RE: Free Sex kahani आशा...(एक ड्रीमलेडी )
‘मेरा हर कहना मानोगी?’ रणधीर ने सवाल किया |
‘जी सर... हर कहना मानूँगी’
रणधीर ने ड्रावर से एक सादा कागज़ निकाला और आशा की ओर बढ़ाते हुए कहा,
‘इसमें अपना पूरा नाम, पता, मोबाइल नंबर लिख कर दो और साथ ही यह भी लिख कर दो कि तुम अपने पूरे होशोहवास में मेरा हर कंडीशन स्वीकार कर रही हो और जॉइनिंग के बाद से मेरा हर कहना मानोगी--- जब कहूँ --- जो कहूँ --- जैसा कहूँ --- ’
आशा बिना सोचे कागज़ लपक कर ले ली और पेन निकाल कर वह सब लिख दी जो रणधीर ने लिखने के लिए कहा |
लिखने के बाद कागज़ वापस दी ---
रणधीर कागज़ पर लिखे एक एक शब्द को बड़े ध्यान से पढ़ा और पढ़ने के बाद मुस्कराया—
आशा की ओर देखा और बोला,
‘ह्म्म्म; ओके, पर इंटरव्यू तो देना पड़ेगा तुम्हें--- तैयार हो |’
‘जी सर--’
‘पक्का--??’ रणधीर ने फ़िर सवाल किया
‘जी सर...’ आशा ने वही जवाब दोहराया पर इस बार जवाब कुछ इस लहजे में दी जैसे की उसे थोड़ा बहुत अंदाज़ा हो गया की क्या और कैसा इंटरव्यू होने वाला है |
रणधीर मुस्कराया --- अपने सीट पर ठीक से बैठा और एक हाथ पैंट के ऊपर से ही धीरे धीरे सख्त हो रहे लंड को सहलाया |
‘प्रॉमिस याद है न? और कागज़ पर खुद के लिखे एक एक शब्द?’
‘जी सर....’ आशा झेंपते हुए आँखें नीची करके बोली |
आशा का यह जवाब सुनते ही रणधीर बाबू के चेहरे पर पहले से ही मौजूद मुस्कान अब और अधिक कुटिल और बड़ी हो गई और साथ ही साथ आँखों में टीनएजेर्स जैसी उतावली एक अलग चमक आ गई |
उत्तेजना में लंड को दोबार ज़ोर से रगड़ दिया |
टेलीकॉम पे एक बटन प्रेस कर रिसेप्शन में ऑर्डर दिया,
‘कैंसिल ऑल माय अपॉइंटमेंट्स --- नो गेस्ट्स--- नो पैरेंट्स---- नो पिओंस--- | नोबडी---- ओके? इज़ दैट क्लियर??’
‘यस सर—क्रिस्टल क्लियर--- |’ दूसरी तरफ़ से किसी लड़की की पतली सी आवाज़ आई |
कॉल काट कर आशा की ओर देखा अब रणधीर ने --- होंठों पर वही कुटिल मुस्कान वापस आ गई ---
ज़िप खोला,
लंड निकाला,
और मसलने लगा---- टेबल के नीचे--- और आशा को इस बात का ज़रा भी अंदाज़ा नहीं---- वैसे भी अंदाज़ा का करेगी क्या--- मन से तो वह रणधीर बाबू के आगे 'सरेंडर' कर ही चुकी है--- अब तो बस तन ................. |
‘तो मिस आशा, इंटरव्यू शुरू करते हैं --- !!’ चहकते हुए बोले, रणधीर बाबू |
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