RE: Hindi Kamuk Kahani एक खून और
“तुम हमसे क्या चाहते हो?”—कॉरेन ने अधीर होते हुए पूछा—“और इन सब बातों से हमारा क्या मतलब?”
“मतलब है”—लू ने गर्जकर कहा—“पुलिस ने मुझसे की गई पूछताछ में मेरे पिछली रात के मूवमैन्ट्स के बारे में भी सवाल किए थे और उन्हीं सवालों में से एक के जवाब में मैंने उन्हें कह दिया कि पिछली रात हिप्पी कॉलोनी की ओर आते समय मुझे वहाँ रास्ते में—मौकाए वारदात के आसपास—कोई नहीं मिला था।”
“हाँ तो फिर....”—कॉरेन ने कसमसाते हुए पूछा।
“तो फिर ये बेबी”—लू ने दाँत चमकाते हुए कहा—“कि तुम दोनों बखूबी जानते हो कि मेरा पुलिस को दिया बयान झूठा है और ऐसा झूठ बोलकर मैंने तुम दोनों पर एक अहसान किया है।”
“तुम्हारी इस दरियादिली का शुक्रिया”—कॉरेन ने कठोरता से कहा—“और अब जब तुम अपनी इस मदद के लिए, हमारे पर किए गए अहसान के लिए, हमसे शुक्रिया बटोर चुके हो तो चलते फिरते नज़र आओ।”
“वैल बेबी”—लू ने धैर्यपूर्वक कहा—“ऐसी भी क्या जल्दी है, मैं पहले अपनी बात तो पूरी कर लूँ।”
“बको जो बकना चाहते हो लेकिन तुम्हारी बकवास सुनने के लिए हम यहाँ हमेशा नहीं बैठे रह सकते। हमें और भी काम हैं।”
माहौल में यकायक आई उस गर्मी ने लू के लिए स्थिति थोड़ी असहज कर दी थी।
उसे लड़की से ऐसे हौंसले की उम्मीद कतई नहीं थी।
“सुनो-सुनो”—केन ने वार्तालाप का सूत्र अपने हाथ में लेते हुए कहा—“ऐसे तो ये मामला सुलझने से रहा”—उसने लू की ओर देखा और कहा—“और तुम जो कुछ भी कहना चाहते हो, साफ-साफ करो।”
“ठीक है”—लू ने केन की ओर देखा और कहा—“अब मैं साफ-साफ ही कहता हूँ।”
“जल्दी....हमें और भी काम करने हैं।”—कॉरेन ने चिढ़कर दूसरी ओर देखते हुए कहा।
“बेबी, ये देखते हुए कि मैंने तुम्हारे ऊपर कितना बड़ा अहसान किया है, तुम्हारी यह बद्तमीज़ी और ये बेहूदा रूखापन मुझे हैरान कर रहा है, लेकिन कोई बात नहीं। मुझे तुमसे कोई सद्व्यवहार नहीं बल्कि अपने उस अहसान के बदले कुछ और ही चाहिए।”
केन और कॉरेन ने कोई जवाब नहीं दिया।
“वैसे सच यह है कि”—लू ने आगे कहा—“अपनी मौजूदा बंजारों जैसी धक्के खाती ज़िन्दगी से मैं खुद बेज़ार हो चुका हूँ और अपनी इस बेहूदा लाइफ-स्टाइल को बदलने के लिए मुझे कुछ रकम की दरकार है और मैं जानता हूँ कि तुम दोनों इस बाबत मेरी मदद कर सकते हो....”
“तुम क्या जानते हो?”—कॉरेन ने फिर से बीच में टोकते हुए कहा—“तुम कुछ नहीं जानते।”
“ओह बेबी”—लू ने उसे घूरते हुए कहा—“मैं जानता हूँ कि तुम्हारा बाप इस शहर के रईसों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराता है और....”—लू ने केन पर निगाह डाली और कहा— “तुम और तुम्हारी बीवी—जो डाक्टर के यहाँ रिसेप्शनिस्ट की अच्छी खासी तनख्वाह की नौकरी करती है—की इतनी तो हैसियत है ही कि मेरा काम बन जाए।”
“तुम जानते हो तुम क्या कह रहे हो?”—कॉरेन ने चिढ़कर कहा—“तुम समझ रहे हो न कि जो तुम करना चाहते हो उसे ब्लैकमेल कहते हैं?”
“ओह बेबी”—लू ने कॉरेन पर निगाह डाली और कहा—“मैं सिर्फ़ वो कह रहा हूँ जिससे हम तीनों ही एक दूसरे की मदद से इस सारे झंझट से दूर रह सकें। मैं तुम दोनों के लिए दिए गए अपने उस मददगार बयान के बदले अपने लिए थोड़ी सी मदद मांग रहा हूँ और तुम इसे ब्लैकमेल का नाम दे रही हो।”
“ये ब्लैकमेल है—सीधे-सीधे ब्लैकमेल।”
“पड़े कहती रहो, लेकिन तुम्हारे कहने भर से तो ऐसा होने वाला नहीं।”
“हम पुलिस से तुम्हारी इस गैरकानूनी हरकत की शिकायत कर सकते हैं।”
“यकीनन। क्यों नहीं कर सकते, ज़रूर कर सकते हो, लेकिन अगर तुमने ऐसा किया तो मैं भी पुलिस को दिए अपने उस बयान को बदलने के लिए आज़ाद रहूँगा और वैसे भी”— उसने कॉरेन को घूरा—“मुझे पुलिस का सामना करने से बहुत डर लगता है। कौन जाने उस वक्त अपने डर की वजह से मैं पुलिस के आगे क्या कुछ बक दूँ। तुम ऐसा होते देखना चाहोगी?”
“सुनो-सुनो”—केन ने बीच में कहा—“तुम कहते हो कि तुम्हें हमसे कुछ रकम चाहिए....कितनी चाहिए?”
“देखो—मैंने तय किया है कि मैं इस पूरे मामले पर पुलिस के सामने अब दोबारा नहीं जाना चाहता बशर्ते कि मेरे इस अहसान के बदले तुम दोनों मुझे दस हज़ार डॉलर दे दो....बोलो क्या ख्याल है।”
यह सीधे-सीधे ब्लैकमेलर का अंदाज़ था और केन ने अपने बनाने वाले का शुक्रिया अदा किया कि पता नहीं कैसे, वक्त रहते, उसे यह अक्ल आ गई थी कि उसने रिकार्डर का स्विच ऑन करके ये सारा वार्तालाप रिकार्ड कर लेने की सद्बुद्धि दिखाई थी।
उसे अपनी मेज़ के खुले दराज में रखे रिकार्डर के घूमते हुए स्पूल साफ दिख रहे थे।
“तुम्हें हमसे एक दमड़ी भी नहीं मिलेगी।”—केन के जवाब देने से पहले ही कॉरेन बोल पड़ी।
“वैसे मैं जानता था कि तुम दोनों ऐसी कोई बेवकूफी की बात भी कह सकते हो सो”—उसने जेब से कागज़ के दो रुक्के निकालकर उन्हें केन और कॉरेन को देते हुए कहा—“मैं अब तुम्हें ये दिखाना चाहूँगा और जानना चाहूँगा कि आगे इस बाबत तुम दोनों के क्या ख्याल हैं!”
केन ने रुक्का थामकर उसे खोला।
रुक्का केन की बीवी के नाम था जिसमें लिखी तहरीर उसकी शादीशुदा ज़िन्दगी में आग लगा सकती थी।
उसमें लिखा था—
मिसेज़ ब्रैन्डन,
मेरे ख्याल से आपको अपने पति से पूछना चाहिए कि बाइस तारीख की रात को वो जनाब अपनी दफ्तर की कुलीग कॉरेन स्टर्नवुड के साथ उसके पैडलर्स क्रीक वाले केबिन में क्या कर रहे थे।
पर-स्त्री गमन में यकीन न रखने वाला आपका एक शुभाकांक्षी।
केन के छक्के छूट गए।
उसने कागज़ के उस रुक्के से निगाह उठाई और कॉरेन की ओर देखा।
कॉरेन अभी अपना कागज़ पढ़ रही थी, जिसमें लिखा था—
मिस्टर जेफरसन स्टर्नवुड,
अपनी बेटी से पूछिए कि बाइस तारीख की रात वो अपने पैडलर्स क्रीक वाले केबिन में अपने दफ्तर के कर्मचारी केन ब्रैन्डन के साथ क्या कर रही थी?
पर-स्त्री गमन में यकीन न रखने वाले एक शुभाकांक्षी की ओर से।
तभी लू उठ खड़ा हुआ और केबिन से बाहर की ओर चल पड़ा।
“तुम दोनों आपस में सलाह मशविरा कर लो”—उसने कहा—“मैं अब तीन दिन बाद आऊँगा और मुझे उम्मीद है कि तब मौजूदा हालातों की रू में तुम दोनों अपनी इस खस्ता पोज़िशन के मद्देनज़र मुझे मेरी माँगी दस हज़ार की रकम डिलीवरी को तैयार रखोगे।”
केन और कॉरेन—दोनों ने कुछ न कहा।
“और अगर”—लू ने उन्हें घूरा और अपने शब्दों को चबाते हुए कहा—“ऐसा न हुआ तो मजबूरन मुझे ये दोनों रुक्के तुम्हारे पते पर रवाना करने होंगे।”
कहकर लू दफ्तर से बाहर निकल गया।
पीछे अपने कांपते हाथों से केन ने रिकार्डर का स्विच ऑफ किया।
“तुमने ये सारी बातचीत रिकार्ड की है?”—कॉरेन ने उसके झक सफेद चेहरे पर निगाह डालते हुए पूछा।
“हाँ।”
“बढ़िया किया”—वो बोली—“लाओ अब ये टेप मुझे दे दो ताकि मैं इसे पुलिस के पास ले जा सकूँ।”
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