RE: Desi Sex Kahani वेवफा थी वो
#75
एक और रात यूँ ही गुज़र गयी ……….फिर वही रुटीन वर्क ……..मैं सुबह तय्यार होकर ऑफीस पहुँच गया था ………..मुझे मालूम था की आज का दिन बहुत ज़्यादा बिज़ी होने वाला है …………….
ऑफीस पहुँचते ही मैं मिस्टर.चौधरी से जाकर मिला ……..वॉल्ट का फाइनल इनस्पेक्षन आज था , और टीम बस पहुँचने ही वाली थी ……..उन्होने मुझे से कहा कि मैं अपनी टीम के साथ बॅंक पहुँच जाऊं ……..
मैं , निधि और 2 स्टाफ के मेंबर्ज़ को साथ लेकर बॅंक पहुँच गया ……….सब कुछ पहले से चेक किया हुआ था …….फिर भी मैने एक और बार चेक किया ………सब कुछ पर्फेक्ट था , ऐज यूषुयल …………..
लगभग 1 घंटे बाद डेलिगेशन ( इनस्पेक्षन टीम) आ गयी …..और उसके कुछ देर बाद ही मिस्टर.चौधरी भी …………….टीम अपना काम करती रही ……एक एक आदमी ने हर एक वॉल्ट को खोल कर चेक किया , सारे कार्ड्स और पासवर्ड्स मैने उनके हॅंडोवर कर दिए ……….लगभग 2 घंटे तक इनस्पेक्षन चलता रहा और फिर आख़िर में , जैसा कि हम सब को उम्मीद थी …….उन्होने वॉल्ट को अप्रूवल दे दिया ………हम सब बहुत खुश थे …….और सबसे ज़्यादा मिस्टर.चौधरी ……..उनका एक और ड्रीम प्रॉजेक्ट आज पूरा हो गया था …….और उनकी खुशी को देख कर मैं भी बहुत रिलॅक्स फील कर रहा था …………….
हमने वॉल्ट को हॅंडोवर कर दिया ………उन्होने हमें बताया कि इस ही हफ्ते में , या नेक्स्ट वीक ..गोल्ड का एक स्टॉक यहाँ ट्रान्स्फर कर दिया जाएगा ……उसके बाद पूरा डेलिगेशन वापस ऑफीस आ गया ……..वहाँ उनके लिए एक लंच अरेंज किए गया था ……… लंच के बाद, करीब 3 बजे के आस-पास वो लोग वापस लौट गये …….और मैं भी मिस्टर.चौधरी से विदा लेकर , अपने कॅबिन में आ गया …….एक ख़ास बात यह थी कि आज सुबह से ही शरद कहीं भी नज़र नही आ रहा था ………ना ऑफीस में , ना बॅंक में और ना ही किसी मीटिंग में ……
एक और प्रॉजेक्ट ख़तम हो चुका था …….और आज की बोर्ड मीटिंग में शायद यह डिसाइड होना था कि अब मुझे आगे क्या करना है
………अभी तक मिस्टर.चौधरी ने मुझे कोई हिंट नही दिया था ……..पर इतना तो उनकी बातों से मैं समझ ही चुका था की वो मुझे एक बड़ी रेस्पॉन्सिबिलिटी सौंपना चाहते थे ……..
ठीक 5 बजे में कान्फरेन्स रूम में पहुँच गया …………मुझ से पहले ही वहाँ काफ़ी लोग मौजूद थे ……..मिस्टर.अनिल चौधरी , प्रिया , निधि , और कंपनी के अन्या 6 डाइरेक्टर्स , जो कंपनी के मेजर शेर होल्डर्स में से थे ……… मेरे पहुँचने के बाद यह गिनती अब 10 हो गयी थी ……और उसके अलावा करीब 5 लोग और , जो ऑफीस स्टाफ में से थे ..……. ……..अब सिर्फ़ 2 लोग बाकी रह गये थे …….हॉल में बिल्कुल खामोशी थी , सब लोग बिल्कुल खामोश बैठे हुए इंतेज़ार कर रहे थे ……
फिर करीब 5 मिनिट के बाद पहले शरद और उसके बाद मिस्टर.चौधरी वहाँ पहुँचे ………शरद के चेहरे पर एक चमक सी दिखाई पड़ रही थी ………..और मिस्टर.चौधरी के चेहरे पर परेशानी के भाव ……
मिस्टर.चौधरी ने अपनी सीट संभाली , और फिर बोलना शुरू किया …………..
“फ्रेंड्स …………मैं आज की यह बोर्ड मीटिंग एक ख़ास वजह से बुलाई है ………जैसा कि आप लोग जानते है , हमने बहुत दिनो पहले एक सपना देखा था , एक ऐसा बॅंक शुरू करने का जो अपने आप में यूनीक हो ………आज से कुछ महीने पहले हमने ऐसा एक बॅंक शुरू भी कर दिया …….जिसको हिन्दुस्तान के सबसे सेफ बाँक्स में गिना जाता है .............और जल्द ही हमारे इस बॅंक की ब्रॅंचस हिन्दुस्तान के 10 बड़े शहरो में खुलने जा रही हैं……….”
सब लोगो ने टेबल्स को थप-थपा कर चियर किया ………….
वो आगे बोलते रहे “ उसके बाद हम लोगो ने एक और प्रॉजेक्ट हाथ में लिया …….गूवरमेंट गोल्ड रिज़र्व के लिए वॉल्ट्स तय्यार करने का ………दोस्तो , हमने ना सिर्फ़ रेकॉर्ड समय में वॉल्ट को तय्यार कर लिया है ….बल्कि आज गवर्नमेंट के एक डेलिगेशन टीम ने उसको अप्रूव भी कर दिया है ……….जैसा कि मुझे उम्मीद है …….इस साल के एंड तक हमारे इस वॉल्ट में करीब 50 टन गोल्ड रिज़र्व आ जाएगा ………जिसकी मार्केट कॉस्ट करीब 110 बिलियन होगी…………..हमारे कांट्रॅक्ट के हिसाब से हमें इसका 1% पर अन्नुम आस रेंट मिलेगा ………..यानी 110 क्रोरे रुपीज़ पर एअर ………..”
एक बार सब ने फिर से टेबल्स को थप-थपा कर चियर किया ……….फिर मिस्टर.चौधरी ने अपने सामने रखे हुए गिलास से पानी पिया और आगे बोलने शुरू किया ……….
“दोस्तो इस सारी कामयाबी में जिस एक आदमी का सबसे बड़ा रोल है , वो है राजीव …………” उन्होने मेरी तरफ इशारा किया और सबने इश्स बार ताली बजाकर मुझे विश किया ……….
“ राजीव , अभी तक लक्ष्मी बाँक्स का वाइस चेर्मन है ………अब मैं चाहता हूँ कि राजीव को इश्स कंपनी की कमान सौंप दी जाए ….मैं उसको लक्ष्मी बॅंक का चेर्मन डिक्लेर करता हूँ ………………”
फिर से सब ने टेबल्स को थप-थपा का उनके इस प्रपोज़ल को सपोर्ट किया ……….पर इस बार , पहले की अपेक्षा आवाज़ हल्की थी ………..जाहिर था सब लोग उनके इस प्रपोज़ल से खुश नही थे …………..और फिर वही हुआ जिसकी मुझे उम्मीद थी , और मिस्टर.चौधरी को भी …………………शरद ने अपना हाथ उठा कर बोलने की पर्मिशन माँगी ……..
“ यस ….मिस्टर.शरद ……..कुछ कहना चाहते हो ? “ मिस्टर.चौधरी ने पूछा ………हालाँकि वो जानते थे कि शरद क्या कहना चाहता है …….
“ जी हां सर ………….” कुछ देर रुक कर उसने आगे कहा “ जैसा कि मैं जानता हूँ , और यह पहले भी डिसाइड हुआ था …….कंपनी का चेर्मन सिर्फ़ चौधी परिवार से ही हो सकता है ……….बाहर वाला नही …….”
“यू आर राइट शरद…………पर यह सिर्फ़ ग्रूप के चेर्मन के लिए डिसाइड किया गया था……..मैने जो प्रपोज़ल दिया है , वो सिर्फ़ एक कंपनी के लिए है …..लक्ष्मी बॅंक्स ………” मिस्टर.चौधरी उसको समझाते हुए बोले ……..
“ पर फिर भी …….यह भी एक रूल है कि अगर बोर्ड ऑफ डाइरेक्टर्स में किसी बात पर, किसी एक मेंबर को ऐतराज़ हो तो , उसके लिए वोटिंग होनी चाहिए ………..” शरद ने मुस्कुराते हुए कहा ……और फिर एक निगाह सारे डाइरेक्टर्स की तरफ दौड़ाई ……सभी लोग धीरे से अपना सर हां में हिला रहे थे ………….
कुछ देर वहाँ शांति छा गयी…….फिर मिस्टर.चौधरी ने कहा ……
“ठीक है ………..अगर आप लोग वोटिंग चाहते हैं तो , यही सही ………..मैं राजीव को लक्ष्मी बॅंक की चेर्मनशिप के लिए प्रपोज़्ड करता हूँ ……………आप में से कितने लोग इसके खिलाफ हैं , प्लीज़ अपने हाथ ऊपर कर दीजिए ………..”
जाहिर था , सिर्फ़ डाइरेक्टर्स ही वोटिंग कर सकते थे ………स्टाफ मेंबर्ज़ नही ……..
सबसे पहले शरद ने अपना हाथ ऊपर किया , फिर मिस्टर.अनिल चौधरी ने ……..फिर एक डाइरेक्टर ने ….और फिर उसके बाद 1 और ने ………मेरे अलावा , 7 हाथ अभी भी नीचे थे …..और फिर वो हुआ जिसकी मुझे उम्मीद नही थी , और शायद मिस्टर.चौधरी को भी ……प्रिया ने भी अपना हाथ ऊपर कर दिया …….अब कुल मिलकर 5 वोट मेरे अगेन्स्ट थे ……..और क्योंकि मिस्टर.चौधरी ने अपना वोट अभी यूज़ नही किया था , 5 मेरे फेवर में ………
मिस्टर.चौधरी के चेहरे पर निराशा सॉफ दिख रही थी ……… जो काम उन्होने कभी नही किया था , वो उन्हे आज करना पड़ सकता था ……….ऐज आ चेर्मन , उन्होने कभी अपनी वोटिंग पवर को यूज़ नही किया था , क्योंकि उनका हर फ़ैसला , सब को मंजूर होता था ……..पर आज बिल्कुल उल्टा हुआ था …….वो हार गये थे , और वो भी अपनी खुद की औलाद की वजह से ………….
मैं आज जिस जगह पर बैठा हुआ था , वो उन्ही की दी हुई थी …….अगर वो ना होते , तो ना जाने मैं कहाँ होता ……और मेरी वजह से ही उन्हे यह दिन देखना पड़ रहा था ………मैने तुरंत फ़ैसला कर लिया कि मैं उनको वोट नही करने दूँगा …….क्यों कि उनके वोट से मैं ज़रूर जीत जाता , पर बाकी सब की निगाह में यह मिस्टर.चौधरी की एक हार होती …….मैने हाथ ऊपर उठाया और बोला ……
“एक्सक्यूस मी सर ………………"
"हां बोलो राजीव ...........कुछ कहना चाहते हो ? " उन्होने पूछा
"सॉरी टू से , पर मैं नही समझता कि मैं अभी इस रेस्पॉन्सिबिलिटी को संभालने के लायक हूँ ………अभी मैं जिस पोज़िशन पर हूँ , वही मुझे काफ़ी बिज़ी रखती है ………..इस से ज़्यादा ज़िम्मेदारी शायद मैं नही संभाल पाऊँगा ………..इसलिए इस प्रपोज़ल को आप प्लीज़ वापस ले लीजिए …………”
पूरे हाल में शांति छा गयी …………प्रपोज़ल वापस लेने की सूरत में , वोटिंग कॅन्सल मानी जानी थी ……और वो कभी भी कंपनी के किसी रेकॉर्ड में नही आनी थी ……….
मिस्टर.चौधरी ने एक बार मेरी तरफ देखा ………उनकी आँखों में बे-बसी मुझे सॉफ दिखाई पड़ रही थी ……..मैं उनकी आँखों का सामना नही कर सकता था , इसलिए मैने अपना सर नीचे झुका लिया …………
“ ओके……….फ्रेंड्स , मैं अपना प्रपोज़ल वापस लेता हूँ ………मीटिंग अड्जर्न्ड ………” उन्होने कहा और फिर बहुत तेज़ी के साथ उठ कर कमरे से बाहर निकल गये ……….
मैने वहाँ मौजूद सभी लोगो की तरफ एक एक बार देखा ……….कुछ के चेहरे पर मायूसी थी , और कुछ लोग बिल्कुल शांत थे ……..पर एक ही शक्ष था जो इस समय खुश नज़र आ रहा था …….शरद ……उसने एक बार मेरी तरफ ऐसे देखा जैसे बहुत बड़ी जीत हासिल कर ली हो ………..मैं उसकी तरफ देख कर एक बार मुस्कुराया ,और फिर अपना सामान लेकर कमरे से बाहर निकल गया
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