Free Sex kahani आशा...(एक ड्रीमलेडी )
06-28-2020, 02:01 PM,
#19
RE: Free Sex kahani आशा...(एक ड्रीमलेडी )
इधर आशा की भी हालत ख़राब हो गई थी ---

अपने हथियार के साथ लड़के को यूँ खेलते देख न जाने आशा भी कब अपने गाउन के ऊपर से ही अपनी चूत को सहलाने और खुजलाने लगी थी --- लगभग भूल ही चुकी थी कि वह अभी कहाँ और क्या कर रही है--- भीतर किसी एक कमरे में नीर सो रहा है; यह भी उसके दिमाग से कब का निकल चूका था --- वह तो बस उस लड़के के शारीरिक प्रतिक्रियाओं और उसके लंबे, मोटे लंड को देख कर अपनी सुधबुध खोने में थी --- कामाग्नि उसके अंदर ऐसी भड़की थी कि जिसका कोई पार बता पाना संभव नहीं था उस समय |

धीरे धीरे अपने बाएँ हाथ को अपने कमर से ऊपर उठाते हुए, कमर से लेकर अपनी बायीं चूची के नीचे तक के पूरे हिस्से को लगभग सहलाते हुए वह ऊपर उठी और हौले हौले से अपनी बाई चुची को दबाने लगी ---

आज अपने जिस्म के हरेक अंग का छुअन पता नहीं क्यों उसे एक अजीब सी अहसास दिए जा रही है और बेचारी आशा भी लाख चाह कर अपने दिमाग को इस हद तक काबू में नहीं रख पा रही है कि वह ज़रा सा इस बात पर भी गौर करे की वह क्या चाहती है और क्या कर रही है ?

बाई चूची को दबाते दबाते उसने अब क्लीवेज में एक ऊँगली डाल दी और बड़े प्रेम से अपनी क्लीवेज वाली चमड़ी और उसके रोम रोम को एक गुदगुदी सा अहसास देते हुए एक ऊँगली को दिल के पास गोल गोल घूमा कर दिल को आराम देने की एक मीठी कोशिश करने लगी |

अभी ये चल ही रहा था की अचानक कुछ गिरने की आवाज़ आई ---

आशा हडबडा कर अपने कपड़ों को ठीक कर दीवार से झाँक कर नीचे देखी ---

लड़का फ़ोटो फ्रेम को उठा कर टेबल पर रखने की कोशिश करता हुआ दिखा --- शायद उत्तेजना में धक्का मार कर गिरा दिया होगा --- फ़ोटो को टेबल पर संभाल कर रखते हुए काफ़ी घबराया हुआ लग रहा था वह --- डरा हुआ सूरत ले वह इधर उधर देख रहा है -- शायद आशा के वहाँ आ जाने के आशंका को लेकर चिंतित हो उठा है ---

तभी आशा को एक शरारत सूझी ---

अपने कपड़ों और खुद को व्यवस्थित करते हुए वह चेहरे पर दिखावटी गुस्सा लेकिन होंठों के कोनों पर एक शरारती मुस्कान लिए उस लड़के के सामने जा खड़ी हुई -- लड़के की तो जैसे घिग्घी बंध गई --- वह किसी तरह पैंट को आरी तिरछी कर अपने खड़े लंड को छुपाने की कोशिश किया |

आशा ने अनजान बनते हुए इधर उधर देखते हुए पूछा ,

“क्या हुआ --- एक आवाज़ आई थी न??”

लड़का हडबडाया सा जवाब दिया,

“नहीं मैडम, मैंने तो नहीं सुना --- शायद बाहर कहीं से आवाज़ आई होगी -- |”

“हम्म” कह कर आशा पलटने को हुई ही की रुक गई --- उस टेबल की ओर देखी --- फिर लड़के की ओर --- लड़के का दिल तनिक ज़ोर से धड़का --- आशा ने भौंहे सिकुड़कर टेबल की ओर गौर से देखा ----

फ़िर धीरे कदमों से चलते हुए टेबल के पास पहुँची ---

ठिठक कर नज़रें झुका कर अच्छे से देखी ---

फ़िर सिर को ऐसे हिलाते हुए, जैसे की मानो कोई अनचाही सी गलती हो गई --- वह उस लड़के की ओर पीठ कर के खड़ी हो गई और फ़िर बड़े सलीके --- बड़े खूबसूरत तरीके से अपने पिछवाड़े को बाहर की ओर निकालते हुए सामने की ओर झुक गई ---
और झुकी भी कुछ ऐसे जिससे की उसकी गांड बाहर की ओर एकदम गोल हो ऊपर की ओर उठ गई थी |

और उसी पोजीशन में --- झुके झुके ही आशा टेबल के गोल बॉर्डर लाइन को और फ़ोटो फ्रेम के किनारों को साफ़ करने लगी ---
लड़के की हालत तो बस अब जैसे काटो तो खून नहीं ---

वह ये तो जान ही गया था कि उसकी गोरी मैम ने उसके सख्त तने लंड के कारण उसके पैंट पर अंदर से बनने वाले उभार को देख चुकी है और शायद कुछ कहने भी वाली रही होगी पर ; इस तरह से उसके सामने आकर उसकी ओर पीठ कर के सामने की ओर यूँ झुक जाना जिससे की उसकी गोल बड़ी गांड उभर कर उसके लंड से कुछ दूरी पर प्रकट हो जाए -- ये तो अपने किसी बदतर पोर्न वाले सपने में भी नहीं सोचा होगा |

टेबल और फ़ोटो फ्रेम को पोछने के क्रम में आशा के हाथ की हरेक हरकत के साथ उसकी गांड के दोनों तबले भी ताल से ताल मिलाकर थिरकन करने लगे ---

लडके का लंड अंदर ही अंदर और ऐठन लेने लगा ---

कुछ क्षणों के लिए मानो वह बिल्कुल ही यह समझ नही पाया कि अब करे तो क्या करे --- क्योंकि उसका लंड जिस तरह से ऐँठ कर पैंट के अंदर तना हुआ था और अभी भी और तनने को व्याकुल दिख रहा है ; --- उससे तो ये बिल्कुल स्पष्ट है कि न तो उसका लंड चैन से साँस लेने वाला है और न ही उसे साँस लेने देगा ---

आशा अभी भी टेबल और फ्रेम को धीरे धीरे, आराम से पोंछ रही थी कि अचानक से उसकी नज़र सामने शोकेस पे लगे शीशे पर गई और कुछ देखते ही वह बुरी तरह से चौंक उठी ---

शकल से मासूम सा दिखने वाला यह लड़का असल में इतना दिलेर और बदमाश होगा, इस बात की कल्पना भी नहीं की थी आशा ने ---

दरअसल,

पैंट के अंदर तनतनाए हुए लंड के ज़ोर के ऐँठन से बेचारा लड़का इतना परेशान और बेबस सा हो गया था कि बिना लंड को बाहर निकाले और कोई उपाए न था ---

अतएव,

बिना लाज, भय और चिंता के,---

उसने चैन खोला,

हाथ अंदर डाला

और

सख्त हुए फनफनाते लंड अच्छे से पकड़ कर सावधानी से बाहर निकाला ---

और लगा खुद को सुकून पहुंचाने हेतु एक ज़ोरदार हस्तमैथुन करने !!

आशा कुछ देर तक अपलक उसके इस दिलेरी वाले कारनामे को देखती रही --- जितना आश्चर्य उसे उस लड़के की यूँ उसके पीछे खड़े हो कर लंड बाहर निकाल कर खुलेआम मुठ मारने की दिलेरी पर हो रहा था ---- उससे भी कहीं अधिक वह मुग्ध हुए जा रही थी उस लड़के के मोटे लंड की लम्बाई और चौड़ाई देख कर --- |

जिस तरह से उसके प्रत्येक मुठ पर उसके सुपारे पर की चमड़ी पीछे जाती और इससे उसका टमाटर सा लाल सुपारा सामने प्रकट होता ; उससे हर बार आशा का दिल ज़ोर से एक बार धड़क कर जी ललचा जाता -- |

वह एकबार --

बस एक बार उस लंड को अपने मुट्ठी की गिरफ्त में लेना चाहती थी ---

बस एकबार उसके सुपारे के चीरे हुए स्थान पर अपना नाक बिल्कुल समीप ले जाकर उसके नमकीन से गंध को सूंघना चाहती थी ---

बस एक बार उसके लंड को अच्छे से अपनी मुट्ठी में कस कर पकड़ कर मुठ मार देना चाहती थी ---

बस एक बार लंड के चीरे वाले स्थान के बिल्कुल अग्र भाग पर; अपने जीभ के नुकीले अग्र सिरे से छू कर उस लाल टमाटर से सुपाड़े के छुअन का आनंदमूर्त अहसास लेना चाहती थी ---

और,

अगर हो सके,

मतलब की अगर वाकई में,

हो सके तो,

बस एक बार वह उस ग्रहणयोग्य सुपाड़े को अपने मुँह में भर कर लोलीपोप जैसा चूस कर अपने अतृप्त, लंड-क्षुधा पीड़ित मुँह को कुछ दिनों के लिए शाँत कर लेना चाहती थी --- |

तभी,

हाथ में पकड़ा हुआ फ्रेम, टेबल के बॉर्डर से टकराते हुए नीचे गिरा --- !

टकराने से हुई आवाज़ के कारण आशा की तन्द्रा भंग हुई --- जिस वासना स्वप्न में वह स्वछन्द रूप से सैर कर रही थी --- वहीँ से मानो धडाम से गिरी --- |

होश आया उसे,

और लड़के को भी ---

जल्दी से लंड को अंदर डाल कर चेन लगा लिया और सीधा खड़ा हो गया |

आशा खुद को सम्भालती हुई खड़ी हुई और लड़के की ओर पलटी ---

नज़र सीधे लड़के के पैंट पर गई ----

उभार अब भी बना हुआ है ---

पर साथ ही,

पैंट के सामने, चेन वाला हिस्सा थोड़ा भीगा भीगा सा लगा आशा को --- ज़रा और गौर से देखी, --- ह्म्म्म ---- वाकई में भीगा हुआ है ---- शायद झड़ने वाला होगा --- या फिर शायद झड़ने से पहले लंड का अगला हिस्सा जिस तरह तरलता से भीग जाता है --- वही हुआ होगा ---

‘ओह्ह:! मुझ महिला को ले कर इतनी दीवानगी, इस लड़के में--- हाहाहा |’

मन ही मन खिलखिलाकर हँस दी आशा ---

‘तुम्हारा नाम क्या है?’

‘भोला ....’

‘ह्म्म्म --- तो भोला --- बगीचे का काम करना जानते हो??’

‘जी मैडम’

‘ओके--- तो एक काम करो --- अभी पीछे गार्डन -- आई मीन --- बगीचे में चले जाओ --- और पौधों को सलीके से काट कर थोड़ा सजाओ और सभी में पानी भी दे देना --- ठीक है?’

‘जी मैडम ---’

आशा, उस लड़के को ले पीछे के गेट से बगीचे में ले गई और काम को थोड़ा और अच्छे से समझा दी --- लड़का हर बात को जल्दी और बखूबी समझ गया और तुरंत काम में लग गया --- लड़का काम का है, देख कर आशा को भी ख़ुशी हुई और अंदर चली गई ---- |

पर अंदर जा कर भी उसे चैन नहीं मिला --- भोला का लंड--- उसकी तस्वीर आशा के दिल-ओ-दिमाग में छा सा गया था --- वह जितना अधिक हो सके उसके लंड का दीदार करना चाहती थी --- और इसलिए एक खिड़की की ओट लेकर खड़ी हो गई और भोला को देखने लगी ---

अनायास ही आशा की उंगलियाँ एक बार फिर गाउन के ऊपर से उसकी चूत को खुजलाने लगी ---- पहले ऐसी कभी नहीं थी आशा ---- रणधीर बाबू के साथ न जाने कितने दिन और रातें बिताईं --- पर कभी भी इस तरह वेश्यानुमा ख्याल नहीं आए --- पर आज क्यों ---?

‘उफ्फ्फ़’

एकाएक कुछ बोध हुआ आशा को ---

चूत पनिया गई है --- शायद ज़्यादा देर खुद को रोक ना सके आशा --- लज्जा और घबराहट के संयुक्त भाव खेलने लगे आशा के मन मस्तिष्क में --- वह दौड़ कर गई और बाथरूम में घुस गई ---- शावर खोला और झरने के गिरते पानी के नीचे खड़ी हो गई --- गाउन पहने ही --- कोई सोच विचार नहीं ---- पहले तन में लगी आग बुझे --- फ़िर और कोई बात ----
ठीक पता नहीं --- पर काफ़ी देर तक यूँ ही खड़ी रही शावर के नीचे ---

किन्ही ख्यालों में खोई हुई ---

और ना जाने कितनी देर किन किन ख्यालों में खोई ; खड़ी रहती ---

अगर एक झटके से अपने ख्यालों से बाहर न निकलती तो ---

और झटका लगने का कारण था ---

नहीं,---

कारण था नहीं --- कारण थे --

वह दो हाथ जो आशा के बगलों के नीचे से आ कर; पीछे से आशा के; पानी में सराबोर गाउन से चिपक कर सामने की ओर और बड़े हो कर उभर आए दोनों चूचियों को थाम लिया था ---- |

क्रमशः

***************
Reply


Messages In This Thread
RE: Free Sex kahani आशा...(एक ड्रीमलेडी ) - by desiaks - 06-28-2020, 02:01 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,456,016 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 539,307 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,213,871 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 917,789 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,626,778 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,059,476 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,914,579 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,936,572 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,985,321 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 280,586 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 3 Guest(s)