RE: Thriller Sex Kahani - आख़िरी सबूत
"तुम्हें ऐतराज न हो तो एक इकरार करूं?" उसने थोड़ा ठहरने के बाद कहा।
"जरूर," मुंस्टर ने कहा।
"मैं सोचती हूं... सोचती हूं कि ये बहुत रोमांचक है, इस सबके बीच में होना। मेरा मतलब--"
"जानता हूं," मुंस्टर ने कहा।
“--मैं जानती हूं कि मेरा पहला विचार ये होना चाहिए कि ये बहुत बुरा और भयानक है, और मुझे बाहर इस पागल फरसामार की खोज करनी चाहिए क्योंकि वो खतरनाक मुजरिम है, और क्योंकि ईमानदार लोगों को रात में आराम से सोना चाहिए। और मैं ऐसा सोचती हूं, बेशक, लेकिन... लेकिन मुझे मानना होगा कि मै इसमें काफी आनंद भी ले रही हूं। ये बहुत विकृत है, तुम्हें नहीं लगता?"
मुंस्टर मुस्कुराया।
"मुझे तो ऐसा नहीं लगता," उसने कहा।
"तुम भी ऐसा ही सोचते हो!" बियाटे मोएर्क चहक उठी, और अचानक क्षणांश को मुंस्टर के सिर के अंदर कुछ हुआ--ये कहते बालसुलभ भाव-सच्चा, पवित्र; वो वाकई नहीं जानता था क्यों, लेकिन, जो भी हो, इसने उसे एक झटका सा दिया था, और उसे कुछ याद दिला दिया था जो... जो उसकी जिंदगी के एक और अध्याय से जुड़ा था। कुछ ऐसा जिसे वो पहले ही पढ़ चुका था। उसका आनंद लिया था और उसे जिया था। बेशक, उसे इसकी उम्मीद होनी चाहिए थी और, कहना बेकार है, उसे थी। शहर की उस टहल में, ब्लू शिप में बीयर पीने, पूछताछों के बीच उनकी बातचीतों में--चुलबुली और लगभग चंचल सी--कुछ तो था, कुछ ऐसा जो इतना सामान्य और इतना स्पष्ट था कि वो बस उसे शब्दों में बांधने की हिम्मत नहीं कर पाया था।
"हां," उसने कहा। मैंने ऐसा सोचा है... शुरू में, मेरा मतलब। आप अपनी उंगलियां जला लेते हैं।"
ऐसा नहीं था कि वो उसे बहकाने की कोशिश कर रही थी। वास्तव में, इसका उलट था। संभवतः, उसने खुद को आश्वस्त करने की कोशिश की थी, इस जानकारी ने कि वो शादीशुदा था, इस जानकारी ने कि सिन मौजूद थी बियाटे मोएर्क को थोड़ा सा सहज हो जाने, उसे अपने करीब आने देने की छूट दे दी थी-क्योंकि वो जानती थी कि वो सुरक्षित है।
सुरक्षित? लेकिन वो खुद?
"क्या सोच रहे हो?"
उसे अहसास हुआ कि वो फिर से उसे देख रही है, और कि उसका दिमाग जरूर कुछ पलों के लिए भटक गया होगा।
"मैं... मुझे वाकई पता नहीं," उसने कहा। "फरसामार, शायद।"
"तुम्हारी पत्नी तुम्हारे काम के बारे में क्या सोचती हैं?"
"क्यों पूछ रही हो?"
"पहले बताओ ।"
"सिन मेरे काम के बारे में क्या सोचती है?"
"हां। कि तुम्हें घर से दूर रहना पड़ता है। जैसे, अभी।"
"कुछ खास नहीं।"
"यहां के लिए निकलने से पहले क्या तुम्हारा झगड़ा हुआ था?" वो झिझका ।
"हां, हम झगड़े थे।"
बियाटे मोएर्क ने गहरी सांस ली।
"मैं जानती थी," उसने कहा। "मैं इसलिए पूछ रही हूं कि मैं जानना चाहती हूं कि क्या पुलिस अफसर होना और साथ ही शादीशुदा भी होना वाकई मुमकिन होता है।"
"मुमकिन?"
"तो, सहनीय?”
"ये घिसीपिटी बात है," मुंस्टर ने कहा।
"जानती हूं," बियाटे मोएर्क ने कहा। "मगर, क्या तुम मुझे सही जवाब दे सकते हो, क्योंकि तुम तो अब काफी समय से इस नौकरी में हो?"
मुंस्टर ने इस पर सोचा।
"हां," उसने कहा। "ये मुमकिन होना चाहिए।"
"इतना ही आसान है ये, वाकई?"
"ये इतना ही आसान है।"
"ठीक है," बियाटे मोएर्क ने कहा। "तुमने मेरे सीने से बोझ उतार दिया।"
मुंस्टर खांसा, वो चाह रहा था कि वो कोई समझदारी की बात बोलने के लिए सोच सके। बियाटे मोएर्क उसे ही देख रही थी।
"शायद हमें कुछ और बात करनी चाहिए?” कुछ देर बाद उसने कहा।
"वो शायद सबसे सुरक्षित होगा," मुंस्टर ने कहा।
"क्या हम मेरे निजी विचारों को और बारीकी से देखें? मतलब, फरसामार के बारे में।"
"क्यों नहीं?"
"हां, अगर तुम्हें ऐसा न लग रहा हो कि बहुत देर हो चुकी है।"
"बहुत देर?" मुंस्टर ने कहा।
वो इकलौती चीज जो इसे मुझे लुभाने से रोक रही है वो ये खुद है, उसने सोचा। उम्मीद करूंगा कि ये इतनी ही मजबूत हो... वरना कल सुबह मैं खुद से आंख नहीं मिलाना चाहूंगा।
"क्या तुम और वाइन लोगे?"
"अरे, नहीं," मुंस्टर ने कहा। "ब्लैक कॉफी।"
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