RE: Rishton May chudai परिवार में चुदाई की गाथा
(रिंकी रमन की गोद में बैठती है लेकिन उसकी गांड में अभी भी रमन का लण्ड चुभ रहा था)
रिंकी- भैया ये चुभ रही है, आपने तो कहा था ये बैठ जायेगी, लेकिन ये तो बहुत ज्यादा टाइट हो गयी, प्लीज भैया इसे बैठाओ आप किसी भी तरह.
रमन- तू गेम खेलते रह, थोड़ी देर में बैठ जायेगी, जैसे मैं माँ को गोद में बैठाकर उछल रहा था वैसे ही उछलना पड़ेगा, तुझे परेशानी तो नहीं होगी ?
रिंकी- नहीं भैया, आप उछल लो, कोई परेशानी नहीं होगी.
(फिर रमन धीरे धीरे अपना लण्ड रिंकी की गांड में रगड़ने लगता है, रिंकी रमन की गोद में बैठकर गेम खेल रही थी)
रमन- बहना तू कितनी गोरी है, और तेरी ब्रा तेरे कन्धों पर दिख रही है बहना जो मैं तेरे लिए लाया था, तूने सही से नहीं पहनी, तभी माँ को तेरी ब्रा और पेंटी दिख गयी.
रिंकी- भैया अभी मुझे पहनना नहीं आया, धीरे धीरे सिख जाउंगी.
रमन- बहना तू बहुत मस्त है सही में, सेक्सी है.
रिंकी- भाई चुप कर, फिर शुरू हो गया, मुझे ऐसे शब्द अच्छे नही लगते, मेने पहले भी कहा था.
रमन- लेकिन जब तू परी जैसे लग रही है तो मैं बोलूंगा ही, अच्छा एक बात पूछूँ?
रिंकी- हाँ पूछो भैया.
रमन- तेरे गले में एक तिल है, उसमे मुझे किस करने का मन है कर लूँ?
रिंकी- ये भी कोई पूछने की बात है भैया, आप मेरे बड़े भैया हो, अपनी बहन को किस कर सकते हो आप.
रमन- थैंक यू बेबी, आई लव यू.
रिंकी- आई लव यू टू भैया.
(भोली भाली ** साल की पतली दुबली, गोरी चिट्टी, कच्ची कली रमन की बहन रिंकी को रमन के इरादों के बारे में पता नहीं था, उसे लगा उसका भाई उसे बहन की तरह प्यार करेगा, लेकिन रमन ने अपनी लंबी जीभ जब रिंकी के गले में फेरी तो रिंकी सिहर गयी)
रिंकी- अह्ह्ह्ह्ह ये क्या कर रहे हो भैया, आपने तो किस के लिए कहा, और आप मेरा गला चाट रहे हो.
रमन- बहना किस करने से पहले ऐसा ही करते हैं, तुझे अच्छा नहीं लगा क्या?
रिंकी- मजा आया बहुत लेकिन अजीब सा अहसास हुआ भैया पता नहीं क्यों.
रमन- तेरी उम्र में हर लड़की को ऐसा ही अहसास होता है बहना, तू गेम खेलते रह.
रिंकी- ठीक है भैया, ऐसे ही चाटना बहुत मजा आया.
(और रमन अपनी जीभ रिंकी के कान से लेकर गले से और फिर कंधे में फेरता हैं, अब रिंकी की चूत में भी पानी आने लगता है, और रिंकी को बहुत मजा आने लगता है, और रिंकी सिसकारी भरने लगती है)
रिंकी- अह्ह्ह्ह अहो हो भैया, मजा आ रहा है, अह्ह्ह्ह… ऐसा क्यों हो रहा है भैया, मुझे कुछ कुछ हो रहा है भैया. ऐसे ही करो प्लीज भैया.
रमन- तू ज्यादा आवाज़ मत निकाल मेरी सेक्सी बहना, वरना माँ आ जायेगी, तू चुपचाप गेम खेल, मैं तुझे और मजे देता हूँ.
(फिर रमन रिंकी के गले में जोरदार किस करता है और काटता भी है जिससे रिंकी चिल्लाती है और उसकी आवाज कामना के कमरे तक चली जाती है)
रिंकी- आउच… अह्ह्ह्ह… आराम से भैया.
रमन- शहह्ह्ह्ह्ह… ज्यादा आवाज़ नहीं, माँ आ जायेगी.
(तभी कामना उनके कमरे में आती है और रिंकी को रमन की गोद में देखकर चौंक जाती है)
कामना- क्या कर रहे हो तुम दोनों, इतनी आवाजें क्यों निकाल रही है रिंकी तू, क्या कर रहा था रमन?
रमन- कुछ नहीं माँ, रिंकी गेम खेल रही थी तो आउट हो गयी…
रिंकी- हां और मेरे आउट होने पर भैया ने मेरे गले में काट दिया, हा हा हा
कामना- रिंकी ये अच्छी बात नहीं है, भैया की गोद में ऐसे नहीं बैठते, जाओ अपने बेड पर.
रिंकी- क्यों, आप भी तो बैठे थे, मैं क्यों नही बैठ सकती.
कामना- तू मानेगी नहीं मतलब, शैतान लड़की…
रमन- माँ, बैठे रहने दो उसे, उसका मन है, गेम खेलकर उठ जायेगी, आप अपने कमरे में जाओ.
कामना- माँ की बात नहीं मान रहे हो तुम दोनों, तुम्हारे जो मन में वो करो, और सुन रमन आज मेरे कमरे में ही सोना, तेरे कमरे का पंखा ख़राब है, और जल्दी सोने आ जाना.
रमन- ठीक है माँ, मैं आता हूँ.
(कामना चली जाती है और रमन की जान में जान आती है और रिंकी और रमन दोनों हंसने लगते हैं)
रिंकी- कैसे चिल्ला रही थी चुड़ैल की तरह हा हा हा.
रमन- रिंकी ऐसे नहीं बोलते माँ को.
रिंकी- मैं तो बोलूंगी, चुड़ैल, चुड़ैल चुड़ैल…
रमन- रुक तू, ऐसे नहीं मानेगी.
(और रमन रिंकी को कस कर पकड़कर बेड में पटक देता है, और दोनों की कुश्ती शुरू हो जाती है, रिंकी भी रमन को मारने में कोई कसर नहीं छोड़ती, जब रमन रिंकी पर भारी पड़ जाता है तो रिंकी रमन का लण्ड पकड़ लेती है)
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