RE: Hindi Kamuk Kahani एक खून और
फूलों की बाड़ के पीछे जेकोबी सहित छुपे लेपस्कि ने केन को कोठी में दाखिल होते हुए देखा।
“बेवकूफ!”—लेपस्कि बम की तरह फटा—“अन्दर चला गया! मैंने उसे बाहर ही ठहरने के लिए कहा था।”
“अब क्या किया जाए?”—जेकोबी ने सतर्क स्वर में पूछा।
“बिल्कुल घामड़ है। मैंने कहा था....हरगिज भी अन्दर नहीं जाना है।”
दोनों डिटेक्टिव के देखते ही देखते विला का दरवाजा बन्द हो गया।
“अब क्या किया जाए?”—जेकोबी ने पुनः पूछा।
“हम कर ही क्या सकते हैं? हो सकता है द्वार खोलने वाली मिसेज ग्रेग हो। इसीलिए ब्रेन्डन को भीतर जाना पड़ा हो।”
“मान लो, दरवाजा खोलने वाला खुद ग्रेग था। बेहतर होगा कि हम कुछ करें।” जेकोबी आशंकित स्वर में बोला—“मुझे लग रहा है कि मामला गड़बड़ होने वाला है।”
“शायद ग्रेग कातिल न हो”—लेपस्कि क्षीण स्वर में बोला—“शायद ब्रेन्डन चन्द मिनट बाद खुद ही बाहर आ जाए। इस बीच अगर हमने अपनी टांग अड़ा दी—हासिल तो कुछ नहीं होगा। उल्टे मुसीबत गले पड़े सकती है।”
“अगर ग्रेग ही कातिल हो?”—जेकोबी ने कहा—“अगर उसने ब्रेन्डन का खून कर दिया? बेहतर होगा कि हम कुछ करें।”
“हूं”—लेपस्कि तन कर खड़ा हो गया—“मैं इससे निपटता हूं। तुम यहीं ठहरो”—उसने अपना सर्विस रिवाल्वर निकाल लिया—“अगर अन्दर कुछ गड़बड़ हुई तो मैं फायर कर दूंगा। तुम फौरन दौड़ आना। ठीक है?”
“लेकिन करना क्या चाहते हो?”
“मैं कहूंगा कि दुबारा गोल्फ बॉल जैकेट के बारे में पूछताछ करने आया हूं।”—लेपस्कि ने कहा, और जेकोबी को वहीं छोड़कर तेजी से लान पार करके विला के दरवाजे पर पहुंच गया। रिवाल्वर वापिस होल्स्टर में डालकर उसने डोरबैल बटन पुश कर दिया।
ज्योंहि, क्रिसपिन आंखों में वहशत भरी खौफनाक चमक सहित केन की ओर बढ़ा, उसके डेस्क पर रखे टेलीफोन की घंटी बजने लगी।
वह तुरन्त ठिठक गया।
दरवाजे से दूर पड़ी एक कुर्सी की ओर संकेत करके बोला—
“जरा देर के लिए इधर बैठो, मि. ब्रेन्डन।”—उसकी आवाज के पैनेपन और चेहरे पर व्याप्त भावों ने, अब तक पूरी तरह भयभीत हो चुके केन को, तुरन्त बैठने पर विवश कर दिया।
केन पर निगाहें जमाए क्रिसपिन डेस्क के पास पहुंचा।
“यस”—रिसीवर उठाकर बोला—“कौन है?”
“सार्जेण्ट बेगलर फ्राम सिटी पुलिस। इज दैट मि. ग्रेग?”
केन पर नजरें जमाए क्रिसपिन का चेहरा गुर्राहटपूर्ण मुद्रा में खिंच गया।
“यस। व्हाट इज इट?”
“मि. ग्रेग तुम्हारी मां का एक्सीडेंट हो गया है। तुम फौरन पैराडाइज सिटी हॉस्पिटल पहुंचो।”
“मेरी मां का एक्सीडेंट!”
“हां, कार उससे बेकाबू होकर एक ट्रक से जा टकराई।”
“क्या उसे ज्यादा चोट आई है?”—क्रिसपिन ने पूछा।
“मुझे अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि वह अस्पताल पहुंचते ही मर गईं।”
क्रिसपिन के होंठों पर अजीब-सी मुस्कराहट उभरी, जिसने केन के समूचे जिस्म में सर्द लहर दौड़ा दी।
“थैंक्यू!”—क्रिसपिन ने कहा—“कृपया मेरे अटार्नी मि. लेवीसन को सूचित कर दो। वह सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर देगा।”—और सम्बन्ध विच्छेद कर दिया। केन की ओर मुखातिब होकर प्रसन्नतापूर्वक मुस्कुराया—“मुझे अभी-अभी एक शानदार खबर मिली है। मेरी मां सड़क दुर्घटना में मर गई। आखिरकार मैं उससे आजाद हो ही गया।”
“मि. ग्रेग”—आतंकित केन खड़ा हो गया—“मैं चलता हूं।”
“लेकिन पहले तुम्हें मेरी कला देखनी होगी।”—क्रिसपिन ने उसे घूरा—“तुम मिस कॉरेन स्टर्नवुड को जानते थे?”
केन ने धीरे से सर हिलाकर सहमति दे दी।
“मैं उसका पोर्ट्रेट बना रहा हूं। अभी सिर्फ स्कैच ही बना है लेकिन मैं तुम्हारी राय जानना चाहता हूं।”
केन के दिमाग में सिर्फ एक ही विचार था कि बाहर निकले और इस पागल से दूर भाग जाए।
“मैं माफी चाहूंगा, मि. ग्रेग”—केन मिमियाता सा बोला— “मुझे फौरन किसी जरूरी काम से जाना है।”
क्रिसपिन के चेहरे पर पैशाचिक मुस्कान पुत गई।
“मैं तुमसे नाराज होना नहीं चाहता, मि. ब्रेन्डन”—वह सुलेमान पैन्डेन्ट को टटोलता हुआ बोला—“और जो लोग मुझे नाराज कर देते हैं, उनसे मैं बहुत बुरी तरह पेश आता हूं।”— उसने कमरे के आखिरी सिरे पर बने द्वार की ओर हाथ से संकेत किया—“अहेड, प्लीज।”
केन अच्छी तरह समझ चुका था कि वह भयानक खतरे में था।
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