RE: Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास
घर के दरवाजे की बैल बजी,
मॉम ने फटाफट अपने एक बूब्स को मेरे मुंह से निकाला और अपनी ब्रा को नीचे कर दिया जिससे तरबूज बड़े बूब्स, सेक्सी ब्रा में कैद हो गए और ऊपर से ब्लाउस को नीचे कर दिया
जिससे ब्रा भी टाईट ब्लाउस में केद हो गई
और साड़ी के पल्लू को ऊपर कर दिया,
और मुझे बोली " बेटा दरवाजा खोल,शायद स्नेहा अा गई है"
में बड़ी मुश्किल से अपने हाफ पैंट में खड़े और सीधे लिंग को नीचे बैठाया, जिससे स्नेहा की नजर मेरी लिंग पर ना जाएं
मे सोफे से उठ गया और घर का दरवाजा खोला तो सामने स्नेहा खड़ी थी
मुझे देखकर हल्की से हेल्लो वाली स्माइल देकर घर के अंदर अा गई और मॉम को भी
हेल्लो वाली स्माइल देखकर अंदर चली गई
स्नेहा ने सलवार सूट पहना था वो भी टाईट फिटिंग था उसके छाती पर मेरी नजर नहीं पहुंच पाई थी लेकिन उसके पिछवाड़े में गान्ड पर नजर पहुंच गई थी, गान्ड ठीक ठाक ही लग रही थी मोटी और चोड़ी ही नजर आ रही थी पर गोल ही नजर आ रही थी
फिर मॉम वापस मोबाइल में बिजी हो गई थी
स्नेहा ने सबसे पहले मेरे बेडरूम की सफाई कर दी थी
और अब वोह मॉम के बेडरूम की सफाई कर रही थी
मैने सोचा अभी अपने रूम में जाकर लैपटॉप पर कुछ काम कर लेता हूं
में बोला "मॉम में अपने रूम में जाता हूं कंप्यूटर पर कुछ काम कर लेता हू और फिर कुछ देर के लिए सो जाऊंगा
मॉम "ओके बेटा ठीक है"
फिर में अपना रूम में आकर दरवाज़ा अंदर से बंद करके लैपटॉप स्टार्ट कर दिया
और हेड फोन कान में लगाकर नेट पर कोई नई पोर्न वीडियो देखना लग गया
में सौतेली मां और बेटे की सैक्स वीडियो देखने लग गया, नया कुछ अनुभव लेने के लिए,
करीब 5 मिनट बाद मुझे प्यास लगी,और में पानी की बोतल, किचन में फ्रिज से लेने के लिए दरवाजा खोल कर बाहर निकला
में किचन कि तरफ गया
मॉम ड्रॉइंग रूम में नहीं दिखाई दे रही थी
और ना ही स्नेहा दिखाई दे रही थी
शायद मॉम अपने बेडरूम में होगी और स्नेहा मॉम के रूम की सफाई कर रही होगी,
मैने फ्रिज से पानी की बोतल निकालकर पानी पिया और बोतल लेकर मॉम के बेडरूम की तरफ गया
तो मैने देखा मॉम का बेडरूम का दरवाजा बंद था में दरवाजे के पास गया
पहले मैने सोचा दरवाजा नॉक करू
फिर सोचा मॉम शायद सो रही होगी
और मेरे दरवाजा खटखटाने से नींद खुल जाए
लेकिन मन नहीं मान रहा था क्योंंकि स्नेहा भी नजर नहीं आ रही थी
फिर मैने चुपके से मॉम के बेडरूम में देखने का सोचा,
मॉम बेडरूम में बाहर की तरफ एक बड़ी बालकनी थी और वो बालकनी हमारे घर के मंदिर वाले रूम से जुड़ी हुई थी
मतलब मंदिर वाले रूम की बालकनी से मॉम के रूम की बालकनी में एक छोटी दीवार पार करके जाया जा सकता है
पता नहीं मेरे मन कुछ अलग ही ख्याल अा रहे थे और मेरी, मॉम के रूम में क्या हो रहा है यह देखने की इच्छा बहुत तेज हो गई थी
मैने पानी की बोतल अपने रूम में रखी और लैपटॉप बंद किया और हेडफोन को उधर ही रखा और रूम के दरवाजे को बंद किया ,जिससे अगर मॉम अपने रूम से बाहर अा जाती है तो उन्हें यह लगे की में अपने रूम में सो रहा हूं,
फिर मैने मंदिर वाले रूम की बालकनी की दीवार को बिना कोई आवाज़ किए चुपके से
पार करके, मॉम के रूम की बालकनी में अा गया ,
फिर बालकनी में एक खिड़की भी थी और वो काच से कवर रहती थी लेकिन उससे अंदर क्या हो रहा है देखा जा सकता था
ऐसे हमारा फ्लैट एक हाई फ्लोर वाली बिल्डिंग में था और हम भी हाई फ्लोर पर रहते है और आज पास में कोई ऐसी हाई फ्लोर वाली बिल्डिंग नहीं थी जिससे दूसरी बिल्डिंग वाले हमारे घर पर झांक सकते थे हमारे घर से खाली ऊपर नीला आकाश ही दिखता था
इसलिए मॉम इस खिड़की के पर्दे ज्यादातर खुले ही रखती थी और मॉम बिना एयर कंडीशनर के रहती नहीं थी इसलिए उनका रूम का एसी हर वक़्त चालू ही रहता था
इसलिए खिड़की हर वक़्त कांच से ढकी रहती थी
और मेरी बदकिस्मती से उस समय खिड़की पर पर्दे लगे हुए थे लेकिन एक कोने में पर्दा थोड़ा खुला हुआ था और उस कोने से में अंदर देख सकता था और अंदर से कोई मुझे नहीं देख सकता था क्योंकि मॉम का बेडरूम बहुत बड़ा था और खिड़की रूम के बेड से बहुत दूर थी
में उस खिड़की की कोने से खिड़की में लगे कांच से देखते हुए चुपके से कमरे में झांकने लगा
मुझे मॉम के रूम का ज्यादातर हिस्सा दिखाई दे रहा था बेड भी दिखाई दे रहा था और कुछ कमरे का खाली पोर्शन भी थोड़ा थोड़ा दिखाई दे रहा था
अंदर का सीन देखकर मेरा दिमाग चकरा गया
स्नेहा टॉपलेस दिखाई दे रही थी उसके शरीर के उपर के हिस्से में कुछ भी पहना हुआ नहीं था
उपर से पूरी नंगी नजर अा रही थी
उसका कुर्ता और दुप्पटा बेड पर पड़े थे
साथ में एक सफेद कलर की ब्रा भी बेड पर पड़ी थी
नीचे सलवार पहनी हुई थी उसकी छाती पूरी नंगी थी उसके बड़े गोल बूब्स मुझे दूर से दिखाई दे रहे थे नारंगी और सेब जैसी साइज के लग रहे थे दूर से देखकर सही साइज का पता करना मुश्किल था लेकिन दूर से मस्त ही दिख रहे थे नीचे की और थोड़े लटक रहे थे
मॉम के बूब्स की तरह सीधे, नुकीले और कड़क नजर नहीं आ रहे थे पेट थोड़ा उसका मोटा था बूब्स की निपल भी साइज में ठीक ठाक ही थी
अब मॉम के अंगो से तुलना हो नहीं सकती थी
मॉम तो अप्सरा थी
स्नेहा एक खाली दीवार के सहारे अपनी पीठ और गान्ड चिपका कर खड़ी थी
'ओह माई गोड..!
मॉम खड़े खड़े उस बेचारी के बूब्स को चूस रही थी मॉम अपने पूरे कपड़ो में थी
मतलब साड़ी ब्लाउस पेटकोट में थी
मॉम ने अपना एक भी कपड़ा नहीं उतारा था
मॉम अपने दोनो हाथो से बारी बारी से स्नेहा के बूब्स को ज़ोरदार दबा रही थी और अपने कोमल नर्म और गुलाबी होंठो से उसके बूब्स की निपल को चूस रही थी
बूब्स का और निपल का रंग, मुझे दूर से साफ दिखाई नहीं दे रहा था बीच में कांच होने की वजह से धुंधला ही दिखाई दे रहा था
आवाज़ भी कुछ सुनाई नहीं दे रही थी
लेकिन स्नेहा के मुंह के एक्सप्रेशन से मालूम चल रहा था उसे हल्का दर्द हो रहा होगा और वो वासना वाली हल्की आवाजे निकाल रही होगी
स्नेहा के दोनो हाथ मॉम के कंधो पर थे
और मॉम के दोनो हाथ स्नेहा के छोटे तरबूज बूब्स पर थे
मॉम स्नेहा के आगे खड़ी थी इसलिए
मॉम की पीठ वाला हिस्सा मतलब मॉम की मोटी गान्ड जिसे पेटीकोट और साड़ी ने ढक रखा था वो ही मुझे दिखाई दे रहा था
मॉम का सर नीचे स्नेहा की छाती तक झुका हुआ था और मॉम का पूरा मुंह स्नेहा की छाती पर था और बड़े मस्ती से स्नेहा के स्तनों की चुसाई और दबाई कर रही थी
यह तो मेरे से भी ज्यादा सेक्सी और फास्ट चुसाई और दबाई मॉम कर रही थी
और यह पोजिशन तो मैने पोर्न फिल्मों में ही देखी थी बड़ी सेक्सी,हॉट और मादक पोजिशन थी
यह देखकर मेरा लन्ड तो खड़ा हो गया था और मेरा मन हो रहा था कि रूम में चला जाऊ और
मॉम के पिछवाड़े से साड़ी और पेटीकोट ऊपर करके मॉम की मोटी,चोड़ी और गान्ड के छेद में अपना लन्ड डालकर मॉम की गांड़ मार दू,
लेकिन यह मेरी औकात की बात नहीं थी
और मॉम का यह रूप देखकर मेरा माथा घूम गया ,
मॉम को यह लेस्बियन वाला शौक है
यह तो मॉम ने मुझ बताया ही नहीं था
खाली यह ही बताया था उसे भी दूसरों के स्तनों को चूसने का मन करता है
लेकिन वो भी कामवाली के बूब्स चूसना ,
में सोच में पड़ गया
और अंदर मॉम बेचारी स्नेहा की बूब्स चूस भी रही थी खिंचाई भी कर रही थी और दबाना भी चालू था
में सोचा स्नेहा के नीचे के कपडे तो पूरे पहने हुए है और मॉम का तो एक भी कपड़ा उतारा हुआ नहीं है
शायद मॉम को खाली किसी दूसरी औरत के बूब्स से एन्जॉय करना होगा
और स्नेहा को कुछ पैसे देकर मॉम अपनी बूब्स चूसने कि प्यास बुझाती होगी
इसमें कोई गलत तो नहीं है
फिर कुछ मिनट बाद मॉम ने स्नेहा के होंठो को चूसा और उसके होंठो का रस पीने लग गई
स्नेहा की गर्दन और गालों की चुंबा चाटना शुरू किया
स्नेहा चुपचाप थी वो कोई विरोध भी नहीं कर रही थी, मतलब उसकी पूरी रजामंदी ही होगी,
और कुछ मिनट के बाद मॉम बेड पर बैठ गई
और स्नेहा को भी बेड पर बैठा दिया
और उनकी आपस में कुछ बातें हो रही थी
रूम पूरा एयर पैक और साउंड प्रूफ था
इसलिए मुझे कुछ सुनाई नहीं दे रहा था
और अभी भी मॉम की पीछे वाला हिस्सा ही दिखाई दे रहा था अभी स्नेहा का भी कमर वाला हिस्सा दिखाई दे रहा था
फिर स्नेहा ने बेड पर पड़ी अपनी सफेद कलर की ब्रा पहनी ली, और बेड पर ही पड़े कमीज़ कुर्ते को उठा कर पहन ने लगी,
में समझ गया ,मॉम का यह चुदाई का प्रोग्राम खत्म हो गया है और घर में मेरी मौजूदगी के कारण मॉम कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी जिससे मेरे सामने इनका यह राज खुल ना जाएं,
अब यह लोग दरवाजा खोल कर बाहर आएंगे
मैने फटाफट मॉम के रूम की बालकनी को पारकर मंदिर वाले रूम की बालकनी से होते हुए मेरे बेडरूम में आकर अपने रूम के दरवाजे को बंद करके
अपने बेड पर लेट गया
|