RE: Thriller Sex Kahani - आख़िरी सबूत
वान वीटरेन ने क्रोबार निकाला और कुछेक नाकाम कोशिशों के बाद किसी तरह उसने ताला तोड़ डाला। उसने रोकें हटाईं और दरवाजा खोल दिया...
"रोशनी बंद करो," बियाटे मोएर्क धीमे से बुदबुदाई, और मुंस्टर बस उसकी बेड़ियां, उलझे जटाजूट से बाल और हाथों को देख पाया जिन्हें उसने अपनी आंखों पर रखा हुआ था।
मोएर्क के कहे मुताबिक रोशनी बंद करने से पहले वान वीटरेन ने कुछ पल के लिए फ़्लैशलाइट दीवारों पर डाली।
फिर उसने अबूझा सा कुछ कहा और लाइट बंद कर दी।
मुंस्टर टटोलते हुए मोएर्क की ओर बढ़ा। उसे अपने पैरों पर खड़ा किया... वो उस पर ढह गई, ये साफ था कि मुंस्टर को उसे उठाकर ले जाना होगा। उसने सावधानी से उसे उठाया और पाया कि वो अभी भी रो रहा है।
"कैसी हो तुम?" मोएर्क ने अपना सिर उसके कधे पर टिकाया तो उसने किसी तरह पूछा, और आश्चर्यजनक रूप से उसकी आवाज सधी हुई सुनाई दी।
"बहुत अच्छी नहीं," वो बुदबुदाई। आने का शुक्रिया।" "कोई बात नहीं," वान वीटरेन ने कहा। हालांकि मुझे पहले ही समझ लेना चाहिए था... मुझे अफसोस है कि आपको कुछ देर और बेड़ियां बर्दाश्त करनी पड़ेंगी। हमारे पास इनके लिए सही औजार नहीं हैं।"
"कोई फर्क नहीं पड़ता," बियाटे मोएर्क ने कहा। "लेकिन जब आप इन्हें उतार लेंगे तो मुझे तीन घंटे के लिए कोई बाथरूम चाहिए होगा।"
"बेशक," वान वीटरेन ने कहा। आपने बहुत ओवरटाइम जमा कर लिया है।"
फिर वो उन्हें वापस ले चलने के लिए आगे बढ़ गया।
क्रोप्के और मूजर पैशियो में पहले से उनका इंतजार कर रहे थे। "वो घर पर नहीं है." क्रोप्के ने कहा।
"ओह, साला," वान वीटरेन ने कहा।
"तुम चाहो तो मुझे उतार सकते हो," बियाटे मोएर्क ने कहा। "मैं चल लूगी..."
"सवाल ही नहीं उठता," मुंस्टर ने कहा।
आखिर वो है कहां?" वान वीटरेन ने दांत पीसे।
"सुबह के साढ़े पांच बजे हैं... उसे साला बिस्तर पर नहीं होना चाहिए क्या?"
बियाटे मोएर्क ने आंखें खोल ली थीं, लेकिन सुबह की मद्धम रोशनी से बचने के लिए वो हाथ से उन्हें ओट दे रही थी।
"कुछ देर पहले तक वो मेरे साथ था," उसने कहा।
"कुछ देर पहले?” क्रोप्के ने कहा।
"समय का अंदाजा लगाने में मुझे कुछ परेशानी हो रही है," उसने स्पष्ट किया। “एक घंटा... शायद दो घंटे।"
"बताया नहीं कि वो कहां जा रहा है?" वान वीटरेन ने पूछा।
बियाटे मोएर्क ने अपने दिमाग को खंगाला।
"नहीं," उसने कहा। "मगर वो कोई संकेत चाहता था, उसने कहा था–-"
"संकेत?" मूजर बोला।
"हां।"
वान वीटरेन ने कुछ पल इस पर सोचा। उसने एक सिगरेट जलाई और पक्के रास्ते पर टहलने लगा।
"हम्म," अंततः उसने कहा और ठहर गया। हां, ये मुमकिन है, बिल्कुल... क्यों नहीं? मुंस्टर!"
"हा।"
"ये देखना कि बेड़ियां निकाल दी जाएं और इंस्पेक्टर मोएर्क को अस्पताल ले जाओ।"
"घर," बियाटे मोएकं ने कहा।
वान वीटरेन बुदबुदाया।
"ठीक है," उसने कहा। "हम डॉक्टर को भेज देंगे।"
बियाटे मोएर्क ने हामी भरी।
क्रोप्के और मूजर, मेरे साथ आओ!"
"आपके ख्याल से वो कहां है?" मुंस्टर और मोएर्क चले गए तो क्रोप्के ने पूछा।
"अपने परिवार के साथ," वान वीटरेन ने कहा। "जहां उसकी जगह है।"
"मैं ठीक रहूंगी," बियाटे मोएर्क ने कहा।
"पक्का?"
"बिल्कुल। कुछ देर नहाऊंगी तो फिर से गुलाब सी हो जाऊंगी।"
"आधे घंटे में डॉक्टर आ जाएगा। तब तक मैं रुकना पसंद करता ।"
"नहीं, शुक्रिया," उसने हल्की सी मुस्कान के साथ कहा। अब तुम अपने परिवार के पास वापस जाओ।"
वो ठहरा, उसका हाथ दरवाजे के हैंडल पर था।
"वो रिपोर्ट..." उसने कहा। "तुमने असल में उसका कितना हिस्सा पढ़ा था?"
वो हंस दी।
"ठीक है, मैं राज खोल देती हूं। कुछ नहीं। पन्नों के नंबर ने मुझे चौंका दिया था। जब मैंने मूल प्रति सौंपी थी, तो मैंने आखरी पन्ने को देखा था जिस पर पैंतीस अंक पड़ा था, नीचे... शायद मैंने उस समय इस बारे में कुछ कहा भी था।"
"सही है," मुंस्टर ने उस पल को याद करते हुए कहा।
"कॉपी पर कोई नंबर नहीं थे... बस। जब मैं पुलिस स्टेशन वापस गई तब तक मुझे उसकी बेटी के बारे में कुछ पता नहीं था। मैं यहां बस चार साल से काम कर रही हूं; जब मैंने काम शुरू किया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। मैं तो बस ये देखना चाहती थी कि कॉपींग रूम से मुझे कुछ मिल पाता है या नहीं। मेरे ख्याल से जब मैं पहुंची तो उसने मुझे आते हुए देख लिया होगा, या जब मैं जा रही थी... बस। शायद ये महज इत्तेफाक ही था; मुझे नहीं पता कि उसने क्या ये सोचा था कि मैं कुछ जानती हूं। और कोई बात जो तुम्हें परेशान कर रही हो?"
मुंस्टर ने सिर हिलाया।
"हां, दरअसल थोड़ी-बहुत," उसने कहा। "मगर वो इंतजार कर सकती है।"
|