RE: Hindi Kamuk Kahani एक खून और
लू अपने बिस्तर पड़ा काफी चुसक रहा था।
उसने पिछली रात समुन्दर किनारे बीच पर एक नीग्रो लड़की के साथ बिताई थी और इस वजह से बड़ी देर से सो सका था।
आज का दिन और था और कल उसने केन और कॉरेन से मिलने जाना था।
दस हजार डॉलर की बड़ी रकम की डिलीवरी लेने।
उसे पूरा यकीन था कि वो दोनों अब वो रकम, वो दस हजार डॉलर की रकम देने वाले थे और अब वो वहाँ अपने बिस्तर पर कॉफी चुसकता, अपने नंगे सीने को सहलाता, ये प्लान करने में मशगूल था कि वो इस रकम का आगे क्या-क्या करने वाला है।
तभी उसके केबिन के दरवाजे पर दस्तक हुई।
उसने अपने ख्यालों को अपने दिमाग से झटका और उठकर दरवाजा खोला। बाहर एक ऊँचे कद का आदमी माइक्रोफोन लिए खड़ा था।
“हैलो मिस्टर लू।”—वह बोला—“मेरा नाम पैट हैमिल्टन है और मैं यहाँ के पैरेडाईज टी.वी. चैनल से हूँ। मुझे पता चला है कि अभी हाल ही में हुए उस बेरहम वहशियाना कत्ल के वक्त तुम वहीं मौकाए वारदात के आस-पास ही थे तो शायद तुमने कातिल को भी देखा होगा।”
“देखो मिस्टर....”—लू ने कहना चाहा।
“क्या ये सही है कि तुम उस रात वहाँ मौकाए वारदात के आस-पास ही थे?”—पैट ने उसे बीच में टोकते हुए पूछा।
दरवाजे पर खड़े लू के चेहरे पर सूरज की तेज रोशनी सीधे पड़ रही थी और वो इस बात से चिड़चिड़ा रहा था।
“दफा हो जाओ।”—उसने कहा और भड़ाक से दरवाजा बन्द कर लिया। हैमिल्टन—जो वहाँ हिप्पियों की उस कॉलोनी तक अपने एक छोटे से ट्रक में आया था—मुस्कुराता हुआ वापिस घूमा और अपने उस ट्रक की ड्राईविंग सीट पर जा बैठा।
“उस कमबख्त की फोटो खींची या नहीं?”—उसने मिनी ट्रक में पीछे छुपे बैठे अपने कैमरामैन से कहा।
“खींची—बढ़िया करके खींची।”—कैमरामैन ने जवाब दिया।
और दो घण्टे बाद क्रिसपिन ग्रेग ने अपना टी.वी. ऑन किया और हैमिल्टन वाले चैनल पर खबरें सुनने लगा।
“पुलिस अभी तक उस विक्षिप्त हत्यारे, उस होमिसीडियल मैनियाक का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा पाई है”—चैनल पर हैमिल्टन बोल रहा था—“इसी सिलसिले में जब हमने अपनी ओर से जो जांच पड़ताल की, उसके आधार पर हमें पता चला कि एक युवक—जिसका नाम लू है—उस रात मौकायेवारदात के पास मौजूद था। ये युवक लू फिलहाल शहर के बाहर की ओर जाने वाले रास्ते पर बनी हिप्पियों की कॉलोनी में ठहरा हुआ है और जब हमने उससे बात करने की कोशिश की”—टी.वी. स्क्रीन पर लू बून की फोटो चमकी—“तो उसने हमसे इस मामले में कुछ भी बोलने से मना कर दिया।”—हैमिल्टन ने अपनी बात पर और जोर डालते हुए कहा—“और मेरा मानना है कि वो नौजवान यकीनन इस केस की एक बेहद खास घुण्डी है जो उससे कहीं ज्यादा जानता है जितना कि वो फिलहाल यहाँ की पुलिस को बता रहा है।” क्रिसपिन ने टी.वी. स्क्रीन पर दिखाई जा रही लू बून की तस्वीर को गौर से देखा। उसके दिमाग में हैमिल्टन के शब्द गूंजे—
“वो नौजवान....उससे कहीं ज्यादा जानता है जितना कि वो यहाँ की पुलिस को बता रहा है।”
क्रिसपिन की आँखें संकुचित हो गईं।
तत्काल उसके होठों पर एक खूनी मुस्कुराहट तैरने लगी।
ये नौजवान—लू बून—अगर वाकई में उस रात मौकाए वारदात पर मौजूद था तो हो सकता था कि उसने उसे देखा हो।
ये उसके लिए बेहद खतरनाक और असहज कर देने वाली खबर थी।
“कोई बात नहीं।”—क्रिसपिन ने मन-ही-मन फैसला किया—“अच्छा है कि वक्त रहते इसके बारे में पता चल गया। उसका इंतजाम किया जाना जरूरी है।”
क्रिसपिन की अगली—उसकी खुद की निगाह में—बेमिसाल और बेजोड़ ऑयल पेन्टिंग बनाने का वक्त आ गया था।
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