RE: Thriller Sex Kahani - आख़िरी सबूत
"तुमने क्या कहा?" मुंस्टर ने पूछा।
"अह?" बैंग ने कहा ।
"तुमने अभी इंस्पेक्टर मोएर्क और उस फलों की दुकान के बारे में जो कहा था, उसे जरा दोहराओगे?"
बैंग ने फेहरिस्तों पर से सिर उठाया और जरा भौचक्का सा नजर आया ।
"मैं समझा नहीं... मैंने तो बस ये कहा था कि पिछले शुक्रवार को मैं उनसे मिला था--कुइपर्स के यहां, वो दुकान जहां इम्मेलस्पोर्ट में फल बिकते हैं।"
"किस समय?"
"सवा पांच बजे, तकरीबन। ये उनके सी वार्फ जाने से पहले की बात थी। जाहिर है, अगर उसके बाद की बात रही होती तो मैं जिक्र करता।"
"वहां उन्होंने क्या किया?"
"कुइपर्स पर? कुछ फल खरीदे होंगे, बेशक। उनके पास वाकई सरते फल होते हैं... और सब्जियां भी। लेकिन मैं समझ नहीं पा रहा कि ये क्यों अहम है।"
"बस एक मिनट," मुंस्टर ने कहा। "वो साढ़े चार के कुछ ही देर बाद पुलिस स्टेशन से निकली थीं... करीब पांच बजने में बीस पर, शायद । इम्मेलस्पोर्ट पहुंचने में कितनी देर लगती है?"
"कार से?"
"हां, कार से।"
"पता नहीं... लगभग बीस मिनट, मेरे ख्याल से।"
"और तुमने उन्हें वहां सवा पांच बजे देखा था। इसका मतलब है कि उन्हें पहले घर जाने का वक़्त नहीं मिला होगा, सही है ना?"
"मेरे ख्याल से तो, हां," बैंग ने कुछ चिढ़ते हुए कहा।
"कुइपर्स से ड्राइव करके घर--यानी, द्वेज़्स्बाक--पहुंचने में उन्हें कितनी देर लगती?"
बैंग ने कंधे उचकाए।
"अर, कोई पंद्रह मिनट, मैं कहूंगा। ट्रैफिक के ऊपर है। लेकिन मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि तुम इस बारे में क्यों पूछ रहे हो।"
मुंस्टर ने लगभग तरस खाती मुस्कुराहट के साथ अपने सहकर्मी के गुलाबी गालों वाले चेहरे को तका।
"मैं बताता हूं क्यों," उसने धीमे से, हर शब्द पर जोर डालते हुए कहा। "अगर इंस्पेक्टर मोएर्क सवा पांच बजे इम्मेलस्पोर्ट पर थीं, तो वो घर नहीं पहुंच पाई होंगी लगभग... मान लेते हैं छह बजने में बीस मिनट तक। सवा छह बजे वो ट्रैकसूट में सी वार्फ पर थीं। क्या तुम मुझे बता सकते हो कि मैल्निक रिपोर्ट पढ़ने का समय भला उन्हें कब मिला होगा?"
बैंग ने कुछ देर इस पर सोचा।
"बेशक, तुम सही कहते हो," आखिर उसने कहा। "यानी उन्होंने उसे पढ़ा ही नहीं था, यही न?"
"बिल्कुल," मुंस्टर ने कहा। उन्होंने उसे नहीं पढ़ा था।"
उसने दस्तक दी और अंदर चला गया।
वान वीटरेन कमरे की इकलौती आरामकुर्सी से बालकनी में चला गया था। वो वहां सिगरेट पीता और फिशरमैन्स स्क्वेयर की ओर इमारतों की नुकीली रूपरेखा को तकता बैठा हुआ था, जबकि खाड़ी पर धुंधलका फैलता जा रहा था। कुर्सी तिरछी रखी हुई थी; मुंस्टर को केवल उसकी टांगें, दायां कधा और दाहिनी बांह ही नजर आ रही थी। फिर भी, इतना उसके समझने के लिए काफी था।
कुछ हुआ था। और ये उनके सठियाने लगने का सवाल नहीं था। इसके उलट, मुझे अपनी सोच में विनम्र होना सीखना होगा, मुंस्टर ने तय किया। केवल काम में ही नहीं।
"बैठो," वान वीटरेन ने हाथ से इशारा करते हुए थके हुए अंदाज में कहा ।
मुंस्टर ने डेस्क की कुर्सी खिसकाई और डिटेक्टिव चीफ इंस्पेक्टर के पास ऐसे कोण पर बैठ गया जो उसे उम्मीद थी कि अगर जरूरत हुई तो उसे कम से कम आंखों में देखने का मौका दे पाएगा।
"हम फिर से इसे सुनते हैं!" वान वीटरेन ने कहा।
मुंस्टर ने अपना गला साफ किया।
बैंग पिछले शुक्रवार की शाम को सवा पांच बजे इम्मेलस्पोर्ट में मोएर्क से मिला था।"
"उसे यकीन है?"
"हां। उन्होंने थोड़ी-बहुत बात भी की थी। बैंग भी इतना गलत तो नहीं हो सकता।"
वान वीटरेन ने सिर हिलाया।
"मुझे पक्का नहीं पता कि वो कहां है। क्या समय फिट होते हैं?"
"मैंने चैक कर लिया है," मुंस्टर ने कहा। इसकी कोई संभावना नहीं है कि उन्होंने रिपोर्ट पढ़ी होगी। वो ठीक चार पैंतीस पर पुलिस स्टेशन से निकली थीं, मिस डीविट के साथ। वो लोग सबसे आखिर में गई थीं। वो अपनी कार पर गई; उस सब्जीवाले के पास पहुंचीं और विभिन्न चीजें खरीदी; घर पहुंची; कपड़े बदले; मुझे फोन करने की कोशिश की शायद, मगर कोई जवाब नहीं मिला। तो, उन्होंने संदेश लिखा और उसे लेकर यहां आई और फिर--"
वान वीटरेन घुरघुराया और आरामकुर्सी पर सीधा बैठ गया।
"इतना काफी है। अच्छा, तुम इससे क्या नतीजा निकाल रहे हो?”
मुंस्टर ने अपनी बांहें फैला दी।
"कि उन्हें उसे पढ़े बिना ही उसमें कुछ मिल गया होगा, बेशक, एकदम शुरू में ही कुछ। पहले पन्ने पर ही, शायद... मुझे नहीं पता।"
वो ठहरा और उसने अपने बॉस को देखा, जो शाम के आसमान को देख रहे थे और धीरे-धीरे अपना सिर एक ओर से दूसरी ओर हिला रहे थे।
"बैंग?" उन्होंने गहरी सांस लेकर कहा । "बैंग का आखिर हम कया करेंगे?"
"जी?" मुंस्टर ने कहा, मगर ये साफ था कि वान वीटरेन अब अपने आपसे ही बात कर रहा था। अपनी बुझी हुई सिगरेट को अंगूठे और तर्जनी में थामे और अपने अंगूठे जितने लंबे राख के गोले को देखते हुए कुछ देर वो बड़बड़ाता रहा। जब हवा के एक झोंके ने उसे उड़ा दिया, तब जाकर वो चौंका और इस सच के प्रति सजग हुआ कि वो कमरे में अकेला नहीं था।
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