RE: Sex kahani द मैजिक मिरर (Tell Of Tilism)
आईने ने एक बार फिर से कहानी शुरू की और राज फिर से आईने घुस गया। राज ने देखा कि राज के नाना जी को आईना एक दिन राजकुकारी नैना के महल में घूमते घूमते मिल गया। क्योंकि वो आईना राज पुरोहित के कहे अनुसार छिप गया था। वो भी राजा के कमरे में, जब राज के नाना घूमने आये तो जिज्ञासा पूर्वक राज के नाना राजा के कमरे में घुस गए वहां उन्हें ये एक बेकार सा आईना मिला, लेकिन जब उन्होंने राजकुमारी नैना की कहानी किसी बुजुर्ग से सुनी तो उन्होंने आईने से अपनी उम्र बढ़ाने के लिए दान दिया अपना एक वेद ग्रंथ जो उन्हें बहुत प्रिय था। आईने ने वो वेद ग्रंथ धारण करने के बाद राज के नाना को बताया कि ज़िन्दगी के बदले ज़िन्दगी का दान स्वीकार होता है।
राज के नाना उस वक़्त बिना सपचे समझे अपने मैन मैं ख्याल राज के दादा दादी का ख्याल करके उन्हें दान देने के बारे में सोचा जिसे आईने ने सहर्ष स्वीकार कर लिया।और राज के नाना की उम्र बढ़ गयी। लेकिन राज के नाना की उम्र बढ़ने के साथ साथ राज की नानी की तबियत खराब हो गयी। जब इनका उपाय राज के नाना ने आईने से पूछा तो आईने ने कहां की राज के नाना की उम्र बढ़ने से प्रकृति का संतुलन बिगड़ गया, इस लिए उनकी उम्र बढ़ने के साथ साथ किसी की उम्र घटनी भी थी।
केवल उनकी धर्म पत्नी ही इसका अधिकार रखती थी कि वो उनका सुख दुख बांट सके। इस लिए उनके इस कृत्य का परिणाम उनकी पत्नी को भोगना पड रहा है।
जब राज के नाना को ये बात पता चली तो उन्होंने आईने से राज की नानी की मृत्यु मैं बचे हुए दिन जाने और फिर उन्होंने कुछ और भविष्य देखे और फिर कालू और उसके दोस्तों से मुलाकात हुई, जिन्हें राज के नाना ने कुछ दवाएं दी। इस दौरान राज के नाना ने आईने की मदद से कई औरतों के साथ शारीरिक संबंध भी बनाये।
क्योंकि राज के नाना ने अपनी ज़िंदगी अपनी पत्नी के नाम करने का विचार कर लिया था। इस लिए मरने से पहले वो वो सभी अय्याशियाँ जो वो करना चाहते थे आईने की मदद से कर यह थे। और मरने से पहलव उन्होंने एक बक्शा आईने की मदद से बनाया उसे ज़मीन में गाड़ कर आईने को खुद को दान कर दिया और ऊनी उम्र अपनी उतनी को दे दी और साथ ही ये भी कहा कि मुझे दान में स्वीकार करने के बाद तुम नदी में कहीं छुप जाना।
अब राज को सब समझ आ चुका था कि आईना क्या है। ये आईना आदमी की बुद्धि का हरण कर लेता है। वी सभी अय्याशियां राज के नाना कभी करते ही नहीं लेकिन उन्हें ये सब करने के लिए या उनका विचार करने के लिए आईने ने मजबूर किया था। ठीक वैसे ही जैसे राजकुमारी नैना को किया था।
अब राज आईने से बोलता है कि,
राज: आईने मुझे नानी के गांव में नाना जी के घर पहुंच दे और वहां पर तुम भी मेरे साथ चलना ताकि मैं वापस भी आ सकूँ।
राज के इतना बोलते ही आईने ने राज को खुद मैं खींचा और राज अपने नाना के बैंड कमरे के अंदर आ गया। और थोड़ी ही देर में आईना भी वहां आ गया।
वही दूसरी और चंचल और रानी की बात हो रही थी।
रानी: चंचल मैडम मैंने कौनसी जुबान पूरी नही की?
चंचल: चुदने की!
रानी: व्हाट?
|