RE: Maa Chudai Story सौतेली माँ से बदला
सलमा का बदन सिहर उठा और वो हम दोनों के लण्ड को ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी।
उसने कहा – अब रुका नहीं जाता… जल्दी से, लण्ड को मेरी चूत में डालो… नहीं तो, मैं तुम दोनों के लण्ड को उखाड़ दूँगी…
फिर, हम दोनों उठ कर बेड पर लेट गये.. !!
सलमा बारी बारी करके, हम दोनों के लण्ड को चूसने लगी।
उस टाइम हमारा लण्ड लोहे का रोड बन गया था और अपने आप को कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा था।
लण्ड चुसवाने के बाद, मैं उठ खड़ा हुआ।
वसीम बेड के किनारे लेट गया.. !! जिससे, उसका पैर ज़मीन को छू रहा था.. !!
मैंने सलमा को, वसीम के लण्ड के ऊपर बिठा दिया। जिस से, उसकी गाण्ड में वसीम का लण्ड पूरा घुस जाए।
इतने में ही, सलमा चीख पड़ी।
अहह… आ आआ आ आआ आ आआ आ आआ आ आआ आ आअह्ह्ह्ह्ह ह्ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह… ये तो, मेरे पेट तक घुस गया…
ओह म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्…
मैंने कहा – रानी, ये तो ट्रेलर था… पिक्चर तो अभी बाकी है… अभी से, घबराने लगी तो आगे क्या होगा… अभी मैंने अपना डंडा नहीं घुसाया, तुम्हारे इस प्यारी सी गीली चूत में… कुछ देर पहले ही चिल्ला रही थीं… जल्दी चोदो… अब रहा नहीं जाता… अब तैयार हो जाओ, एक साथ दो लण्ड अपने दोनों छेद में लेने के लिए…
इतना कहने के बाद, मैंने सलमा के पैरों को थोड़ा फैलाया और लण्ड को हाथ में पकड़ के तेज़ झटके के साथ, एक ही बार में फ़ुद्दी को चीरते हुए घुसा दिया…
सलमा फिर से चीख पड़ी – उई माँ आआ आ आआ… आअ म आ आ अ रर्रर गा आ आ ई यई ई ई ई ईई ईई ई ईई ई मईईई री ई ई ईई ई ईई ई ईई ई ई… ऊ ऊ ऊ ऊ… चूत त्त्त्त्त् त्त्त्त्त् त्त्त्त्त् त्त्त्त्त् त्त्त्त्त् त्त्त्त्त् त्त्त्त्त् त्त्त्त्त् त्त्त फट गा इि ई ई ई ई ई ई ई ई ई… ज़रा धीरे… बहुत, दर्द हो रहा है…
मगर हम कहाँ मानने वाले थे.. !! .. !!
मैंने वसीम से कहा – चल यार, शुरू हो ज़ा… आज दिखा देते हैं, इस साली को के चुदवाना किसे कहते हैं… इसके अंदर बहुत गरमी है, ना… आज, सारी गरमी निकाल देंगे…
ये सुनते ही, हम दोनों ने एक साथ चोदना शुरू कर दिया।
मैंने सलमा के दोनों पैरों को पकड़ा और दनादन चूत चोदने लगा…
मेरे साथ साथ, वसीम भी नीचे से उसी स्पीड से गाण्ड में अपना लण्ड भरता गया।
बेड पर जो गद्दा पड़ा था, वो बहुत मोटा और मुलायम स्प्रिंग जैसा था।
इसीलिए, वसीम को आसानी से तेज़ तेज चोदने में कोई दिक्कत नहीं हो रही थी।
हम दोनों भेड़िए की तरहा, सलमा के ऊपर टूट पड़े और बिना रुके उसकी गाण्ड और चूत की धज़ियाँ उड़ाने लगे.. !!
हमारे चोदने की स्पीड इतनी थी के सलमा की मुँह से चीख और आखों से आँसू निकल रहे थे।
उस वक़्त मानो, सलमा के दोनों छेद पर बिजली गिर पड़ी थी.. !!
मैं अपने लण्ड को पूरा बाहर खींच के ज़ोर के झटके के साथ, अंदर घुसाने में लगा था।
वसीम, उसकी दोनों चूचियों को पकड़ के ज़ोर ज़ोर से गाण्ड को चोद रहा था।
सलमा चिल्ला चिल्ला के कह रही थी – अह ह ष्हस्स्स्स्स स्स… ओह, बहुत दर्द हो रहा है ई ई ई… ज़रा आ आ आ आ आ धीरे ई ई ई ई…
मैं उसके मुँह को किस कर रहा था और जीभ को चूस रहा था.. !! जिस से, उसकी आवाज़ बाहर तक सुनाई ना दे क्यूंकि वो बहुत जोर से चिल्ला रही थी.. !!
करीब 8-10 मिनट तक, हम दोनों ने सलमा को इसी तरहा चोदा…
फिर हम रुके और उसे बेड पर लिटा दिया और उसकी दोनों चूचियों को चूसने लगे…
साथ ही साथ, हम दोनों उसकी चूत को रगड़ रहे थे.. !! ताकि, वो और ज़्यादा गरम हो जाए और उसका दर्द थोड़ा कम हो ज़ाये तो हम उसे फिर से चोद सकें.. !!
वसीम, उसके लिप्स को भी चूस रहा था।
सलमा ने कहा – पता नहीं, आज मैं ज़िंदा रहूंगी या नहीं… मेरा तो पूरा बदन दर्द से कांप रहा है… पता नहीं, तुमने जिन जिन लड़कियों को ऐसे चोदा है उन सब की क्या हालत हुई होगी… क्यूंकि, मैं तो जवान लड़कियों की माँ हूँ और पिछले 20-22 सालों से चुदवा रही हूँ और मेरी ये हालत है तो उनका क्या हुआ होगा… तुम दोनों तो ऐसे चोद रहे हो, जैसे कोई ड्रिल मशीन दीवार में छेद करती है… आज से पहले मैंने वसीम का ये रूप कभी नहीं देखा था… शायद, तुम साथ हो इस लिए ये आज ऐसे चोद रहा है… मैं तो कभी कभी दिन में 2-3 बार तक इस से चुदवाती हूँ, मगर तब ये आराम से चोदता है… लेकिन, आज तो मानो इसके अंदर तुम्हारा भूत घुस गया है, विनय… कुछ देर पहले, जब तुमने मुझे अकेले चोदा था तो ऐसे ही लगा था मुझे, उस वक़्त… मगर, अभी तो एसा लग रहा है के जैसे दो विनय मुझे चोद रहे हैं…
|