RE: Desi Sex Kahani वेवफा थी वो
#63
वो पूरी शाम मैने अपने घर में अकेले बिता दी ………एक बार मेरे दिल में आया भी कि क्यों ना , क्लब चला जाए …….पर फिर मैने घर में ही आराम करने का फ़ैसला किया…….
अगले दिन सुबह , मैं हमेशा की तरह टाइम पर ऑफीस पहुँच गया …फिर वहाँ से कुछ देर बाद ही हम सब लोग बॅंक की तरफ चल दिए ……..हम सब में मेरे अलावा , मिस्टर.चौधरी , शरद , कारण , निधि , राजन और 2 और लोग थे ……
..
सुबह 11 बजे के आस-पास हम बॅंक पहुँचे …….. लक्ष्मी बॅंक , राज नगर के सबसे शानदार और व्यस्त इलाक़े , भगत सिंग चौक पर था …………यह एक 2 साइड ओपन बिल्डिंग थी ………फ्रंट में बॅंक था और उसके ही एक साइड में वॉल्ट बनाया गया था……….एंट्रेन्स में एक बड़ा सा लोहे का गेट था, जहाँ दोनो तरफ सेक्यूरिटी गार्ड्स के लिए कॅबिन्स बने हुए थे ………उसके बाद एक बड़ा सा पार्किंग प्लेस , जहाँ 2 बड़ी गाड़ियाँ ( ट्रक्स ) एक साथ खड़े हो सकते थे ……फिर उसके बाद वॉल्ट का मेन एंट्रेन्स गेट ……….
हम सब वॉल्ट के मेन एंट्रेन्स से अंदर बने हुए एक हॉल में खड़े हुए थे ……… और मैं सबको वॉल्ट की वर्किंग के बारे में समझा रहा था……..
“ मेन एंट्रेन्स से अंदर आने के लिए गेट पर एक स्पेशल औथराइजेशन लेटर दिखना पड़ेगा , जो गवर्नमेंट ऑफीस से या फिर हमारे ऑफीस से इश्यू होगा……….वॉल्ट के पर्मनेंट एंप्लायीस को भी स्पेशल आइडेंटिटी कार्ड्स इश्यू किए जाएँगे , जिसकी चेकिंग के बाद ही वो अंदर आ सकते हैं …………जहाँ हम खड़े हैं , यहाँ तक आने के लिए सिर्फ़ गेट पर ही अपनी आइडेंटिटी प्रूव करनी पड़ेगी , पर इसके आगे वही जा सकता है , जिसको यहाँ के सारे गेट्स के पासवर्ड्स मालूम होंगे ……..”
फिर मैं सामने बने हुए एक बड़े से दरवाज़े के पास पहुँचा ….वहाँ पर एक मशीन लगी हुई थी , ठीक वैसी ही जैसी अटेंडेन्स मशीन्स होती हैं , पर उस से थोड़ी बड़ी ………..मैने अपनी जेब से एक कार्ड निकाला और उस मशीन के सामने ले गया ………तुरंत ही स्क्रीन पर पासवर्ड रिक्वाइयर्ड लिखा हुआ आने लगा …….मैने 5 डिजिट का एक पासवर्ड डाला , और फिर एक हल्की सी आवाज़ के साथ , लोहे का बना हुआ दरवाज़ा एक साइड में सरकने लगा …………..
हम सब उस दरवाज़े से अंदर आ गये ………..यह भी एक और बड़ा हॉल था , जिसकी 3 साइड्स में 12 दरवाज़े बने हुए थे , सबके बाहर वैसी ही मशीन्स लगी हुई थी , जैसी बाहर लगी हुई थी ………
“ फ्रेंड्स…………जैसा कि आपने बाहर देखा , एक स्पेशल कार्ड और पास्वोर्ड से ही यह सारे दरवाज़े खोले जा सकते हैं ……..ऐसा ही यहाँ भी है , हर एक दरवाज़े के लिए अलग अलग कार्ड और अलग अलग पासवर्ड …….कुल मिलाकर 13 अलग अलग पासवर्ड्स और कार्ड चाहिए सारे वॉल्ट्स को खोलने के लिए ….. हर एक दरवाज़े के अंदर की साइड में भी सेम ऐसी ही मशीन्स लगी हुई हैं ….आप हर एक मशीन के लिए टाइमर सेट कर सकते हैं ………..फॉर एग्ज़ॅंपल , अगर आपने 5 मिनिट का टाइम सेट किया है तो , 5 मिनिट के बाद वो पर्टिक्युलर दरवाज़ा अपने आप बंद हो जाएगा , और फिर अंदर से उसे कार्ड्स की हेल्प से ही खोला जा सकेगा …… ”
फिर मिस्टर.चौधरी ने मेरे हाथ से एक कार्ड लिया और मैने उनको , उस कार्ड से रिलेटेड वॉल्ट के सामने खड़ा कर दिया …..उन्होने कार्ड को मशीन पर टच किया और फिर पासवर्ड माँगने पर , मेरे द्वारा दिया गया प्व उसमें फीड कर दिया………एक हल्की सी आवाज़ हुई और वॉल्ट की दीवार एक साइड में खिसक गयी ………..
“ वेरी गुड जॉब राजीव ………………सीम्स वेरी इंप्रेस्सिव “ मिस्टर.चौधरी ने कहा…..
“ थॅंक्स सर …… “ मैने कहा…
अगला क्वेस्चन राजन ने किया ………. “ इसका मतलब , वॉल्ट ओपन करने के लिए जो भी यहाँ आएगा , उसको 13 अलग अलग कार्ड्स साथ लाने पड़ेंगे , और 13 पासवर्ड्स भी याद करने पड़ेंगे ………..? “
“ जी हां …..अगर सारे वॉल्ट्स खोलने हैं तो ……और अगर कुछ ख़ास वॉल्ट्स ही खोलने हैं , जैसा की आम तौर पर होता है , तो फिर उन वॉल्ट्स से रिलेटेड कार्ड्स और पासवर्ड्स ही चाहिए…….” मैने उनको समझाया ………
“ और कोई तरीका , जिसस से सारे वॉल्ट्स एक साथ खुल जायें ? “ इस बार शरद ने सवाल किया ………
“ जी हां ……..एक मास्टर पास्वोर्ड भी है , जो एक साथ सारे वॉल्ट्स खोल सकता है ……..उस के लिए आपको इस लॉकर को खोलना पड़ेगा “
मैने कहा और एक तरफ दीवार में बने हुए एक छोटे से होल में हाथ डाल दिया ………यह होल डोर से बहुत मुश्किल से दिखाई पड़ता था………अंदर एक लीवर लगा हुआ था , जिसको घुमाते ही एक छोटा सा दरवाज़ा खुल जाता था ……..और दीवार के अंदर एक 2’X 2” का लॉकर नज़र आने लगता था……….यहाँ भी एक मशीन लगी हुई थी …….मैने एक 10 डिजिट का पासवर्ड इस मशीन में डाला और फिर एक साथ सारे वॉल्ट्स खुलते चले गये ……………….
फिर मैं एक और बटन दबाया …और सारे वॉल्ट्स अपने आप बंद हो गये ………..
“ इसका मतलब , जिस आदमी को इस लॉकर का पासवर्ड पता है , वो सारे वॉल्ट्स खोल सकता है ……..? “ शरद ने अगला सवाल किया …………..
“ जी हां….” मैने सहमति में सर हिलाया……….
“और यह पासवर्ड किसके पास रहेगा ? “
“ फिलहाल तो सिर्फ़ मेरे पास है ……….वॉल्ट हॅंडोवर करने के बाद हम यह पास्वोर्ड इस के ओनर्स को दे देंगे , जो भी वहाँ पर हाइयर अतॉरिटी होगा ………और एमर्जेन्सी के लिए यह हमारे पास भी रहेगा ………. “ मैने कहा………
“ पर सिर्फ़ तुम्हारे पास ही क्यों …….?.” यह सवाल भी शरद की तरफ से ही आया ……….
“ आपने शायद मेरी बात सही से नही सुनी मिस्टर.शरद ……..मैने कहा , फिलहाल मेरे पास है ………..आगे जैसा सब डिसाइड करेंगे ……” मैने मुस्कुराते हुए जवाब दिया ………..
फिर वहाँ मौजूद सब लोग एक-एक करके वॉल्ट्स को खोल कर चेक करने लगे ……….फिर राजन ने एक और सवाल किया ……….
“ राजीव………..अगर कोई ज़बरदस्ती इन वॉल्ट्स को खोलने की कोशिश करे तो ? आइ मीन रॉबरी ?
“ उसके लिए भी पहले तो बाहर मौजूद 12 गौरड़स से निबटना पड़ेगा ……….जो आगे और भी ज़्यादा बढ़ाए जा सकते हैं ………फिर बिना पासवर्ड्स और कार्ड्स के कोई इन वॉल्ट्स को खोल भी नही सकता ……. इस पूरे हॉल की सारी दीवारें , 3” मोटी स्पेशल स्टील शीट से बनी हुई है ……...जिसको काटना भी एक बड़ा काम है ……..” मैने समझाया ……
“ पर अगर कोई ज़बरदस्ती करना चाहे तो ……….आइ मीन गॅस कटर वग़ैरह यूज़ करके ?”
“ सबसे पहले तो इन में से किसी भी दीवार को अगर ज़बरदस्ती काटने की कोशिश की जाएगी तो एक अलार्म पास वाले पोलीस स्टेशन में बज जाएगा ……. एक एक वॉल्ट काटने में कम से 2 घंटे लग जाएँगे ………….और पोलीस को यहाँ पहुँचने में सिर्फ़ 10 मिनिट …………...इसके अलावा बहुत छोटे छोटे CCटV कॅमरास इन वॉल्स में छुपे हुए हैं , जो वाई-फाइ से कनेक्टेड है …………कोई भी आदमी , जिसको इस वाई-फाइ राउतर की आक्सेस मिली होगी , अपने घर पर बैठे हुए ही यहाँ की लाइव पोज़िशन चेक कर सकता है ………..अगर चाहें तो पोलीस स्टेशन में भी एक मॉनिटर लगाया जा सकता है ” मैने मुस्कुराते हुए जवाब दिया ………….
“ इसका मतलब यह वॉल्ट बिल्कुल सेफ है ………….? “ मिस्टर.चौधरी ने सवाल किया ……
“ जी हां सर ……..ऑलमोस्ट “ मैने कहा ….” लेकिन कोई अगर सर पर कफ़न बाँध के , मरने के इरादे से ही आ जाए तो फिर मालूम नही वो क्या कर सकता है …….”
फिर उसके बाद सब लोग क्वेस्चन्स करते रहे और मैं उनके जवाब देता रहा ………
|