RE: Maa Chudai Story सौतेली माँ से बदला
फिर, हम तीनों बहुत देर तक यूँही लेटे रहे.. !!
मैं और वसीम, उसके दोनों बूब्स को सहला रहे थे।
वो, हमारे नंगे बदन पर हाथ घुमा रही थी।
उसकी गाण्ड और चूत सूज गये थे.. !! .. !! दूध के निप्पल भी, सूज के लाल हो गये थे.. !! .. !!
सलमा ने कहा – ये चुदाई तो मैं जिंदगी में कभी नहीं भूल पाऊँगी… मेरे जिस्म का एक एक हिस्सा, दर्द से फटा जा रहा है… गाण्ड और चूत की तो छोड़ो, ऐसा लग रहा है जैसे मेरी कमर के नीचे कुछ नहीं है… तुम दोनों, क्या चुदाई करते हो… अगर, थोड़ी देर और दोनों मिलकर चोदते तो मैं मर ही जाती…
अभी भी मेरे जिस्म में इतनी ताक़त नहीं है के मैं उठ कर बाथरूम जा सकूँ।
मैंने कहा – ये तो, होना ही था… जब भी हम दोनों, एक साथ किसी को चोदते हैं तो उसकी यही हालत होती है… एक बार तो, हम दोनों ने एक कम उम्र की लड़की को चोदा तो चुदाई ख़तम होने के बाद उसकी गाण्ड और चूत से खून निकलना बंद नहीं हुआ और वो बेहोश हो गई थी… वो लड़की, तीन दिनों तक बिस्तर से उठ नहीं पाई… उसको, बुखार हो गया था…
वसीम ने कहा – हम दोनों की जोड़ी ही ऐसी है के अगर, हम किसी रंडी को भी चोदें तो वो भी दो दिन तक बिस्तर से उठ नहीं पाएगी… यार, आज तो मज़ा आ गया, चुदाई में… बहुत दिनों के बाद, हमने ऐसी चुदाई की है…
फिर, हम दोनों ने सलमा को उठाया और बाथरूम में ले गये.. !!
वहां, हमने उसके सारे बदन को ठीक से साफ किया और हम भी फ्रेश हो गये।
रूम में आ के कपड़े चेंज किए और एक साथ तीनों सो गये।
सलमा को हमने बीच में सुलाया था।
बात करते करते, कब नींद आ गई पता ही नहीं चला।
सुबह जब उठे, तो हम तीनों का बदन दर्द से टूट रहा था.. !!
मैंने कहा – वसीम, तेरा काम तो हो गया है… अब जाने के लिए फ्लाइट के टिकट बुक करा ले… हम आज ही घर जाएँगे और वहां जा के आराम करेंगे…
ये सुनते ही सलमा बोली – नहीं, अभी तक तो हम बाहर घूमने भी नहीं गये और तुम वापस जाने की बात करते हो…
वसीम ने कहा – वैसे, विनय ठीक कह रहा है… आज ही, वापस चलते हैं नहीं तो कल जो तुम्हारी हालत हुई है… वो, फिर से हो सकती है…
सलमा ने कहा – इसीलिए तो मैं नहीं चाहती के हम आज घर वापस जाएँ… कल मुझे बहुत दर्द हुआ लेकिन, मज़ा भी उतना ही आया… ऐसा मौका, घर में कभी नहीं मिल सकता… मैं यहाँ रुक के तुम दोनों से और चुदवाना चाहती हूँ… दो लण्ड, एक साथ लेने में बहुत मज़ा आया…
वसीम ने कहा – ठीक है, तुम्हारी यही मर्ज़ी है तो हम आज रुक जाते है…
वैसे ये बात सच है के वसीम, सलमा से प्यार तो करता था.. !! इसीलिए, तो बाकी सब को छोड़ के वो सलमा को साथ लाया था.. !!
जिस दिन, उसने बदले की भाबना से उस रात सलमा को बुरी तरहा से चुदाई की थी.. !! जो की, आपने इस कहानी के पहले पार्ट में पढ़ा होगा.. !! उस दिन के बाद, वसीम के दिल में सलमा के लिए बहुत प्यार है.. !!
ठीक उसी तरहा, मुझे लगता है सलमा भी वसीम से प्यार करती है।
वो, उसे बिल्कुल एक पत्नी का प्यार देती है.. !!
अगर, वसीम की तबीयत खराब हो जाए तो वो रात रात भर नहीं सोती।
सलमा एक बहुत अच्छी औरत है।
उसने मुझे बताया था के वो, कभी नहीं चाहती थी के वसीम पिताजी उस के लिए अपनी पत्नी को छोड़ दें.. !! उसने, उनको समझाया भी था.. !! मगर, वो तो शराब के नशे में ऐसे डूबे थे की उनको कुछ समझ में ही नहीं आता था.. !!
उसके बाद, हम लोगों ने वहां दो दिन और बिताए।
सभी जगह, दिल से घूमे और सलमा को दिन रात चोदते रहे.. !!
पहले पहले, उसे दर्द हुआ.. !! मगर, बाद मैं उसे भी मज़ा आने लगा.. !!
दो दिनों तक, हमने सलमा को दिन रात 3-4 बार चोदा… …
फिर, हमने उसके एक छेद में दोनों का लण्ड डाल के चोदा… कभी गाण्ड में, तो कभी चूत में, दो लण्ड घुसाते…
ऐसे ही हमने, वो दो दिन मस्ती में बिताए और तीसरे दिन वापस आ गए।
घर आने के बाद भी कभी कभी, हम दोनों सलमा को उसी तरहा चोदते थे।
घर आने के बाद, गुलबदन मेरे पीछे पड़ गई.. !!
उसने कहा – क्या, मैं तुम्हें अच्छी नहीं लगती… जब देखो, तुम इधर उधर की बातें बना कर, मुझे टरका देते हो… मगर, आज मैं नहीं मानने वाली… कुछ भी हो, आज तुमसे चुदवा के रहूंगी… किसी को, हमारे बीच आने नहीं दूँगी…
मैंने कहा – ऐसी कोई बात नहीं है… तुम तो सभी से ज़्यादा हॉट और सेक्सी लगती हो, मुझे… मगर, अभी नहीं बाद में… मैं खुद तुम्हें अपने पास बुला लूंगा…
गुलबदन बोली – अगर, मैं तुम्हें अच्छी नहीं लगती तो कह दो… आज के बाद, कभी तुम्हारे आस पास भी नज़र नहीं आउंगी… इतना कहते कहते, उसकी आँखों में आँसू आ गये…
ये देख कर, मुझे बहुत बुरा लगा के मेरे कारण किसी को इतना बुरा लगा के वो रोने लगी।
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