RE: Thriller Sex Kahani - आख़िरी सबूत
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फ़्रंट डेस्क के पास रिपोर्टर इंतजार कर रहे थे, लेकिन स्पष्ट था कि बॉजेन उन्हें वापस भेज देने का आदी था ।
"प्रेस कॉन्फ़्रेंस कल सुबह ठीक ग्यारह बजे। उससे पहले हम एक शब्द भी नहीं बोलेंगे!"
वान वीटरेन ने हल्के खाने और होटल तक लिफ़्ट के बॉजेन के प्रस्ताव को टुकरा दिया।
बॉजेन ने सिर हिलाया।
"अगर इरादा बदले तो ये मेरा फोन नंबर है। मैं शायद सारी शाम घर पर ही रहूंगा।"
उसने वान वीटरेन को एक बिजनेस कार्ड दिया,जो उसने अपनी छाती वाली जेब में रख लिया। पुलिस चीफ अपनी थोड़ी पुरानी सी टोयोटा में बैठा और चल दिया। वान वीटरेन उसे जाते देखता रहा।
अच्छे आदमी हैं, उसने सोचा | पता नहीं ये शतरंज भी खेलते होंगे या नहीं।
उसने अपनी घड़ी देखी। साढ़े पांच। अपने कमरे में दो घंटे काम और फिर डिनर । ये समय बिताने का ठीक तरीका लगता था । इतने सालों में उसने शायद इसी एक हुनर-समय काटने-में महारत हासिल की थी।
और, हां, हिंसक मुजरिमों को ढूंढ़ने का कौशल।
उसने अपना ब्रीफकेस उठाया और बंदरगाह की ओर चल पड़ा। चौदह कैसेट और तीन फोल्डर।
एगर्स केस के लिए उसके पास बस यही सामग्री थी। उसने उन्हें बेड पर टिकाया और एक क्षण को ठिठका। फिर उसने रिसेप्शन पर फोन करके एक बीयर ऑर्डर की। फोल्डर्स को बगल में दबाकर वो बालकनी में बैठने के लिए चल दिया।
छतरी को इस तरह एडजस्ट करने में उसे कई मिनट लग गए कि शाम का सूरज उसे परेशान न करे, लेकिन एक बार जब उसने ये काम पूरा कर लिया और लड़की उसकी बीयर ले आई, तो वो तब तक वहां बैठा रहा जब तक कि उसने एक-एक शब्द पढ़ नहीं लिया।
जिस नतीजे पर वो पहुंचा वो एकदम सीधा और साफ था, या शायद इंस्पेक्टर मोएर्क ने इसे बिल्कुल सही शब्दों में व्यक्त किया थाः "हम कतई कुछ नहीं जानते।"
उसका इरादा सारी बातचीतों की रिकॉर्डिंग सुनने का नहीं था। सामान्य परिस्थितियों में, अगर वो अपने इलाके में होता तो, वो उन्हें टाइप कराता; लेकिन अभी की स्थिति में बेहतर यही था कि वो हालात का डटकर सामना करे और ईयरफोन लगा ले। बहरहाल, उसने इस काम को भी बाद के या शायद कल तक के लिए टालने का फैसला किया। इसके बजाय, उसने अभी दूसरी हत्या पर ध्यान देने का फैसला किया, जैसा कि उसके बारे में अखबारों में छापा गया था। वो चार अखबार ले आया था - दो राष्ट्रीय और दो स्थानीय घटिया अखबार, आज के और कल के।
राष्ट्रीय अखबारों की सुर्खियां खूब मोटी-मोटी थीं, लेकिन खबर में कुछ खास नहीं था। लगता था कि उन्होंने अभी तक कालब्रिंजेन में कोई रिपोर्टर नहीं भेजे थे। बेशक वो प्रेस कॉन्फ्रेंस में जरूर आते । केस के इंचार्ज, चीफ इंस्पेक्टर बॉजेन ने एक बयान जारी किया था लेकिन उसमें सिर्फ इतना ही कहा गया था कि पुलिस कई कोणों से जांच कर रही है।
ओह, वाकई? वान वीटरेन ने सोचा।
स्थानीय अखबार का नाम डी जरनल था और उसका कवरेज ज़्यादा विस्तृत थाः बॉजेन की तस्वीर, उस जगह की तस्वीर जहां लाश पाई गई थी और मृतक-हालांकि यह तस्वीर तबकी थी जब वो जिंदा था। और एगर्स का एक फोटो। मुखपृष्ठ की सुर्खी थी 'फरसामार का फिर से हमला। शहर दहशत में,' और अंदर के पन्ने पर दो सवाल हाइलाइट किए गए थेः "अगला शिकार कौन होगा?" और "क्या हमारी पुलिस सक्षम है?"
उसने लेखों पर नजर मारी और अर्न्स्ट सिमेल के मृत्युलेख को पढ़ा, जो बजाहिर एक स्थानीय हस्ती और इज़्जतदार नागरिक था – रोटरी क्लब का सदस्य, लोकल फुटबॉल क्लब का डाइरेक्टर और एक बैंक का बोर्ड सदस्य। पहले भी वो कई पद संभाल चुका था, यानी स्पेन जाने से पहले... और वो जैसे ही वापस लौटा, उसकी बेरहम ढंग से हत्या कर दी गई।
डी मॉर्दुइस... वान वीटरेन ने सोचा और अखबार को फर्श पर फेंक दिया। मैं यहां कर क्या रहा हूं?
उसने अपनी शर्ट उतारी और बाथरूम की ओर बढ़ गया। क्या नाम था उस रेस्तरां का?
ब्लू शिप?
ये अंदाजा कि राष्ट्रीय प्रेस के प्रतिनिधि आएंगे, सही साबित हुआ। जब वो होटल के प्रवेश कक्ष से निकल रहा था, तो दो अधेड़ उम्र के आदमी तेजी से बार से निकले। उनकी सुर्ख रंगत उनके पेशे की कलई खोल रही थी और वान वीटरेन एक आह भरकर रुक गया ।
"चीफ इंस्पेक्टर वान वीटरेन! टेलीग्राफ से क्रुइकशैंक!"
"ऑलगमइना से मुलर!" दूसरे ने ऐलान किया। "मेरा ख़्याल है हम मिल चुके हैं--"
"मेरा नाम रोलिंग है," वान वीटरेन ने कहा। मैं एक घुमक्कड़ सेल्समैन हूं और मेरी विशेषता ग्रांडफादर क्लॉक है। आपको कोई गलतफहमी हुई है।"
"हा हा," मुलर ने कहा।
"हम कब बात कर सकते हैं?" क्रुइकशैंक ने पूछा।
"कल सुबह ग्यारह बजे पुलिस थाने में प्रेस कॉन्फ्रेंस में," वान वीटरेन ने सामने का दरवाजा खोलते हुए कहा।
"जांच के इंचार्ज बॉजेन हैं या आप?" मुलर ने पूछा।
"कैसी जांच?" वान वीटरेन ने कहा ।
ब्लू शिप के इंटीरियर डेकोरेशन में इस्तेमाल किया गया प्रमुख रंग लाल था। अभी बार आधी से ज़्यादा नहीं भरी थी और डाइनिंग रूम में बहुत सी मेजें खाली थीं। वान वीटरेन एकदम पीछे बैठा था, जहां उसके आसपास कोई नहीं था; लेकिन फिर भी, अभी जबकि उसने मेन कोर्स भी शुरू नहीं किया था कि चमकदार आंखों और नर्वस सी मुस्कुराहट वाला एक दुबला सा आदमी उसके सामने आ खड़ा हुआ।
"माफ करें। डी जरनल से शाल्क। आप वही चीफ इंस्पेक्टर हैं ना?"
वान वीटरेन ने कोई जवाब नहीं दिया।
"उससे बात करने वाला आखरी आदमी मैं था। मुझसे बॉजेन और क्रोप्के बात कर चुके हैं; पर अगर आप बात करना चाहें, तो मुझे बात करके खुशी होगी।"
उसने अर्थपूर्ण ढंग से चीफ इंस्पेक्टर के सामने वाली खाली कुर्सी पर एक नजर डाली।
"क्या मेरे खाना खा चुकने के बाद हम बार में मिल सकते हैं?" वान वीटरेन ने प्रस्ताव दिया।
शाल्क ने इकरार में सिर हिलाया और चला गया। वान वीटरेन ने अनमने से ढंग से मेन्यु में कुछ गूढ़ ढंग से "शैफ़्स प्राइड विद फंगी एंड मोत्जरेला" बताई गई चीज पर काम करना शुरू कर दिया। खाना खाने और बिल चुकाने के बाद तक भी उसे पता नहीं था कि उसने खाया क्या था।
"वो इसी कुर्सी पर बैठा था जिस पर अभी आप बैठे हैं," शाल्क ने कहा। "एकदम जिंदा। एक चीज तो पक्की है। उसे जरा भी अंदाजा नहीं था कि वो अपना सिर कटवाने वाला है। उसका बतार्व हमेशा जैसा ही था।"
"और उसका बर्ताव हमेशा कैसा होता था?" वान वीटरेन ने अपनी बीयर के झाग चूसते हुए पूछा।
"उसका बर्ताव हमेशा कैसा होता था? सच कहूं तो थोड़ा अलग-थलग और नकचढ़ा सा । उससे बात करना आसान नहीं था। वो हमेशा से ऐसा ही था। जैसे उसका दिमाग कुछ... कहीं और ही हो।"
इससे मुझे कोई आश्चर्य नहीं हुआ, वान वीटरेन ने सोचा।
"ऐसा लगा था जैसे वो वहां बैठी एक लड़की के साथ थोड़ा सा फ़्लर्ट कर रहा हो।"
उसने इशारे से बताया।
"फ़्लर्ट?"
"हो सकता है ये कुछ ज़्यादा हो। लेकिन वो उसे घूर जरूर रहा था।"
वान वोटरेन ने सिर हिलाया।
"क्या आपका मतलब है कि अर्न्स्ट सिमेल... औरतबाज था?"
शाल्क हिचकिचाया, लेकिन बस एक क्षण को।
"नहीं, शायद ऐसी बात तो नहीं थी। मैं उसे इतनी अच्छी तरह नहीं जानता था, और वो कई साल बाहर भी रहा था... कभी-कभी नियंत्रण खो बैठता था, लेकिन गंभीर कुछ नहीं।"
"फिर तो मेरे ख़्याल से उसकी शादी भी बहुत गंभीर नहीं रही होगी," वान वीटरेन ने कहा ।
"हां... मेरे ख़्याल से, आप ऐसा कह सकते हैं।"
"और वो यहां से लगभग ग्यारह बजे निकला था?"
"ग्यारह के कुछ मिनट बाद।"
"वो किस तरफ गया था?"
"उस तरफ ।" शाल्क ने फिर से इशारा किया। “चौराहे और बंदरगाह की तरफ ।"
"मगर वो तो दूसरी दिशा में रहता था ना?"
"दरअसल रास्ता दोनों ओर से है। बस बंदरगाह की ओर से थोड़ा लंबा है।"
"आपने किसी को उसका पीछा करते नहीं देखा?"
"नहीं।"
"आपके ख़्याल से उसने लंबा रास्ता क्यों लिया होगा?"
"मैं नहीं जानता। शायद औरतों के चक्कर में।"
"वेशयाओं के?"
"जी... यहां एक-दो हैं। वो आमतौर पर उधर ही घूमती हैं।"
"आपने सिमेल के जाने के बाद किसी को बार से जाते देखा?"
"नहीं... मैंने इस बारे में काफी सोचा है, लेकिन मुझे नहीं लगता कोई गया था।"
वान वीटरेन ने आह भरी ।
"आप मेरी जगह होते तो क्या सवाल पूछते?"
शाल्क सोचने लगा।
"खुदा ही जाने! सच कहूं, तो मुझे कतई अंदाजा नहीं है।"
"जो हुआ उसके बारे में आपकी कोई थ्योरी नहीं है?"
शाल्क फिर से सोच में पड़ गया। स्पष्ट था कि उसे कोई ठोस थ्योरी बता पाना अच्छा लगता, लेकिन कुछ देर बाद उसने हार मान ली।
"नहीं, ईमानदारी से कहूं, तो कोई नहीं है," वो बोला। मुझे लगता है ये किसी पागल का काम है... शायद किसी फनी फार्म से भागे किसी शख़्स का।"
फनी फार्म? ? वान वीटरेन ने सोचा। मानना पड़ेगा, ये एक पत्रकार के बोलने के लिए अच्छा शब्द है।
"बॉजेन इस पर काम कर रहा है," वो बोला। "भागने वाला एकमात्र व्यक्ति नब्बे साल से ऊपर की एक भ्रांत सी बूढ़ी औरत है। उसे अल्जाइमर है और वो व्हीलचेयर में चलती है..."
"फिर तो ये काम उसका नहीं लगता," शाल्क ने कहा।
वान वीटरेन ने अपनी बीयर निबटाई और फैसला किया कि अब घर जाना चाहिए। वो अपने बार स्टूल से उतरा और उसने शाल्क की मदद के लिए उसका शुक्रिया अदा किया।
"क्या ये जगह हमेशा इतनी ही खाली रहती है?" उसने पूछा।
"अरे, नहीं!" शाल्क ने कहा। "ये आमतौर पर एकदम भरी रहती है। मेरा मतलब, आज शुक्रवार भी है... लोग बुरी तरह डरे हुए हैं। घर से निकलने की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं!"
बुरी तरह डरे हुए हैं? बाहर फुटपाथ पर खड़े वान वीटरेन ने सोचा। हां, वाकई वो बुरी तरह डरे हुए हैं।
शहर दहशत में?
उसे टहलते हुए ब्लू शिप से बंदरगाह और सी वार्फ तक पहुंचने में मुश्किल से दस मिनट लगे। कई कारें दिखाई दीं, लेकिन पैदल चलते लोग दर्जन भर से ज़्यादा नहीं दिखाई दिए और वो भी समूहों में। पैलेडियम सिनेमा ने अभी अपना देर शाम का शो शुरू किया था, लेकिन उसे लग रहा था कि सिनेमा भी अंदर खाली ही होगा। भले ही कालब्रिंजेन की रात की जिंदगी कोई बहुत जबरदस्त नहीं थी, लेकिन अभी ये रुझान साफ दिखाई दे रहा था।
हत्यारे... जल्लाद... फरसामार ने किसी को भी अप्रभावित नहीं छोड़ा था।
हैरत की बात भी नहीं थी। अपने होटल के बाहर खड़े होकर वो सोचने लगा कि क्या उसे नगरपालिका के जंगल में जाकर एक नजर डालनी चाहिए लेकिन फिर उसने रुकने का फैसला किया। ये दिन की रोशनी में करना ही बेहतर रहेगा।
कल बहुत सी चीजों पर काम करना था, लेकिन बिस्तर पर लेटते और कैसेट प्लेयर को ऑन करते समय, उसके कानों में इंस्पेक्टर मोएर्क के शब्द गूंज रहे थे।
कुछ नहीं। हम कतई कुछ नहीं जानते।
वैसे बड़ी सुंदर औरत है, उसने सोचा। अफसोस मेरी उम्र पच्चीस साल कम नहीं है।
लगभग डेढ़ इंटरव्यू सुनने तक, वो नींद की वादियों में उतर चुका था।
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