RE: Sex kahani द मैजिक मिरर (Tell Of Tilism)
अचानक से राज के शरीर से एक हल्की सी रोशनि निकल कर आईने में समा जाती है। राज के ऐसा करते ही राज के शरीर के अंदर का नीलांकर स्वचालित हो जागरत हो जाता है। अचानक से राज के सर मैं दर्द होता है और राज फिर से बेहोश जो जाता है।
जब राज को होश आता है तो राज कुछ ज्यादा ही अच्छा महसूस कर रहा था। अब राज का दिमाग अपने अनुभव के साथ साथ अपने नाना के अनुभवों को भी अपने दिमाग में देख सकता था। उन्हें महसूस कर सकता था। आज राज भले ही 18 साल का हो लेकिन उसके दिमाग में 100 साल से भी ज्यादा का अनुभव था।
राज उन सभी विषयों में तेज हो गया था जिनमे उसके नाना थे। या फिर ऐसा कहूँ की राज के नाना की यादें और अनुभव अब राज के अपने थे।
तभी राज के मन में जो सबसे पहला विचार आता है वो था की आखिर नाना जी ने मुझे अपने सभी अनुभव अउ4 विचार कैसे दे दिए? क्या उन्हें पहले से ये सब मालूम था? लेकिन ये कैसे हो सकता है? कहीं नाना जी भविष्य तो नही देख सकते थे? यही व8चार करते करते राज को अचानक से कोमल का ख्याल आता है। राज कुछ देर चंचल और रानी और सोनिया के बारे में सोच कर एक प्लान बनाता है।
राज कुछ देर सोच कर अचानक से उठ खड़ा होता है और मुस्कुराते हुए आईने को हुकुम देता है।
राज: ए आईने मुझे जल्द से जल्द कोमल जो मेरे दिल और दिमाग की आज रानी बन चुकी है उसके घर पहुंचा दे।
राज का हुकुम मिलते ही आईना बिना देर किए तुरंत बवंडर के माध्यम से राज को कोमल के घर के बाहर छोड़ देता है। कोमल इस वक्त अपने कमरे में पेट के बल लेटी रो रही थी। और साथ ही खुद पर गुस्सा कर रही थी कि उसने क्यों राज को पसंद किया। उसने राज कों पसन्द किया इसी लिए चंचल ने मेरे साथ ऐसा किया। इस चंचल की तो मैं...( कोमल अभी ये सब सोच ही रही थी कि)
तभी कोमल की खिड़की खट खट करके खड़क रही थी। कोमल उठ कर अपनी खिड़की को देखती है जो कि खुली पड़ी थी। कोमल आगे बढ़ कर उसे बंद करने लगती है कि अचानक से कोमल का कोई मुह बन्द कर लेता है ये कोई और नही बल्कि राज था। दरअसल आज पहली बार राज ने सोचा कि कोमल को किस तरह से मनाया जाए। इस विचार का उपाय राज के नाना जी के ज़िन्दगी के अनुभवों से मिला और राज कोमल के घर आ गया। अगर ये विचार खुद राज करता तो 2-3 हफ्ते गुजर जाते कोमल का एड्रेस निकालने में और फिर हिम्मत करने में की कोमल से किस तरह से बात करे और क्या बात करे।
राज धीमे से कोमल के कान में बोलता है) प्लीज चिल्लाना मत मैं हूँ राज। तुमसे कुछ ज़रूरी बात करने आया हूं। हाथ हटाऊँ! अगर चिल्लाओ नहीं तो सर हाँ में हिलाकर मुझे इशारा दो।
कोमल धीमे से सर हाँ में हिलाती है। राज कोमल के मुह से हाथ हटा लेता है।
हाथ के हटते ही कोमल तुरन्त पलट कर कन्फर्म करती है कि ये राज ही है या कोई और? वो राज ही था। कोमल राज को देख कर स्तब्ध रह जाती है। कोमल के मन मे बहुत से सवाल थे। जैसे कि राज यहां क्या कर रहा है वो भी इस वक़्त? इसे मेरे घर का पता कैसे चला? क्या चंचल भी मेरे घर तक आ गयी?
राज: कोमल प्लीज मुझे माफ़ कर दो! आज मैं जिस तरह से खड़ा खड़ा तमाशा देख रहा था उसके बाद तो मैं माफी के काबिल नही हूँ।
कोमल: आप क्यों माफी मांग रहे है। वैसे भी आपकी गर्लफ्रैंड ने जो किया उसकी.....
राज: वो मेरी गर्लफ्रैंड नहीं है!
कोमल: व्हाट? लेकिन तुमने ही तो कहा था? क्या ये फिरसे कोई नया ड्रामा है चंचल का?
राज: तुम्हारी कसम कोमल, मेरी कसम , मेरी मम्मी की कसम चंचल मेरी गर्लफ्रैंड नही है। उसने मुझे ब्लैकमेल करके अपना बॉयफ्रेंड बनाया है। मैं तो तुम्हे... खेर जाने दो।
कोमल: क्या.... ! सच मे चंचल तुम्हारी गर्लफ्रैंड नही है?
राज: नहीं है यार नहीं है ? मेरी तो अभी तक कोई गर्लफ्रैंड ही नही है।
कोमल: अच्छा वो सब छोड़ो तुम यहाँ क्या करने आये हो?
राज : तुमसे बात करने और बताने ...
कोमल: क्या बताने यही की चंचल तुम्हारी गर्लफ्रैंड नही है।
राज: नहीं मैं ये बताने आया था कि चंचल सच में मेरी कोई गर्लफ्रैंड नहीं है और मैं बहुत जल्द चंचल को एक ऐसा सबक सिखाऊंगा की वो फिर किसी की बहन, प्यार, भाई पर अपनी ये घटिया चाले चलने से पहले हजार बार सोचेगी।
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