RE: Hindi Kamuk Kahani एक खून और
केन को घर में कार के आकर रुकने की आवाज आई।
बेट्टी लौट आई थी।
उसने गहरी सांस खींची और सोफे से उठ खड़ा हुआ। चन्द पलों बाद बेट्टी ने भीतर कदम रखा।
“क्या हो गया था केन?”—उसने भीतर आते ही पूछा।
आमतौर पर बेट्टी कभी नाराज नहीं होती थी लेकिन इस वक्त वो बेहद गुस्से में थी।
“मैंने जैक को बताया तो था कि मेरी कार खराब हो गई है”—केन ने शान्त स्वर में कहा—“तुम्हारी पार्टी कैसी रही?”
“ओह केन—तुम क्यों नहीं आए? पता है हर कोई बस तुम्हें ही पूछ रहा था और मैं....मैं तुम्हें लेकर कितना परेशान थी?”
“कार में नुक्स आ गया था—आई एम सॉरी बेट्टी—लेकिन मुझे एक घण्टे से ऊपर की देरी हो गई थी सो वहाँ पार्टी में जाने की कोई तुक नहीं थी। जब तक मैं वहाँ पहुँचता, वहाँ का मेला खत्म हो जाना था।”
“फिर भी तुम आ तो सकते थे?”
“हाँ....आ तो सकता था—लेकिन पहले स्कूल मीटिंग के फ्लॉप हो जाने और फिर कार बिगड़ जाने की वजह से मेरा मूड इस कदर ऑफ हुआ कि मैंने वहाँ न जाने का फैसला कर लिया। मुझे अफसोस है....तुम बताओ पार्टी कैसी रही।”
“फ्लॉप!”—बेट्टी ने चिढ़कर पूछा—“तुम्हारी स्कूल मीटिंग फ्लॉप रही!”
बेट्टी इस वक्त जिस मूड में थी—उसमें वो जवाब देने के बजाए जवाब जानने को ज्यादा उत्सुक थी।
“ओह—हाँ“—केन ने कहा—“मैंने वहाँ स्कूल में बड़ी मेहनत करके पाँच सौ लोगों के बैठने की जहमत उठाई थी लेकिन कुल मिलाकर सिर्फ चौंतीस लोगों की हाजिरी लग सकी। ऐसी हाहाकारी मीटिंग को किसी तरह निपटाकर जब मैंने वापिसी के लिए कार स्टार्ट की तो वह स्टार्ट होकर नहीं दी। नतीजतन मैं उसका हुड खोलकर देर तक उसके इंजन में इधर-उधर हाथ मारता—उसे दुरुस्त करने की कोशिश करता—सिर पटकता रहा। अब इन सारी मुसीबतों के बाद मेरा पार्टी में जाने का जरा भी मूड नहीं रहा।”
“क्या तुमने कोई काम नहीं किया?”
“नहीं—ऐसा तो नहीं है। कुछेक पॉलिसियां तो बिकी ही हैं लेकिन ओवरऑल पूरी मीटिंग मोटे तौर पर फ्लॉप थी। ऐसी भट्टा बैठाऊ मीटिंग के बाद मैं सीधा यहाँ घर लौटकर आ गया और अपनी नाकामयाबी का मातम मनाने बैठ गया।”
बेट्टी के चेहरे पर कई रंग आए और गए।
फिर उसके चेहरे पर दया के भाव उभरे।
उसने आगे बढ़कर केन को आलिंगनबद्ध कर लिया।
केन को यकीन हो आया कि उसकी पहली बाधा दूर हो चुकी थी।
बेट्टी को उसकी कहानी पर यकीन हो आया था।
“ओह डार्लिंग”—बेट्टी ने कहा—“आई एम सो सॉरी, मुझे लगा कि वहाँ आना तुम्हें सूट करेगा।”
“कोई बात नहीं....लेकिन खुद मुझे इस बात का बेहद अफसोस है कि मैं वहाँ पार्टी में जाने के बजाए अपने उस मातमी मूड में यहाँ घर आकर बैठ गया। मेरा मन इतना उदास था कि मेरा वहाँ पार्टी में आने का बिल्कुल मूड नहीं किया।”
बेट्टी ने उसे खुद से अलग किया और मादक ढंग से मुस्कुराई।
“छोड़ो अब—आओ चलो चलकर सोते हैं। कल मैं मैरी से बात कर लूँगी।”
जब दोनों बिस्तर में घुसने की तैयारी में थे तो बेट्टी ने लापरवाही से पूछा—“और मिस स्टर्नवुड का क्या हुआ?”
केन के पेट में मानो मरोड़ उठ आई।
“उसे किसी से मिलने जाना था सो जब मैं कार स्टार्ट करने के लिए घोड़े दौड़ा रहा था—वह वहाँ से जा चुकी थी।”
बेट्टी सोने से पहले बाथरूम में शॉवर लेकर लौटी और आकर केन के बगल में आ लेटी। उसने लाईट ऑफ की और केन को बाँहों में भरकर उससे सट गई।
केन को अपने पति होने का फर्ज निभाना था, लेकिन अभी कॉरेन के संसर्ग ने उसका जो हाल किया था उससे वह अभी तक उबरा नहीं था।
नतीजा ये कि अपने विवाहित जीवन में पहली बार केन ने बेट्टी को निराश किया।
अगली सुबह बेट्टी को बिस्तर में सोता छोड़कर वह फटाफट तैयार हुआ और ऑफिस को निकल गया।
अभी उसने कॉरेन का भी आमना-सामना करना था।
और यह ख्याल ही उसे डरा रहा था।
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