RE: Maa Chudai Story सौतेली माँ से बदला
उसे इस हालत में देख कर कोई नहीं कह सकता था के वो, दो बड़ी जवान लड़कियों की माँ है।
अभी भी साली, 20-22 साल की लौंडिया दिख रही थी।
वो ज़्यादा मोटी नहीं थी.. !! उसका पेट एकदम सपाट था.. !! गोल-गोल नाभि, लिए हुए.. !!
अब, हम दोनों के जिस्म में पैंटी और चड्डी ही थी.. !!
अब मैंने उसके बूब्स को चूसते चूसते, एक हाथ उसकी चूत में डाला तो पैंटी बिल्कुल गीली हो चुकी थी।
मैंने पहले ही बताया है के इन चारों (सलमा, नीलोफर, गुलबदन और गुलनार) में एक बात समान है की इनकी चूत से बहुत पानी निकलता है.. !!
मैंने जब पैंटी के अंदर हाथ डाला तो देखा के उसकी चूत बहुत गरम थी।
फिर, मैंने उसकी पैंटी को भी उतार दिया।
सलमा, अभी भी अपनी चूत के बालों को शेविंग करती है.. !! इसलिए, उसकी चूत एकदम साफ थी.. !!
साली की चूत क्या फूली हुई थी.. !! देखते ही, मुँह से लार टपकने लगी.. !!
मैंने एक अजीब चीज़ देखी के सलमा की चूत का जो दाना (क्लाइटॉरिस) था, वो लंबा और मोटा था।
जैसे ही, मैंने उसको हाथ लगाया वो अपने आप हिलने लगा।
जब मैंने सलमा को इसके बारे में पूछा तो उसने बताया जब वो ज़्यादा गरम हो जाती है, चूत से पानी निकलने लगता है तो ये हिलने लगता है…
मैं उसे हाथ में लेकर मसलने लगा तो सलमा के मुँह से – अहह स्स्स्स्स् स्सस्स य आ आ आ आअ म्म मम म म म म म म म म महह हह हहह हहह हहह ह… जैसी सेक्सी आवाज़ें, निकलने लगीं।
अब वो मेरे पैंट को निकाल के, लण्ड को पकड़ के हिलाने लगी.. !!
लण्ड हाथ में लेते ही, सलमा ने कहा – वसीम का लंबा है… मगर, तुम्हारा तो बहुत मोटा है… इसे चूत में लेने में, बड़ा मज़ा आएगा…
मैंने उसकी चूत का मुँह को खोला और उसमें उंगली रगड़ने लगा।
जब मैं सलमा की चूत को उंगली से चोद रहा था, मेरा हाथ चूत में ऐसा चल रहा था जैसे मखन में चाकू चल रहा हो.. !! क्यूंकि, सलमा की चूत से जो पानी निकल रहा था वो बहुत गाड़ा और फिसलन वाला था.. !!
फिर मैं चूत के दाने को मुँह में ले के, चूसने और काटने लगा।
मेरी इस हरकत से, सलमा चिल्लाने लगी – अहह उंह उम्ह्ह्ह म्म्म्महह… तुम्हारी ज़ुबान तो वाइब्रटर से भी तेज़ चलती है… उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह… ओह, क्या लग रहा है एह्ह्ह्ह्ह्ह्ह… ऐसा कहते कहते, वो छटपटाने लगी.. !!
मैं और ज़ोर से चूसने और उंगली से चोदने लगा।
ऐसा करने से चूत से पानी का फावरा फूट पड़ा.. !!
सलमा, दोनों जांघों से मेरे सिर को दबाने लगी और हाथ से सिर को सहलाते सहलाते, चूत में दबाने लगी।
मैं और तेज़ी से आवाज़ निकाल के चूसने लगा तो सलमा बैठ गई और मेरे सिर को वहां से निकाल के मुझसे चिपक गई।
मैं उसके होंठों को किस करने लगा.. !!
सलमा ने मेरे कान को काट लिया और कहने लगी – नीलोफर, सही कह रही थी… तुम सब से अलग हो और तुम्हारे चुदाई का तरीका, ख़तरनाक है… मैं तो अभी से पागल होने लगी हूँ… इस तरहा तो कभी वसीम ने क्या, उसके पिता ने भी मुझे नहीं चोदा है… कहाँ थे, इतने दिनों तक तुम… मुझे पहला पता होता तो तुम से रोज़ चुदवाती…
अब, मैं उसके होंठों को काटने लगा।
फिर, सलमा ने मुझे लेटा दिया और मेरे लण्ड को मुँह में लेकर चूसने लगी.. !!
मैंने मदहोशी में कह दिया – एक बात कहना चाहता हूँ… … आप के घर की चारों लड़कियाँ, लण्ड चूसने में एक्सपर्ट हैं.. !!
मेरा लण्ड मोटा है, इसलिए पहले पहले पूरा मुँह के अंदर लेते ही उसकी सांस फूल जाती थी तो वो रुक रुक के चूस रही थी।
मैंने उससे कहा के वो सिर्फ़ मेरे लण्ड के सूपाडे को चूसे.. !! मगर, उसने कोशिश कर कर के पूरा का पूरा लण्ड, मुँह के अंदर डाल लिया और चूसने लगी.. !!
जिससे, मुझे और मज़ा आने लगा।
मैंने उस से कहा के अपनी चूत को मेरे मुँह की तरफ रखे तो वो घूम गई।
फिर, मैंने उसकी चूत में से थोड़ा पानी लेकर उसकी गाण्ड के छेद में लगा दिया। साली की गाण्ड, क्या मस्त है।
फिर, मैंने उसकी गाण्ड मे उंगली घुसाई और एक साथ चूत और गाण्ड दोनों को उंगली से चोदने लगा.. !!
बीच बीच में, मैं उसके चूत के दाने को चूसता.. !! जिस से, सलमा तिलमिला उठती.. !!
कुछ देर बाद, सलमा ने कहा – अब मुझ से, संभाला नहीं जाता… जल्दी से, लण्ड को मेरे चूत में घुसा के मुझे चोदो… वरना, मैं पागल हो जाउंगी…
मैंने उसे, अपने लण्ड के ऊपर बैठने को कहा तो वो मेरे लण्ड पर धीरे से बैठ ही रही थी के मैंने नीचे से एक ज़ोर का झटका मारा और पूरा का पूरा लण्ड उसकी फ़ुद्दी में घुसा दिया.. !!
सलमा, अभी इसके लिए तैयार नहीं थी तो वो चीख पड़ी और उसके आँखों से आँसू निकल गये।
वो, मुझसे लिपट गई।
मुझे ऐसे ही लड़कियों को बिना चेतावनी दिए, चोदने में मज़ा आता है.. !!
फिर मैंने उसकी कमर को पकड़ा और रुका नहीं, दनादन पेलने लगा।
चोदते चोदते, मैंने उसकी मुँह में जीभ को डाल दिया तो वो चूसने लगी।
मैं उसकी गाण्ड के दोनों चुत्तडों को दबा रहा था और दना दन चांटे मार रहा था।
ऐसे ही कुछ देर चोदने के बाद, मैंने उसे गोद में उठा लिया और खड़े होकर चोदने लगा.. !!
सलमा, बिल्कुल मुझसे चिपकी हुई थी।
फिर, मैंने उसे पीठ के बल बेड पर लिटा दिया और उसकी चूत को बेड से थोड़ा बाहर निकाला और नीचे खड़े होकर दोनों पैरों को उपर उठा के हाथ में पकड़ के लण्ड को चूत में डाल दिया.. !!
ऐसे ही, मैंने उसे चोदना स्टार्ट किया।
इस पोज़िशन में लण्ड एकदम सीधा अंदर तक जाता है और तेज़ी से चुदाई करने में आसानी होती है।
मैं चोदते चोदते, लण्ड को पूरा बाहर निकाल के ज़ोर से अंदर घुसा रहा था.. !!
सलमा झड़ती जा रही थी और चूत से सारा पानी निकल के फर्श पर गिर रहा था।
लगातार 20 से 25 मिनट तक, मैं उसे ऐसे ही चोदता रहा.. !!
फिर, सलमा ने कहा के अब ऐसे सहन नहीं हो रहा है… चूत के अंदर, दर्द होने लगा है…
तो, मैंने उसे उसी पोज़िशन में उल्टा घोड़ी बनाया और गाण्ड में थूक लगा के लंड को पेल दिया।
इस तरहा चोदते चोदते, मैं उसकी दोनों चुचियों को भी मसल रहा था और गाण्ड में थप्पड़ मार रहा था.. !!
मैंने उस से पूछा के वो मेरे वीर्य को कहाँ लेना चाहेगी… चूत में या गाण्ड में…
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