा और केन को थमाते हुए कहा।
केन ने वो ड्रिंक एक ही सांस में खींच लिया। तब कॉरेन ने जबरन उसके हाथों में रिसीवर थमा दिया। केन कुछ पल हिचकिचाता रहा लेकिन आखिरकार उसने नम्बर डायल कर ही दिया।
घण्टी बजने लगी तो उसने कुर्सी की पुश्त से पीठ टिकाकर आँखें बन्द कर लीं।
कुछ पलों बाद उसके कानों में जैक की आवाज पड़ी।
“जैक”—केन ने कहा—“दिस इज केन।”
“हाय दोस्त—कहाँ फंस गए। हम सब तुम्हारा यहाँ बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।”
“सुनो जैक—मेरी कार खराब हो गई है और मैं यहीं रास्ते में एक गैराज में उसे ठीक कराने में लगा हूँ।”
“अरे—क्या हुआ कार में?”
“भगवान जाने क्या हुआ—यकायक इंजन बन्द हो गया और फिर लाख कोशिशों के बाद भी दोबारा स्टार्ट नहीं हुआ। आई एम सॉरी जैक।”
“ये क्या बात हुई केन। तुम हमारे साथ ऐसा कैसे कर सकते हो। आज हमारी शादी की सालगिरह है और मौज मेले के ऐसे मौके पर तुम्हारा न होना....”
“जैक—मैं खुद बेहद शर्मिंदा हूँ। प्लीज मेरी बात समझने की कोशिश करो।”
“वैल—अगर यहाँ मौजूद हर आदमी नशे में धुत न होता तो मैं यकीनन किसी न किसी को तुम्हें लाने के लिए भेज देता। तुम इस वक्त कहाँ हो?”
“हाईवे पर। और सुनो जैक—कार शायद जल्द ही ठीक हो जाए, तब मैं सीधे तुम्हारे पास ही पहुँचूंगा। जरा बेट्टी को भी समझा देना प्लीज।”
“हाँ-हाँ जरूर। वैसे यहाँ आतिशबाजी शुरू होने ही वाली है सो जितना जल्दी हो सके यहाँ आ पहुँचो।”
“हाँ ठीक है—मैं पूरी कोशिश करता हूँ।”
“ओके”—कहकर जैक ने संबंध विच्छेद कर दिया।
केन ने रिसीवर यथास्थान रखा और कॉरेन की ओर निगाह डाली।
“वह लाश....हमें पुलिस को खबर करनी चाहिए।”
“तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है केन।”—कॉरेन ने ऊँची आवाज में कहा—“अगर इस मामले में पुलिस का दखल बना तो वह लोग सबसे पहले तो ये जानना चाहेंगे कि तुम अपनी बीवी के पास न जाकर यहाँ मेरे पास कर क्या रहे थे? तुम्हें क्या लगता है, तुम्हारी इस कहानी पर कोई भी यकीन करेगा कि तुम यहाँ सिर्फ अलमारी ठीक करने आये थे और सबसे बड़ी बात—तुम्हें जरा भी अहसास है कि मेरा बाप क्या करेगा जब उसे पता चलेगा कि तुम और मैं यहाँ इस केबिन में अकेले थे? मेरा बाप बेवकूफ है जो कि मुझे अब तक कुँवारी समझता है लेकिन इतना बड़ा बेवकूफ वो फिर भी नहीं है कि ये न समझ सके कि यहाँ इस केबिन की तनहाइयों में हम दोनों क्या कर रहे थे—और अगर ऐसा हुआ तो यकीन जानो केन हम दोनों मुसीबत में होंगे। उस सूरत में तुम्हारे हाथ से तुम्हारी नौकरी जाएगी और मेरे हाथ से ये केबिन।”
“लेकिन....”—केन ने कहना चाहा।
“नहीं केन—ये नहीं हो सकता। तुम यह पुलिस का खटराग छोड़ो और उठो—हम दोनों यहाँ से अभी निकल लेते हैं।”
स्कॉच के दो तगड़े पैग अब अपना असर दिखाने लगे थे।
केन को लगा कि कॉरेन की बात सही है और पुलिस के झमेले में पड़ते ही और दस बखेड़े खड़े हो जाएँगे।
“अब चलो न।”—कॉरेन ने अधीरतापूर्वक कहा।
केन उठ खड़ा हुआ।
दोनों केबिन से बाहर निकले और उसे लॉक किया। एक लम्बा घेरा काटकर उनका इरादा कार तक पहुँचने का था और इसी प्रक्रिया में जब वे दोनों झाड़ियों से निकलकर एक मोड़ पर पहुँचे, यकायक दोनों को ब्रेक लग गए।
सामने से एक आदमी तेजी से उनकी ओर बढ़ा चला आ रहा था। चांद की दूधिया रोशनी में उन्होंने देखा कि वह ऊँचे कद का, पतले-दुबले जिस्म वाला दाढ़ी रखे शख्स था जिसने एक पुरानी घिसी हुई जीन्स पहन रखी थी और कंधे पर एक झोला लटका रखा था। कंधे पर लम्बे बालों और घनी दाढ़ी की वजह से सिर्फ उसकी आँखों और लम्बी सुतवां नाक पर फोकस बन रहा था।
“हे—देयर!”—आगंतुक ने कहा।
अपने को संबोधित हुआ पाकर केन घबरा गया लेकिन कॉरेन ने मुस्कुराकर कहा—“हाय!”
केन के शरीर से ठंडा पसीना चू रहा था लेकिन वह फिर भी मुस्कुराया।
“पैडलर्स क्रीक किधर है?”—आगंतुक ने पूछा।
केन ने अंदाजा लगाया कि आगंतुक की उम्र कोई बीस साल थी।
“सीधे जाओ—आगे करीब आधा मील चलकर पैडलर्स क्रीक है।”—कॉरेन ने जवाब दिया और केन सहित आगे बढ़ गई।
“अगर उसने हमें दोबारा कभी देखा तो पहचान लेगा?”—केन ने फंसी आवाज में पूछा।
“यह नशेड़ी खुद को तो पहचान नहीं सकता—हमें क्या पहचानेगा।”—कॉरेन ने हिकारत भरे स्वर में कहा।
केन ने पीछे मुड़कर देखा।
दढ़ियल अभी वहीं खड़ा था और पीछे उन्हें ही घूरे जा रहा था।
अगले कुछ क्षण दोनों की आँखों में संपर्क बना रहा, तत्पश्चात् वह पलटकर हिप्पी कॉलोनी की ओर बढ़ गया।
“जाओ”—कॉरेन ने केन से कहा—“तुम्हारी कार उन झाड़ियों के आसपास है।”
“हम्म....”—केन ने कहा तो कॉरेन ने उसके गले में अपनी बाहें डाल दीं।
“वैसे....” वह बोली—“वक्त मजेदार गुजरा। नहीं?”
कॉरेन की गर्म बाँहों से सिरहन महसूस करते केन ने उसे पीछे धकेल दिया।
“आईंदा फिर कभी ऐसा नहीं होगा।”
“ओह—सारे मर्द ऐसा ही कहते हैं”—वह हँसी—“लेकिन भरने के बाद जाम छलकने लगता है।”
कॉरेन ने अपनी नर्म मुलायम उंगलियों से केन का गाल सहलाया और फिर मुड़कर सागर तट की ओर दौड़ गई।
पीछे खड़ा केन उसे जाता देखता रहा।
आसपास ही कहीं भयानक लाश पड़ी थी और वे दोनों इस वजह से गंभीर मुसीबत में थे।
उसकी नौकरी को खतरा हो सकता था।
उसका बेट्टी के साथ बेवफाई करना, वादाखिलाफी करना, एक दूसरी मुसीबत खड़ी कर सकता था।
आगे पीछे पुलिस का इस मामले में दखल बन के रहना था और ऐसे में भी कॉरेन को स्विमिंग की पड़ी थी।
बीते गुजरे वक्त के ‘मजेदार’ होने की पड़ी थी।
वाह!
क्या लड़की थी!
क्या कमाल की लड़की थी!!
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