RE: Maa Chudai Story सौतेली माँ से बदला
बात ये भी थी की अगर कहीं बाहर जा के नीलोफर, किसी से चुदने लगी तो उसकी बदनामी होगी… नाम उसका, वैसे भी कम खराब नहीं था…
सलमा ने रात को वसीम से चुदते चुदते ये बात उसे बताई तो वसीम ने कहा के वो नीलोफर को समझाएगा के वो ये सब बंद कर दे… लेकिन, सलमा ने उसे ये सब करने के लिए मना कर दिया क्यूंकि नीलोफर आज तक किसी से नहीं चुदी है…
वो, दिखने में भी बहुत ही खूबसूरात है तो कहीं चूत की आग के चलते, कुछ ग़लत कम ना कर बैठे…
फिर, सलमा के दिमाग़ में एक आइडिया आया!!
उसने वसीम से कहा के वो अगर, नीलोफर को चोदे तो उसे कहीं बाहर जाके चुदाई नहीं करना पड़ेगा… घर की बात, घर में ही रह जाएगी और नीलोफर को अपनी चूत की खुजली मिटाने के लिए एक लण्ड भी मिल जाएगा और इसमे किसी की बदनामी भी नहीं होगी…
वसीम क्यूँ मना करता, वो तुरंत मान गया क्यूंकि उसे तो एक लड़की की “कुँवारी चूत” को फाड़ने का, मज़ा मिलेगा…
लेकिन, वसीम ने सलमा से कहा – क्या, नीलोफर इस के लिए राज़ी हो जाएगी..
तो सलमा ने कहा – ये सब, तुम मुझ पर छोड़ दो… मैं उसे तुमसे चुदने के लिए तैयार कर लूँगी…
दूसरे दिन सुबह, जब नीलोफर बाहर जाने के लिए निकली तो सलमा ने उसे कहीं भी जाने के लिए मना कर दिया.. ..
ये सुन कर, नीलोफर को बुरा लगा और वो अपने कमरे में जा के रोने लगी।
फिर सलमा ने उसके कमरे में जा के उससे, उस लड़के के बारे में पूछा तो नीलोफर घबरा गई..
फिर सलमा ने कहा – देख नीलोफर, मुझे तेरे और उस लड़के के बारे में सब पता है की तू उससे चुदना चाहती है… मैंने तुमको फोन पर, उस लड़के से बात करते हुए सुन लिया था… ये सुन के नीलोफर, डर के मारे चुप हो गई..
सलमा ने उस से पूछा के क्या वो उस लड़के से प्यार करती है या वो लड़का उससे प्यार करता है, तो इस पर नीलोफर ने उसे सारी बात बताई के कैसे वो वसीम को और सलमा को रोज़ रात में चुदाई करते हुए देखती है और इससे उसकी चूत मचल उठी है… उसने कहा की अब उससे भी बर्दाशत नहीं होता और वो भी, किसे से चुदना चाहती है… उस लड़के से वो प्यार नहीं करती, उसे तो बस उसके साथ चुदाई करके, चूत की प्यास बुझानी है..
जैसे ही, सलमा ने उसकी बात सुनी तो उसने नीलोफर से कहा के ऐसा है तो उसे कहीं बाहर जा के चुदने की ज़रूरात नहीं है क्यूंकि जब घर में ही, उसे एक “तगड़ा लण्ड” मिल जाएगा…
नीलोफर कुछ नहीं समझी और पूछा – दीदी, घर में कहाँ से, मुझे लण्ड मिलेगा…क्यूंकि हमारे घर में तो बस एक ही लड़का है और वो वसीम है जो की तुम्हें चोदता है तो मैं कैसे उससे चुद सकती हूँ… ??
ये सुन कर, सलमा ने उसे कहा – मैंने वसीम को मना लिया है, तुम्हारी चुदाई करने के लिए और वो मान भी गया है… आज रात, जब गुलबदन और गुलनार सो जाएँ, तो चुप चाप तू वसीम के कमरे में आ जाना… मैं वहाँ, तेरा इंतज़ार करूँगी…
ये सुन कर नीलोफर खुश हो गई और उसने उस लड़के को फोन कर के कह दिया की उसके (नीलोफर के) घर वालों ने उसे उससे बात करते, सुन लिया है इसलिए अब वो आइन्दा, उसे फोन ना करे…
फिर रात को खाना खाने के बाद, सब लोग अपने अपने कमरे में चले गये, सोने के लिए…
घर बहुत ही बड़ा था.. लेकिन, फिर भी नीलोफर गुलनार और गुलबदन के कमरे में ही, उनके साथ सोती थी..
ठीक रात के 12 बजे, जब गुलबदन और गुलनार सो गये तो नीलोफर चुप चाप उठ कर वसीम के कमरे में चली गई।
वहां पहले से ही, सलमा और वसीम का प्रोग्राम चालू था!!!
जैसे ही नीलोफर अंदर गई तो सलमा ने उठ कर दरवाजा बंद कर दिया।
उसने नीलोफर को, वसीम के पास जाने के लिए कहा तो नीलोफर थोड़ा शरमाई क्यूंकि एक तो वो कुँवारी थी.. दूसरे, उसने पहले कभी वसीम से बात नहीं की थी और आज सीधे चुदवाने चली आई.. ..
फिर सलमा ने नीलोफर का हाथ पकड़ कर, वसीम के साइड में बिठा दिया।
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