RE: Thriller Sex Kahani - आख़िरी सबूत
वान वीटरेन ने जैतून खाकर गुठलियां चूसकर निकाल दी। बोर्कमान निश्चय ही सही थे। और ये केस यकीनन बदतरीन मामला था। सीरियल किलर को तलाशने की बनिस्बत ऐसे किसी को पकड़ना कितना आसान था जो बस एक कत्ल करके संतुष्ट था, जिस स्थिति में जानकारी-जानकारियों, खोजों, सुरागें और संदेहों-ने लगभग अनिवार्य रूप से सीधे-सादे और स्पष्ट व्यक्ति को सामग्री के ढेर में छिपा दिया था।
जब बिसात पर कम मोहरे बचते हैं तो एक प्यादे के लाभ को भुनाना कितना आसान होता है।
सवाल सीधा-सरल थाः क्या वो पॉइंट गुजर चुका है?
क्या उसके पास, यहां अपने गर्म बाथटब में बैठे हुए, पहले से ही इतनी जानकारी थी कि वो फरसामार को पहचान सके? क्या खोजों और सूत्रों की तलाश जारी रखने में कोई तुक थी?
उसने ओपनर ढूंढ़ने के लिए बाल्टी की तली को टटोला। जवाब वो जानता था। या कम से कम, इस बारे में उसने अपना मन बना लिया था।
हां ।
हां। कातिल वहीं था। पूछताछों, मिनटों और बातचीतों के उलझट्टे में बहुत सफाई से छिपा हुआ। उसके अपने दिमाग के और भी ज्यादा उलझे पेंचों के अंदर दबा-छिपा। फरसामार वहीं था। बस उसे बाहर निकालने भर की बात थी।
उसे ओपनर मिल गया। कम से कम, कुछ तो मिला।
प्रो. प्राइमो, उसने सोचा।
कालब्रिजेन में तीन लोगों का कत्ल होता है। 28 जून को हेन्ज एगर्स का | 31 अगस्त को अन्स्र्ट सिमेल का। 8 सितंबर को मॉरिस र्यूम का। एक ही हथियार, एक ही तरीका। एक ही कातिल ।
इसमें कोई शक नहीं।
प्रो. सैकदो ।
लंबे-चौड़े और मेहनत से किए गए काम के बावजूद, हम इन तीनों मृतकों के बीच मामूली सी भी कोई कड़ी तलाशने में कामयाब नहीं हुए हैं (अलावा इस तथ्य के कि वो कालब्रिंजेन में इसी साल रहने आए थे) जब तक कि तीसरे मृतक के आरलाक में गुजारे समय के बारे में एक रिपोर्ट जांचकर्ताओं के हाथ में नहीं आती। तुरंत ही सबका ध्यान जाता है कि एक कोई यूजीन पॉडवर्स्की दो मामलों की पृष्ठभूमि में है (मगर केवल पृष्ठभूमि में, ध्यान दें)। मोएर्क रिपोर्ट पढ़ती हैं और कोई "अजीबोगरीब" बात उन्हें खटकती है। वो ऐलान करती हैं कि वो इस मामले की जांच करेंगी, करती हैं, और--
प्रो. तेर्तियो।
--सामने आ जाती हैं, नहीं कातिल के द्वारा जान ली जाती हैं या जांच करते समय देख ली जाती हैं (जो भी रहा हो)। (हो। सकता है उसने बस इत्तेफाकन ही उन्हें देख लिया हो।) कातिल उनका पीछा करता है और हमला कर देता है (?) जब मोएर्क उचित तौर पर पहुंच से दूर, जंगल में काफी अंदर निकल जाती हैं...
कुछ-कुछ ऐसा ही, हां। ऐसा ही था, वाकई। क्या किसी और परिदृश्य की कोई गुंजाइश थी? हां, बिल्कुल। लेकिन वो ऐसा सोचना नहीं चाहता था। ये सब इसी तरह हुआ होगा। उसने एक और ड्रिंक उठाई और सोचने लगा क्या उसे टब से निकलकर एक सिगरेट लेकर आना चाहिए या नहीं।
टब में सिगरेट? कैसा पतन है!
मगर क्यों नहीं? पानी टपकते-कांपते हुए वो पंजों के बल कमरे में गया। उसने एक एशट्रे, अपना लाइटर, और बॉजेन का एचबी सिगरेट का पुराना, मुड़ा-तुड़ा पैकेट लिया, फिर वापस गर्म पानी में घुस गया, सिगरेट जलाई और गहरा कश लिया।
प्रो. लैटिन में साला चार को क्या कहते हैं? अरे कौन परवाह करे?
चौथा, मोएकं को क्या पता लग गया था? क्या था वो?
आखिर वो कया था जिस पर और किसी का, उस तक का, ध्यान नहीं गया? जब तक कि ये महज पॉडवर्स्की ही नहीं था और जितना उसने इस बारे में सोचा, उतना ही उसे यकीन हो गया कि ऐसा नहीं था। सुबह-सुबह उसने एक बार फिर रिपोर्ट को बारीकी से पढ़ा था, और उसे कुछ नहीं मिला था-न ही बॉजेन, मुंस्टर या क्रोप्के को कुछ मिला था। ये समझ से परे था। अजीबोगरीब।
अजीबोगरीब?
और वो चली कहां गई थीं?
जांच करने?
कया जांच करने?
उसने अपनी मुट्टी पानी में दे मारी और कोई प्रतिरोध न पाकर पल भर को हैरान रह गया। क्या वो इतनी ही मूर्ख थीं कि सीधे कातिल के जाल में चली गई? सीधे उसकी आगोश में, किसी भी क्राइम फिल्म की किसी जड़बुद्धि लड़की की तरह?
वो इस पर यकीन नहीं कर पाया। निश्चय ही ये मुमकिन नहीं था? अगर इस पुलिस स्टेशन में कोई ऐसा बंदा था जिस पर उसे भरोसा था, तो वो इंस्पेक्टर मोएर्क ही थीं... हां, बॉजेन भी, बेशक, उसे ये मानना ही होगा। लेकिन क्या बियाटे मोएर्क---
नहीं, वो ये मानने को तैयार नहीं था।
और दूसरी संभावना क्या थी?
क्या कातिल खुशकिस्मत निकला था?
बहुत मुमकिन है।
कि वो पहले से उसके पीछे लगी थीं और उसे इसका अहसास हो गया था? उन पर नजर रखे हुए था?
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