RE: Thriller Sex Kahani - आख़िरी सबूत
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कैसी चल रही है जांच?" हिलर ने पूछा।
वान वीटरेन ने वितृष्णा से टेलीफोन को देखा।
"हां," उसने कहा।
"हॉ?" हिलर ने कहा। "जल्दी ही तुम्हें इस पर एक महीना हो जाएगा। ऐसे लोग भी हैं जो सोचते हैं कि अब तो इस केस को हल हो ही जाना चाहिए।"
"उनका स्वागत है कि यहां आएं और हमारी मदद करें," वान वीटरेन ने कहा।
"कम से कम तुम हमें कोई रिपोर्ट तो भेज ही सकते हो। कुछ लोग जानना चाहते हैं कि तुम वास्तव में कर क्या रहे हो-"
"कुछ लोग शौक से भाड़ में जाएं।"
हिलर अबूझ सा कुछ बड़बड़ाया।
"तुम्हें और लोग चाहिएं?"
"नहीं," वान वीटरेन ने कहा। "लेकिन मुंस्टर बेशक कुछ दिन के लिए घर वापस जाना चाहेगा।"
"क्यों?"
"बीवी-बच्चे। आपने ऐसे प्राणियों के बारे में सुना है?"
हिलर फिर से बड़बड़ाया।
"क्या तुम चाहोगे कि राइनहार्ट उसे भारमुक्त कर दे?"
"शायद," वान वीटरेन ने कहा। "मुझे मुंस्टर से बात करनी होगी, लेकिन हमें सोमवार तक इंतजार करना होगा।"
"सोमवार? सोमवार के बाद क्यों?"
"अखबार पढ़ना, आप समझ जाएंगे।"
"क्या मुसीबत-?"
"या टीवी देखना। सोमवार वो दिन है जब इस केस पर नई रोशनी पड़ेगी, आप ऐसा कह सकते हैं।"
रिसीवर पर कई तरह के अजीब से शोर सुने जा सकते थे, लेकिन वान वीटरेन पक्का नहीं कह सकता था कि वो लाइन में खराबी की वजह से थे या पुलिस चीफ को सांस लेने में हो रही परेशानी की वजह से थे।
"तुम कह रहे हो कि तुम्हारी रिपोर्ट मास मीडिया के जरिए आने वाली है? साला यही बात है?" आखिरकार किसी तरह उसने कहा, तभी वान वीटरेन बीच में बोल पड़ा।
"मुझे अफसोस है," उसने कहा, "मगर मुझे अभी एक खतरनाक बदमाश का पीछा करने जाना है। मैं आपसे बाद में बात करूंगा।"
फिर से खरखराहट भरा शोर उभरा । वान वीटरेन ने रिसीवर रख दिया और प्लग निकाल दिया।
फर्श पर ठंडे पानी से भरी बाल्टी में ब्राउन एल की तीन बोतलों और पहुंच के भीतर रखी जैतूनों की प्लेट के साथ वो बाथटब में उतरा और लाइट बंद कर दी।
उसने अपनी आंखें बंद कर लों और टब के किनारे पर अपने सिर को आरामदेह स्थिति में रखा, फिर हाथ बढ़ाया, खुली हुई बोतल उठाई और दो भरपूर घूट लिए।
जब तक इस केस को हल नहीं कर लेता, तब तक इसमें से नहीं निकलूगा, उसने सोचा, लेकिन जल्दी ही उसे अहसास हुआ कि मांगों को थोड़ा सा एडजस्ट करना विवेकपूर्ण हो सकता है। सोमवार को बाकी लोग भला क्या कहेंगे जब वो पाएंगे कि उन्हें न केवल एक लापता इंस्पेक्टर से, बल्कि एक डूबे हुए डीसीआई से भी जूझना है?
बहुत हुआ बेवकूफी भरी डैडलाइन और इसी तरह की मूर्खताएं करना, उसने तय किया। बुनियादी बातों पर वापस चलो। फरसामार। ध्यान केंद्रित करो।
एक पुराना नियम था जो कभी-कभार सामने आ जाता है, जिसे निस्संदेह उसने बोकमान से विरासत में पाया था, जो उसके संपर्क में आए उन कुछ पुलिस अफसरों में से थे जिनके लिए उसके दिल में सिर्फ और सिर्फ इज्जत और तारीफ थी। अब अगर इस बारे में सोचे तो शायद एकमात्र, जो कि मुख्यतः समय के पहलू से जुड़ा थाः बोकमान फ्रिग्स में चीफ इंस्पेक्टर के पद पर अपने अंतिम साल पूरे कर चुके थे, जहां वान वीटरेन प्रोबेशनर के तौर पर अपना कैरियर शुरू कर ही रहा था। जो भी रहा हो, उसे अभी भी उस बुजुर्ग पर पूरा विश्वास और भरोसा था; बेशक; उसे अब परिस्थितियों का विस्तार से विश्लेषण करने की जरूरत नहीं थी। किसी सख्त से सख्त पुलिसवाले को भी कभी-कभार मजबूत पकड़ की या चिपकने के लिए किसी जीवनरक्षक नौका की जरूरत होती है, वो खुद से कहा करता था। बोर्कमान का नियम बुमश्किल ही कोई नियम था; वास्तव में, पेचीदा मामलों के लिए वो एक टिप्पणी, एक लैंडमार्क ज़्यादा था।
उनका कहना था कि हरेक तफ़तीश में एक पॉइंट आता है जिसके आगे और किसी जानकारी की जरूरत नहीं रहती। जब हम उस पॉइंट पर पहुंचते हैं तो हम इतना जान चुके होते हैं कि केस को हल करने के लिए हमें और किसी साधन की नहीं, बस ठीक से सोच-विचार करने की जरूरत होती है। एक अच्छे जांचकर्ता को ये समझने की कोशिश करनी चाहिए कि कब उस पॉइंट तक पहुंच लिया गया है, या बल्कि, कब ये निकल चुका है; अपने संस्मरण में, बोर्कमान ने तो यहां तक दावा किया था कि निश्चित रूप से ये क्षमता, या इसका अभाव, ही एक अच्छे जासूस को बुरे जासूस से अलग करती है।
बुरा जासूस गैरजरूरतन जांच ही करता रहता है।
वान वीटरेन ने पहली बोतल खाली की और दो जैतून खाए।
अगर उस पॉइंट के आने के बाद भी जानकारी आती ही रहे, तब क्या होगा?
बेहतरीन परिदृश्य में, इससे कोई फर्क नहीं पड़ा।
ज्यादातर मामलों में इसने बहुत ज़्यादा नुकसान नहीं पहुंचाया।
बदतरीन मामलों में, ये बहुत ज़्यादा अलाभकारी रहा। कुछ छलावे बने, संसाधन बिखरे और समस्याएं उपजीं।
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