RE: Desi Sex Kahani वेवफा थी वो
#65
कुछ देर मैं खाली बैठा सोचता रहा कि मुझे क्या करना चाहिए ……वॉल्ट का काम कंप्लीट हो चुका था और मैं अब लगभग फ्री था…….फिर मैने नेहा का फोन लगाया………उसके फोन उठाने पर मैं बोला ……..
“हाई नेहा ………..”
“हेलो राजीव…………कैसे हो “
“फाइन…..तुम बताओ, तुम्हारी तबीयत अब कैसी है ? “
“मैं ठीक हूँ राजीव ……..” उसने कहा ……
“ तो फिर आज शाम को मिल रही हो ? “
“ह्म………आज शाम के बारे में कुछ कन्फर्म नही बता सकती राजीव ……..आज मेरी एक आंटी आने वाली है , देल्ही से ……..तो शायद …” उसने अपनी बात अधूरी छोड़ दी , मेरे खुद समझने के लिए ……….
“तो अपनी आंटी से मुझे नही मिलवाओगी ? “ मैने मज़ाक में पूछा….
“ अभी नही राजीव …………..जब तक कुछ फाइनल ना हो जाए , तब तक नही …..”
“ इट्स ओके नेहा ……..अगर फ्री हो जाओ तो फोन कर देना……….बाइ” मैने कहा और फिर फोन डिसकनेक्ट कर दिया………
“ फिर मैने अपना लॅपटॉप ऑन किया और कुछ पेंडिंग वर्क्स निबटाने लगा ………..अभी मुझे 25 मिनिट ही हुए थे कि मेरा फोन फिर से बजने लगा………मैने रिसीवर उठाया , यह मिस्टर.चौधरी की आवाज़ थी …….
“ हेलो !!.........राजीव ……”
“यस सिर ……..?” मैं अलर्ट आवाज़ में बोला …….
“ तुमसे एक काम था बेटा............कल प्रिया ने मुझे बताया था कि घर का CCटV सेक्यूरिटी सिस्टम काम नही कर रहा है ……..उसने कुछ स्पेशलिस्ट्स को भी दिखाया था , पर उसने भी प्राब्लम सॉल्व नही हुई ………….फिर मुझे अभी याद आया कि हमारे अपने पास एक एक्सपर्ट है जो इस प्राब्लम को हॅंडल कर सकता है …….. “ उन्होने हंसते हुया कहा …….” इफ़ यू डॉन’ट माइंड , क्या तुम देख सकते हो ?”
“ इट्स ओके सर…………मैं चेक कर लूँगा …….. “ मैने कहा ….
“ थॅंक्स राजीव ………तुम प्रिया से ही बात कर लेना , मैं तो अभी देल्ही के लिए निकल रहा हूँ “ उन्होने कहा और फोन डिसकनेक्ट कर दिया ………
“ चलो…! कोई तो काम मिला “ मैने मन ही मन सोचा और फिर अपने कॅबिन से बाहर निकल कर , प्रिया के ऑफीस की तरफ चल दिया ………
प्रिया के ऑफीस के सामने जाकर मैं नॉक किया और दरवाज़ा खोल कर अंदर झाँका …वो अकेली ही बैठी थी और कुछ काम कर रही थी ..
मुझे देख कर उसने मुस्कुराते हुए कहा …” ओह ..राजीव ……आओ , बैठो प्लीज़ “
मैं उसके सामने बैठ गया और फिर बोला “ प्रिया ……..सर ने अभी मुझे बताया कि घर के सेक्यूरिटी सिस्टम में कुछ प्राब्लम आ रही है ……..उस ही के सिलसिले में मैं यहाँ आया था……….”
प्रिया, मिस्टर.विजय चौधरी की एकलौती बेटी ………….उमर लगभग मेरे ही बराबर थी , लंबा कद , तीखे नैन नक्श , कुल मिलाकर एक अट्रॅक्टिव पर्सनॅलिटी ….बस रंग थोड़ा सा दबा हुआ था ………..मैं उसके साथ बहुत ही कम बात करता था , और वो खुद भी ज़्यादा बात करने वालो में से नही थी ……..
उसने अपना लॅपटॉप बंद किया और फिर मेरी तरफ देखती हुई बोली ….” तुम्हे तो मालूम ही है कि घर पर सीसीटीवी कॅमरास लगे हुए हैं , और साथ में एक अड्वान्स मॉनिटरिंग सिस्टम भी लगा हुआ है , जिसमें इंटरनेट के थ्रू सारे कॅमरास की लाइव पोज़िशन चेक की जा सकती है ……….पिच्छले 3-4 दिनो से कुछ प्राब्लम आ रही है , कनेक्षन्स चलते चलते अचानक डिसकनेक्ट हो जाता है …… मैने सर्विस सेंटर में भी कॉल किया था , उन्होने आकर चेक भी किया पर फॉल्ट नही पकड़ पाए ……….”
“ ठीक है ………आप मुझे सर्विस सेंटर वालो का नंबर दे दीजिए , मैं उनसे बात कर लेता हूँ ………अगर ज़रूरत पड़ी तो घर जाकर चेक भी कर लूँगा ……..” मैने कहा …….
“ थॅंक्स राजीव …..” उसने कहा और फिर अपने साइड वाली ड्रॉयर में से निकाल कर एक कार्ड मेरी तरफ बढ़ा दिया “ यह उनका नंबर है ……..तुम बात कर लेना “
“ थॅंक्स प्रिया …………….मैं बात कर के आपको बताता हूँ “ मैने कहा और उठ कर बाहर आ गया और अपने कमरे की तरफ चल दिया …………
अपने कॅबिन में आकर , मैने प्रिया के दिए हुए नंबर पर कॉल की ….उनके सर्विस इंजिनियर से मैने बात करी और प्राब्लम को समझा ……….फिर मैने उसको कुछ सजेशन्स दिए , और कहा कि मेरे बताए हुए चेंजस करके देखे …..अगर प्राब्लम सॉल्व होती है तो ठीक है , नही तो फिर कोई दूसरा तरीका देखेंगे …………..
फिर मैं अपने काम में बिज़ी हो गया……..शाम को 5.30 बजे तक मैं ऑफीस में ही बैठा रहा ….फिर जब मैं बोर होने लगा तो अपना बॅग पॅक किया और उठ कर नीचे आ गया ………मिस्टर.चौधरी की दी हुई रिवॉल्वर भी मेरे पास ही थी , जिसको मैने अपनी गाड़ी के डॅशबोर्ड में डाल दिया ……………मैने अपनी गाड़ी बाहर निकाली और फिर अपने घर की तरफ चल दिया…………
मैं धीरे धीरे कार ड्राइव कर रहा था………मैं बिककूल खाली था ………..और क्योंकि नेहा मेरे साथ नही थी , इसलिए तन्हा भी …….मेरा अभी घर जाने का मूड नही था , पर कोई और जगह भी मुझे समझ में नही आ रही थी , जहाँ मैं जा सकूँ ……….फिर मैने क्लब जाने का फ़ैसला किया …….
अपने घर पहुँच कर , मैने थोड़ी देर आराम किया और फिर कपड़े चेंज कर के क्लब की तरफ चल दिया …………..मैने अभी गाड़ी स्टार्ट ही की थी कि , मेरा मोबाइल बजने लगा ………मैने देखा , प्रिया की कॉल थी ………मैने कॉल रिसीव की ……..
“हेलो ……”
“ राजीव ……..सॉरी तुम्हे डिस्टर्ब कर रही हूँ “
“कोई बात नही प्रिया ……”
“मैने पूछने के लिए फोन किया था , कि तुम्हारी सर्विस सेंटर पर क्या बात हुई ? “ उसने पूछा ………..
“ मैने उनके इंजीनियर से डिसकस कर लिया था ,और उनको कुछ सजेशन्स भी दिए हैं ……..अभी मैं रॉयल क्लब जा रहा हूँ , वापस आकर फिर से कन्फर्म कर लूँगा ………” मैने उसको समझाया
“इट्स ओके राजीव …………..कोई जल्दी नही है “ उसने कहा और फोन डिसकनेक्ट कर दिया…..
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