RE: Hindi Antarvasna Kahani - ये क्या हो रहा है?
मेरा नाम क्या है ये मैं आपको बाद में बताऊंगा पर पहले थोडा बाकी लोगो के बारे में भी बता देता हूँ
60 का दशक, कहानी शुरू होती है, भारत के बीचो बिच बसे मध्य प्रदेश के एक छोटे से गाँव करमपुर से, लगभग एक हज़ार लोगो की आबादी वाला वो छोटा सा गाँव भारत के अन्य गाँवो की तरह ही उस समय जीवन जीने की जरूरी सुविधाओं से महरूम था, पुरे गाँव में कोई स्कूल नही था या ये कहें की आस पास के 4-5 गाँवो में भी कोई स्कूल नही था, और यही वजह थी कि पुरे गाँव में एक भी आदमी पढ़ा लिखा नही था, सिवाय लाला रोशन लाल को छोडकर, गाँव में कोई हॉस्पिटल नही था, सिर्फ एक वेदजी थे जो छोटी मोटी बिमारियों का इलाज अपनी जड़ी बूटियों से कर दिया करते थे, हालंकि पानी की समस्या नही थी क्यूंकि गाँव के बाहर ही एक नदी बहती थी, जहाँ से महिलाएं पानी भर लिया करती थी, बिजली तो उस समय कई शहरो में भी नही पहुंची थी तो गाँवो में तो लोगो को बिजली के बारे में कुछ पता ही नही था, गाँव के ज्यादातर लोगो का जीवन खेती करके ही चलता था, लगभग सभी लोगो के घर कच्चे और टूटे फूटे थे,
पुरे गाँव में सिर्फ और सिर्फ एक घर था जो पक्का था, क्यूंकि वो गाँव के साहूकार का था, उसकी एक पुस्तैनी हवेली थी जो इस पुरे गाँव में पक्के मकान के नाम पर एकमात्र इमारत थी, उसकी एक राशन की दुकान थी, जिस पर पुरे गाँव वालो को राशन का सामन लेने के लिए निर्भर रहना पड़ता था क्यूंकि इसके अलावा पुरे गाँव में कोई दुकान नही थी, वैसे तो उसका नाम रोशन लाल था पर गाँव के लोग उसे लालाजी के नाम से बुलाते थे,
लाला अक्सर गाँव के लोगो को कर्जा भी दिया करता था, पर ब्याज के नाम पर उनसे बड़ी ही मोटी रकम वसूलता था, लाला बड़ा ही हरामी किस्म का इन्सान था, क्यूंकि एक बार जिसने भी लाला से कर्ज लिया, वो जिंदगी भर के लिए उसका कर्जदार बना रहता था, वो गाँव वालो के अनपढ़ होने का फायदा उठाकर उनके कर्ज को कभी उतरने ही नही देता था, और बेचारे भोले भाले गाँव वाले जिन्दगी भर अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा उस लाला को ब्याज के रूप में देते थे,
लाला के परिवार के बारे में भी थोडा सा जान लेते है....
लाला रोशन लाल...... उम्र 56 साल..... इसके बारे में तो लगभग उपर बता ही दिया है....
कमला ........लाला की दूसरी बीवी.......उमर 31 साल.... लाला की पहली बीवी से कोई संतान नही हुई थी ... इसलिए लाला ने दूसरी शादी अपने से काफी छोटी लडकी से कर ली थी और अपनी पहली बीवी को अपने घर से निकाल दिया......उसकी दूसरी बीवी कमला को ऐसे शाही हवेली में रहने का बड़ा शौक था... वो अपने नोकरो पर बड़ा हुक्म चलाया करती थी.... खुद को किसी महारानी से कम नही समझती थी....
पूनम ....... कमला की बेटी......उम्र 19 साल........ अपनी माँ की तरह ही काफी नकचढ़ी है..... हमेशा बन संवरकर रहती है.. हुक्म चलाने का इसका भी कम शौक नही है......,.,.,. किसी से सीधे मुंह बात भी नही करती थी... नखरे बड़े ऊँचे थे उसके
सडको के नाम पर सिर्फ कच्चे रस्ते थे, कहीं आने जाने के लिए बैलगाडियों का इस्तेमाल होता था, इस गाँव में एक मात्र गाड़ीवान हरिया था, हरिया 45 साल का गाँव का एक भोला भाला इन्सान था, लाला से कर्ज लेकर उसने अपने लिए दो बैल खरीदे थे, जिनका इस्तेमाल वो अपनी बैलगाड़ी के लिए करता था,
अब थोडा हम हरिया के परिवार के बारे में जान लेते है,
हरिया.........45 साल का एक अधेड़ उम्र का आदमी, चूँकि गाँव का एकमात्र गाड़ीवान है इसलिए अक्सर महीने में 20-25 दिन गाँव से बाहर ही रहना पड़ता था, क्यूंकि उस ज़माने में कोई गाड़ी मोटर तो थी नही इसलिए अगर कहीं दूर की सवारी आ जाये तो मजिल पर पहुंचने में कई कई दिन लग जाते थे, लाला के कर्ज के बोझ तले दबा जरुर था पर फिर भी गुज़ारा ठीक ठाक हो जाता था,
सुधिया ......... हरिया की बीवी.......उमर 32 साल..... अपने परिवार को चलाने के लिए अपने पति का हाथ बताती थी.... हरिया जहाँ एक और बैलगाड़ी चलाकर पैसे कमाता था... वही दूसरी और सुधिया अपनी बेटी के साथ मिलकर खेती बड़ी का काम सम्भालती थी.... हरिया का खेत गाँव के थोडा सा बाहर की तरफ था... सरला अपनी बेटी के साथ मिलकर सुबह सुबह वहाँ जाती और दोपहर का खाना सुबह सुबह ही बनाकर साथ ले जाती.... पुरे दिन भर दोनों माँ बेटी मिलकर काम करते, और शाम को खेत से लोटकर घर आते
नीलू ............. हरिया का बेटी .......उमर 16 साल ......बड़ी ही खुबसूरत लडकी...... पर गरीबी के चलते अपनि इच्छाओ को दबाकर रखती है.......अपनी माँ के साथ खेती बाड़ी का काम सम्भालती है...... जैसे जैसे कहानी आगे बढ़ेगी... इसके बारे में और जानने को मिलेगा.....
हरिया का एक बड़ा भाई भी है.... रामू ......हरिया और रामू के घर एक दुसरे के ज्यादा दूर नही थे ...... रामू के परिवार की हालत हरिया से थोड़ी सी बेहतर थी..... क्यूंकि रामू लालाजी की दुकान पर नोकर का काम किया करता था..... इसलिए लाला की थोड़ी बहुत कृपा उस पर रहा करती थी..... रामू और हरिया की एक दुसरे से कम ही बना करती थी... एसा क्यूँ था ये तो आगे कहानी में आपको पता चल ही जायेगा......
पर पहले रामू के परिवार के बारे में भी हम अब थोडा सा जान लेते है....
सरला ...... रामू की बीवी..... उम्र 34 साल .... सुधिया की तरह ही ये भी खेती का काम सम्भालती है...... पर ये अपने बेटे के साथ खेती बड़ी का काम करती है... इनका खेत भी हरिया के खेत के पास था... क्यूंकि उसी खेत का बंटवारा करके दोनों भाइयों में बाँट दिया गया था.....
राजेश उर्फ़ राजू ....... रामू का बेटा....... उम्र 17 साल ...... अपनी माँ के साथ खेती का काम सम्भालता है... बाकि इसके बारे में आगे कहानी में पता चलेगा
चंदा ....... रामू की बेटी...... उमर 16 साल ....... कभी कभी अपनी माँ और भाई के साथ खेत में चली जाती है... या फिर कभी कभी अपने पिता के कहने पर लालाजी के घरवालो के कपड़े धोने का काम कर दिया करती थी....
बाकि किरदार जैसे जैसे कहानी आगे आगे बढ़ेगी वैसे आते जायेंगे, अपने बारे में भी मैं आप लोगो को जल्दी ही बताऊंगा
सुनसान सड़क थी, चारो तरफ अँधेरा फैला हुआ था, हरिया अपनी बैलगाड़ी में सवार होकर भोपाल से वापस अपने गाँव की तरफ जा रहा था, दरअसल वो किसी सवारी को भोपाल लेकर आया था और अब उसे वहां छोड़कर वो वापस अपने गाँव की तरफ जा रहा था, 4 दिन का रस्ता था, और वो पिछले 3 दिन से अपनी बैल गाड़ी में बैठकर वापस करमपुर की तरफ आ रहा था,
हरिया अपनी मस्ती में लालटेन की रौशनी में बैठा बैलगाड़ी को हांके जा रहा था, कि तभी अचानक उसे उस कच्ची सी सडक के बाजु में कुछ हलचल सी नजर आई.... पहले तो वो बहुत ही डर गया क्यूंकि उस समय भूतो चुडैलो में लोगो का काफी अन्धविश्वास हुआ करता था.. पर फिर उसने थोड़ी सी हिम्मत की और थोडा सा और पास गया.... जैसे ही वो थोडा करीब पहुंचा उसकी नज़र झाड़ियो के बिच उलटी पड़ी एक टूटी फूटी कार पर जा गिरी.... कार को देख कर लग रहा था कि शायद कोई हादसा हुआ है.... हरिया जल्दी से अपनी बैल गाड़ी से उतरा और कार के पास गया.... उसने कार के अंदर देखा पर उसे कोई भी नज़र नही आया..... हरिया कार के आस पास देखने लगा और तभी अचानक उसे एक आदमी कार से थोड़ी ही दुरी पर बेहोश नज़र आया... हरिया जल्दी से उसके पास गया और उसे पलटा...
“ये तो एक बच्चा है......” हरिया के मुंह से अकस्मात ही निकल पड़ा...
ये मैं था.... मेरी उमर 15 साल है.....
आप लोग सोच रहे होंगे कि मैं यहाँ इस सुनसान जंगल में कैसे पहुंचा.. मेरा एक्सीडेंट कैसे हुआ.... ये सब जानने के लिए आपको अगली अपडेट का इंतज़ार करना होगा
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