RE: Hindi Kamuk Kahani एक खून और
रात के साढ़े आठ बजे।
पैरेडाईज सिटी पुलिस हैडक्वार्टर्स में निस्तब्धता फैली थी।
अपने ऑफिस में बैठा थर्ड ग्रेड डिटेक्टिव—मैक्स जैकोबी— दबे स्वर में फ्रेंच भाषा के कुछ शब्दों को दोहरा रहा था। उसकी ख्वाहिश थी कि अपनी जिन्दगी में कम से कम एक बार तो वो पेरिस जाकर अपनी छुट्टियाँ बिताये, वहाँ की खूबसूरत दिलफरेब लड़कियों से दोस्ती गांठे और यही वजह थी कि वो फ्रेंच सीखने को इतना बेताब था।
उसी कमरे के दूसरे सिरे पर जैकोबी का सीनियर, फर्स्ट ग्रेड डिटेक्टिव टॉम लेपस्कि अपनी डेस्क पर बैठा क्रास वर्ड पजल में उलझा हुआ था। उसे अभी हाल ही में प्रमोशन मिला था और उसके खुद के हिसाब से ये ना-काफी था। उसकी ख्वाहिश थी कि एक दिन वो चीफ ऑफ पुलिस की पोस्ट हासिल करे।
तभी अचानक जैकोबी के टेबल पर रखे टेलीफोन की घण्टी बजने लगी।
“जैकोबी”—उसने फुर्ती से रिसीवर उठाकर कहा—“दिज इज डिटेक्टिव्ज़ डेस्क।”
“जरा गौर से सुनना....”—किसी मर्दानी आवाज ने कहा— “क्योंकि मैं दोबारा नहीं दोहराऊँगा। पैडलर्स क्रीक की ओर जाने वाली सड़क पर पड़ने वाले झुरमुट में एक लाश पड़ी है।”
बात पूरी होते ही कॉल कट गई।
जैकोबी ने चौंककर लेपस्कि की ओर देखा और उसे फोन पर इस खबर की जानकारी दी। उसे लग रहा था कि किसी ने मजाक किया है।
“कोई हॉक्स कॉल थी।”—जैकोबी ने कहा।
लेकिन लेपस्कि महत्वाकांक्षी था, उसने इस कॉल को फर्जी मानने के बजाए पुलिस कम्यूनिकेशन सैन्टर में फोन मिला दिया।
“हैरी....?”—संपर्क स्थापित होने पर लेपस्कि ने कहा— “पैडलर्स क्रीक का इलाका आज कौन कवर कर रहा है?”
“स्टीव और जोए....वे दोनों कार नम्बर सिक्स में हैं।”—दूसरी ओर से हैरी बोला।
“उनसे कहो कि पैडलर्स क्रीक की ओर जाने वाली सड़क पर पड़ते पहले झुरमुट की जांच करें....और यह काम फौरन होना चाहिए।”
“वहाँ से कुछ खास बरामदगी हो सकती है क्या?”
“हाँ—एक लाश बरामद हो सकती है। अभी हमें ऐसा दावा करती एक फोन कॉल आई है। हालाँकि हो सकता है किसी ने मजाक किया हो लेकिन फिर भी एक बार चैक कर लेने में कोई हर्ज नहीं।”
कहकर लेपस्कि ने फोन का रिसीवर यथास्थान रखा और एक सिगरेट सुलगाकर उठ खड़ा हुआ।
“तुम रिपोर्ट लिख लो मैक्स”—उसने जैकोबी से कहा—“आगे चीफ को खबर करने से पहले मैं स्टीव के फोन कॉल का इंतजार करूँगा।”
जैकोबी अपने टाईपराईटर पर रिपोर्ट टाईप करने लगा और लेपस्कि ने इस अंदाज में चहलकदमी करनी आरंभ कर दी मानो कोई शिकारी कुत्ता अपनी जंजीर तुड़ाने के लिए बेताब हो।
कोई बीस मिनट बाद स्टीव का फोन आया।
“हमें वहाँ झुरमुट में एक लड़की की वीभत्स लाश बरामद हुई है जिसे किसी ने बड़ी बेरहमी से पेट फाड़कर मारा है।”
लेपस्कि ने बुरा सा मुँह बनाया।
एक लम्बे अर्से बाद पैराडाईज सिटी में घटने वाली ये कत्ल की पहली वारदात थी।
“तुम वहीं ठहरो स्टीव”—लेपस्कि ने कहा—“मैं जरूरी कार्यवाही शुरू करता हूँ। सवा नौ बजे पुलिस की चार गाड़ियां पैडलर्स क्रीक की ओर जाती सड़क पर लगे उस झुरमुट के नजदीक पहुँचीं। अभी लाश बरामदगी की खबर सार्वजनिक नहीं हुई थी लेकिन जल्द ही जब यह खबर आम होती, इसने अच्छी-खासी हिलडुल मचा देनी थी। चारों गाड़ियों से कई पुलिस ऑफिसर उतरे और लाश के नजदीक उसका मुआयना करने पहुँचे। चीफ ऑफ पुलिस टेरेल, सार्जेन्ट, जोए वेगलर, सार्जेन्ट फ्रेड हेस, लेपस्कि और उनके साथ तीन और पुलिसिए। और कुछ पलों बाद पुलिस मेडिकल ऑफिसर डाक्टर लुईस अपने दो सहकर्मियों के साथ एक एम्बुलेंस सहित आ पहुँचा।
फिर एक पुलिस फोटोग्राफर आया जो लाश की हालत देखते ही असहज हो गया। बड़ी मुश्किल से उसने लाश के फोटो खींचने के अपने काम को अंजाम दिया और फिर वहीं बगल की झाड़ियों में जाकर उल्टी कर दी।
तमाम जरूरी औपचारिकताओं के बाद लाश को वहाँ से उठवा दिया गया। अब पीछे पुलिस अधिकारी ही रह गए थे।
टेरेल टहलता हुआ डॉ. लुईस के नजदीक जा पहुँचा।
“तुम्हारा क्या ख्याल है डॉक्टर?”—उसने पूछा।
“उसके सिर पर प्रहार किया गया था और बाद में उसे नंगा करके उसका पेट फाड़ दिया गया था। लाश की हालत देखकर लगता है कि उसके कत्ल को दो घण्टे से ज्यादा नहीं गुजरा है। वैसे आगे की कोई और जानकारी पोस्टमार्टम के बाद ही मिलेगी।”
“हम्म....जितना जल्दी हो सके हमें वो पोस्टमार्टम रिपोर्ट भिजवा देना।”—कहकर टेरेल सार्जेन्ट फ्रेड हेस के पास पहुँचकर बोला—“फ्रेड—मैं वापिस हैडक्वार्टर जा रहा हूँ। आगे तुम इस केस को संभालो और पता लगाओ कि यह लड़की कौन थी।”
“जी सर....।”—हेस ने तत्परता से जवाब दिया।
अपने मातहत को इशारा करके टेरेल ने गाड़ी स्टार्ट करवाई और उसमें बैठकर वह चला गया।
पीछे हेस लेपस्कि से बातें करने लगा।
“पास ही में हिप्पियों की कॉलोनी है। तुम अपने साथ डस्टी को ले जाकर वहाँ पूछताछ करो कि शायद मृतका वहीं से संबंधित हो। टेरी के पास लड़की की पोलोरॉयड तस्वीरें हैं....उन्हें ले जाना।”
“जी सर।”
“नाओ मूव।”
लेपस्कि फौरन वहाँ से हटा और पुलिस फोटोग्राफर टेरी को खोजने लगा। टेरी ने एक फोटोग्राफर के तौर पर अभी हाल ही में पुलिस फोर्स ज्वाईन की थी और अपनी इसी हालिया नौकरी में उसने ऐसे किसी वहशियाना ढंग से किए गए कत्ल का सामना नहीं किया था। लाश की हालत ने उसके होश उड़ा दिए थे और अब जब उसने जैसे-तैसे करके अपना काम पूरा कर लिया था, वह पास की झाड़ियों में बैठा अपने होशो हवास को काबू में लाने की कोशिश कर रहा था। लेपस्कि ने उसके पास पहुँचकर लाश के पोलोराइड फोटो मांगे तो उसने बिना कुछ कहे कांपते हाथों से तीन प्रिंट लेपस्कि की ओर बढ़ा दिए।
लेपास्कि ने फोटोग्राफ्स को थामा और उन्हें गौर से देखने लगा। लड़की दिखने में कोई खास खूबसूरत नहीं थी। उसका चेहरा सुतवां और कठोर था। एक निगाह उस चेहरे पर डालते ही लेपस्कि को इस बात का अंदाजा हो गया था कि लड़की ने खूब दुनिया देखी थी और हाल फिलहाल कोई खास खुशगवार हालातों में नहीं थी।
तभी डस्टी लुकास नाम का पुलिसिया लेपस्कि के पास पहुँचा। कोई चौबीस साल का जवान—डस्टी—एक मजबूत डील-डौल का मालिक था जो दरअसल अपने इसी शारीरिक सौष्ठव की वजह से पुलिस बॉक्सिंग टीम का बेहतरीन मुक्केबाज भी था।
“सर....”—उसने लेपस्कि को रिपोर्ट किया।
“आओ डस्टी”—लेपस्कि कार की ओर बढ़ते हुए बोला—“काम पर लगें।”
बिना कुछ कहे डस्टी फौरन उसके पीछे लपका।
दोनों एक पुलिस कार में जा सवार हुए, जिसमें डस्टी ने ड्राईविंग सीट संभाली। उसने कार को हिप्पी कॉलोनी की ओर बढ़ा दिया।
अगले कुछ क्षण कार में बैठे दोनों ने कुछ न कहा।
कार आगे बढ़ती रही।
जल्द ही सामने कैम्प फायर गैस की रोशनी में चमकते टैन्ट और केबिनों की कतारें नजर आने लगीं।
डस्टी ने कार को एक किनारे रोक दिया।
“आगे पैदल चलना होगा....”—वह बोला।
“ठीक है।”—कहकर लेपस्कि कार से नीचे उतर आया।
दोनों ने कार को लॉक किया और नजदीक से आ रही गाने की धीमी आवाज पर गौर किया।
साथ में बज रहे गिटार और ड्रम्स की आवाज।
कैम्प फायर नजदीक ही था।
“कितनी बदबू है।”—लेपस्कि ने मुँह बनाकर कहा—“मुझे समझ नहीं आता कि क्यों मेयर इस गंदगी को इस शहर से निकाल बाहर नहीं करता।”
“सर....”—डस्टी ने धीमे से कहा—“ये लोग आखिरकार कहीं तो रहेंगे ही, और वैसे भी इनका वहाँ मेन सिटी में रहने लगने के बजाए शहर से जरा दूर यहाँ रहना ही बेहतर है।”
लेपस्कि ने हामी भरी।
दोनों चलते हुए वहाँ आ पहुँचे जहाँ एक बड़े से अलाव के इर्द-गिर्द रेत में करीब पचास नौजवान बैठे थे। उनमें से लगभग सभी की उम्र कोई सोलह से पच्चीस साल के बीच की थी। युवकों में से ज्यादातर के चेहरों पर घनी दाढ़ी और कंधे पर बिखरे बाल थे। साथ में जिस्म को ढंकती टी-शर्ट और जीन्स।
पक्का और खूब स्थापित हिप्पी कल्चर।
उसी झुण्ड में बैठे गाने गा रहा आदमी अच्छे भले ऊँचे कद का लेकिन खूब दुबला पतला था। उसके घुंघराले बालों ने उसके चेहरे को पूरी तरह ढक रखा था लेकिन उसी बालों के पर्दे से जब उसकी निगाह वहाँ उस ओर बढ़ते आ रहे पुलिसियों पर पड़ी तो उसने गाना बंद किया और उठकर खड़ा हो गया।
उसके ऐसा करते ही करीब सौ आँखें लेपस्कि की ओर उठ गईं।
अंधेरे में कहीं एक आवाज उभरी—“फन” (पुलिस)
लम्बी खामोशी और निस्तब्धता के बाद ऊँचे तथा पतले दुबले आदमी ने अपना गिटार नीचे रख दिया और हिप्पियों के गिर्द घेरा काटकर लेपस्कि के पास आ खड़ा हुआ।
“मेरा नाम चेट मिसकोलो है और मैं यहाँ इस कैम्प का आर्गनाईजर हूँ। कहीं कुछ गड़बड़ है क्या?”
“हाँ”—लेपस्कि ने अपना और डस्टी का परिचय देते हुए कहा—“दरअसल पास ही कुछ असहज कर देने वाली घटना घटी है और हम दोनों उसी सिलसिले में तहकीकात कर रहे हैं।”—फिर लेपस्कि ने उसे तीन फोटो दिखाते हुए पूछा—“क्या तुम इसे जानते हो?”
मिसकोलो ने गैस से जलती लालटेन के पास जाकर रोशनी में उन फोटोग्राफ्स को बड़े गौर से देखा और फिर पलटकर बोला—“यह तो जेनी ब्रैंडलर लगती है....लगता है शायद ये उसकी लाश की तस्वीर है।”
“हाँ—इसका कत्ल हो गया है और जिस किसी ने इसका कत्ल जिस तरीके से किया है उससे वह कातिल कोई मैनियाक, कोई वहशी ही लगता है।”
झुण्ड के मुँह से आह निकली।
मिसकोलो ने तस्वीरें लौटाते हुए कहा—“वह कल रात यहाँ आई थी और बता रही थी कि मयामी में उसे कोई नौकरी मिलने वाली थी और इस वजह से वो अब यहाँ हमारी बस्ती में बस चंद दिनों की मेहमान थी। मुझे अफसोस है कि उसका इस बाबत यूँ कहना आखिरकार सच साबित हुआ।”
“उसके बारे में जो कुछ भी जानते हो—बताओ।”—लेपस्कि ने कहा।
उसने गौर किया कि उनकी मौजूदगी से वहाँ उस हिप्पी समूह में एक किस्म का तनाव बढ़ गया था। इसी तनाव को कम करने के लिए वह बेहद लापरवाही से नीचे रेत पर बैठ गया।
डस्टी ने भी फौरन उसका अनुकरण किया।
उसने एक डायरी निकाली और नोट्स लिखने को तत्पर रेत पर ही बैठ गया।
“सब बैठ जाओ....तुम लोगों को भी परेशान होने की जरूरत नहीं है।” लेपस्कि ने समूह से कहा—“यह एक रूटीन पूछताछ है जिसमें तुममें से किसी को भी—किसी किस्म की भी—दिक्कत न होने देने का मैं वादा करता हूँ।”
यह चाल कामयाब रही।
माहौल में छाया तनाव यकायक हवा हो गया और समूह के मैम्बर एक-एक वापिस बैठने लगे।
वहीं सामने ही हिप्पियों के लिए सॉसेज तले जा रहे थे जिसकी तीखी गंध दोनों पुलिसवालों की साँसों में घुली जा रही थी।
“सासेज लेंगे सर। हम सब बस अभी शुरू करने ही वाले थे।”—मिसकोलो ने लेपस्कि के बराबर में बैठते हुए कहा।
“ओह जरूर”—लेपस्कि ने कहा—“और हाँ—मेरा नाम लेपस्कि है। तुम मुझे मेरे नाम से बुला सकते हो।”
“जी शुक्रिया मिस्टर लेपस्कि।”—मिसकोलो ने मुस्कराते हुए कहा।
तभी किसी ने उन्हें गर्मागर्म सॉसेज पेश किए। लेपस्कि नहीं चाहता था कि डस्टी उस सॉसेज को खाने की प्रक्रिया में अपने हाथों को चिकना कर ले और अपनी नोटबुक को उसी चिकनाई से खराब करे—सो उसने डस्टी की ओर इशारा किया।
“वैल....”—उसने सॉसेज पकड़ी और कहा—“मेरे साथी पुलिसवाले को नहीं चाहिए....वैसे भी वो दिन-ब-दिन मोटा होता जा रहा है।”
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