07-09-2020, 10:44 AM,
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desiaks
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RE: Thriller Sex Kahani - आख़िरी सबूत
"लेकिन अब आप जानते हैं?"
"लगता तो है। कल क्रोप्के ने थोड़ी सी छानबीन की थी... कितना घिनौना है सब।"
"मोएर्क इस बारे में सब जानती है। आप उससे पूछ सकते हैं। उस सबको फिर से दोहराने की ताकत नहीं है मुझमें। मैं बहुत थक गया हूं।"
वान वीटरेन ने हामी भरी ।
"कल का वो फोन कॉल." बॉजेन ने कहा। मैं मूर्ख नहीं बना
था; ये विनम्र होने की बात ज्यादा थी, अगर आप बुरा ना मानें तो?"
"कोई दिक्कत नहीं," वान वीटरेन ने कहा। वो शुरुआती चाल थी जो मैंने अपने लिए बनाई थी।"
"आखरी चाल ज़्यादा थी," बॉजेन ने कहा। "मैं सोच रहा था कि आपको बहुत देर लग गई, तब भी..."
"मेरी कार खराब हो गई थी," वान वीटरेन ने कहा। "चलें?"
"हां," बॉजेन ने कहा। "चलें।"
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पांच
2 अक्तूबर
समुद्रतट अंतहीन था।
वान वीटरेन रुक गया और समुद्र को तकने लगा। पहली बार बड़ी-बड़ी लहरें थीं। ताजा हवा मजबूती पा रही थी और क्षितिज पर काले बादलों का झुंड खतरनाक ढंग से बड़ा हो रहा था। इसमें कोई शक नहीं था कि शाम तक बारिश होने लगेगी।
"मेरे ख्याल से अब हमें वापस चलना चाहिए," उसने कहा। मुंस्टर ने हामी भरी। आधे घंटे से ज़्यादा से वो टहल रहे थे। सिन ने तीन बजे खाना लगाने का वादा किया था, और बच्चों को टेबल पर आने देने से पहले यकीनन उन्हें खुद को साफ-सुथरा बनाना होगा।
"बार्ट!" मुंस्टर हाथ हिलाते हुए चिल्लाया। "अब हम वापस जा रहे हैं!"
"ठीक है!" छह साल का बालक रेत में दुबके दुश्मन पर अपना अंतिम हमला पूरा करते हुए चिल्लाया।
"मैं थक गई हूं," मुंस्टर की बेटी ने कहा। "मुझे गोद में ले चलें!"
उसने बेटी को अपने कधों पर उठा लिया और वो धीरे-धीरे समुद्रतट से वापस जाने लगे।
"वो कैसे हैं?" जब मुंस्टर को लगा कि मैरियके सो गई है और बार्ट काफी आगे निकल गया है, तब उसने पूछा।
"बहुत बुरे हाल में नहीं," वान वीटरेन ने कहा। "उन्हें भविष्य की कोई ज़्यादा फिक्र नहीं है। अहम बात ये है कि जो उन्हें करना था, वो उन्होंने कर दिया है।"
"क्या वो पकड़े जाना चाहते थे?"
"नहीं, लेकिन ये भी कोई खास मायने नहीं रखता था। हां, जब मोएर्क उनके पीछे लग गई तो वो बहुत बुरी स्थिति में पड़ गए थे।"
मुंस्टर ने पल भर सोचा।
"मैल्निक की रिपोर्ट में, असल में, ब्रिगिट बॉजेन के बारे में कितनी लाइनें थीं?" उसने कहा। "उसमें इतना ज़्यादा तो नहीं हो सकता--"
"पूरा एक पन्ना। उस साल के बारे में जब वो साथ रह रहे थे, बस। उसका नाम दो बार आया था। बेशक, मैल्निक को कुछ पता नहीं था; वो देश के हर पुलिस चीफ का नाम जान भी नहीं सकता। अगर उन्हें--बॉजेन को--थोड़ा और समय मिला होता तो उन्होंने पूरा पन्ना हटाने की बजाय कोई और नाम डाल दिया होता। अगर ऐसा किया होता तो वो बच निकलते। लेकिन हम तो कमोबेश खड़े हुए उनका इंतजार कर रहे थे, और आखिर, हमें पता तो लग ही जाना था कि कुछ गड़बड़ हो रही है।"
मुंस्टर ने हामी भरी।
"मैंने ये देखने की बहुत कोशिश की कि उन्होंने जो किया वो इतना भयानक है," उसने कहा। "नैतिक आधार पर कहू, मेरा मतलब है--"
"हां," वान वीटरेन ने कहा। "तुम कह सकते हो कि उन्हें पूरा हक था--शायद तीन लोगों के सिर काटने का तो नहीं--कि अपने इतने जबरदस्त दुख के लिए कुछ करते।"
उसने अपनी जेबों को टटोला और सिगरेट का एक पैकेट निकाला। लौ जला पाने से पहले उसे रुकना और लाइटर के आसपास अपने हाथों की कटोरी सी बनानी पड़ी।
“जबरदस्त दुख और जबरदस्त संकल्प,” उसने कहा, “इस डिश में यही दो मुख्य सामग्री हैं। ये मोएर्क के शब्द हैं, मेरे नहीं, लेकिन ये बहुत अच्छा सार हैं। दुख और संकल्प--और आवश्यकता। जिस दुनिया में हम जीते हैं वो अच्छी जगह नहीं ह--लेकिन काफी समय से हमें इसका अहसास है, है ना?"
कुछ देर वो खामोश चलते रहे। मुंस्टर को बियाटे मोएर्क की कोई और बात याद आई जो उसने कोठरी में बॉजेन के साथ हुई बातचीतों के बारे में कही थी।
जिंदगी हमारे ऊपर कुछ खास शर्ते थोप देती है, बियाटे ने कहा था कि ये उसने कहा था। अगर हम चुनौतियों को स्वीकार न करें तो हम चेतनाशून्य हो जाएंगे। हमारे सामने कोई असल चुनाव नहीं है।
चेतनाशून्य? क्या ये सही था? क्या ये वाकई वही था जो दिखाई देता था--बुराई के खिलाफ ये व्यर्थ लड़ाई? जहां परिणाम, भले ही वो कितना भी तुच्छा और असफल साबित हो, फिर भी महत्वपूर्ण था; जहां केवल कार्य, सिद्धांत ही महत्व रखते थे?
और एकमात्र पुरस्कार चेतनाशून्यता से बचना था। एकमात्र?
शायद यही पर्याप्त था।
लेकिन तीन लोगों की जिंदगियां--?
"तुम क्या सोचते हो?" वान वीटरेन ने उसकी विचारश्रृंखला तोड़ी। "तुम उनकी जगह होते तो क्या सजा देते?"
"सही मायनों में?"
"सही मायनों में।"
"मैं नहीं जानता," मुंस्टर ने कहा। "आप क्या कहते हैं?" वान वीटरेन ने जरा देर सोचा।
"आसान नहीं है," उसने कहा। "शायद कोठरी में बंद कर देता, जैसे उन्होंने मोएर्क के साथ किया था। लेकिन बेशक बेहतर मानवीय
स्थितियों में--लैंप, कुछ किताबें... और एक कॉर्कस्कू।"
वो फिर खामोश हो गए। पानी के किनारे पर साथ-साथ चलते और अपने-अपने सारों को जज़्ब होने देते हुए। हवा तेज होती जा रही थी। वो झोंकों में आ रही थी, जिनमें कभी-कभी आप लगभग झुक सकते थे, मुंस्टर ने महसूस किया। बार्ट पत्थरों के अपने संग्रह के लिए कुछ नई खोजें लिए दौड़ता आया। उसने उन्हें अपने पिता की जेबों में खाली कर दिया और फिर से आगे भाग गया। जब सफेदी की हुई निचली कॉटेज एक बार फिर नजर के दायरे में आई तो वान वीटरेन ने अपना गला खखारा ।
"जो भी हो," उसने कहा, "वो मेरी जिंदगी में अब तक आए कातिलों में सबसे ज़्यादा लुभावने हैं। ऐसा अक्सर नहीं होता कि आपको उनके साथ इतना घुलने-मिलने का मौका मिले--वो भी उन्हें जेल भेजने से पहले।"
मुंस्टर ने नजर उठाकर देखा। वान वीटरेन की आवाज में एक नया सुर था, आत्मवंचना का आश्चर्यजनक संकेत। कुछ ऐसा जो उसने पहले कभी पाया था, और वो उसकी कल्पना भी नहीं कर सकता था। मुस्कुराहट रोक पाना अचानक मुश्किल हो गया था।
"शंतरज की बाजी कैसी रही?" उसने पूछा।
"मैं जीत गया, बेशक," वान वीटरेन ने कहा। तुम आखिर क्या सोचते हो? इसमें कुछ समय जरूर लगा, बस।"
कुछ घंटे बाद वो एक आखरी बार समुद्र के किनारे तक गया। उसने अपनी आखरी सिगरेट भी जलाई, और उसके खत्म होने तक अकेला वहां खड़ा रहा, किनारे की ओर आती उत्तेजित लहरों पर मनन करते हुए।
चीजें फिर से सांस लेने लगी थीं। आसमान और समुद्र दोनों--वही खतरनाक स्लेटी-बैंगनी का संयोग, वही अदमनीय शक्ति; और जब
उसे अपने हाथ पर बारिश की पहली बूंद महसूस हुई तो उसने इस सबसे अपनी पीठ फेर ली और अपनी कार की ओर बढ़ गया।
अब यहां से चलने का वक़्त हो गया है, उसने सोचा।
परदा गिर गया था। त्रासदी खत्म हो गई थी।
इडीपस जाता है। वान वीटरेन जाता है।
उसने कार स्टार्ट की। हैडलाइट ऑन की क्योंकि अंधेरा तेजी से गहराता जा रहा था, और मेनलैंड की ओर चल दिया।
मगर फिर भी, ये शायद हमेशा के लिए नहीं था। शायद कालब्रिंजेन क्योंकि रिटायर्ड फरसामार को भी अंततः पैरोल पर आने दिया जाएगा। और शायद शतरंज की बारीक से बारीक बढ़त भी चुनौती पेश कर सके।
वाइन के बढ़िया पैग के लिए इंसान क्या नहीं कर सकता? डिटेक्टिव चीफ इंस्पेक्टर वान वीटरेन ने ग्लव कंपार्टमेंट में पैंडरेकी को तलाशते हुए सोचा।
The End
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